होम /न्यूज /बिहार /Munger News: सीता के गांव को मुंह चिढ़ा रहे नल-जल योजना के दोनों मीनार, जानिए वजह...

Munger News: सीता के गांव को मुंह चिढ़ा रहे नल-जल योजना के दोनों मीनार, जानिए वजह...

X
सीता

सीता चरण गांव में मूलभूत सुविधाओं का है घोर अभाव

Water Scarcity: बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल के तहत वित्तीय वर्ष 2019-20 में इस गांव में सोलरचालित दो जल ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट : सिद्धांत राज

मुंगेर. जिला मुख्यालय से महज तीन किलोमीटर दूर पश्चिम दिशा में गंगा के बीचोबीच है सीताचरण गांव. यहां मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है. इस गांव का संबंध रामायण काल से है, इस लिहाज से यह ऐतिहासिक गांव भी है. कहते हैं कि सीता जी ने इस गांव में छठ पर्व की शुरुआत की थी. फिलहाल इस गांव में न ही पेयजल की व्यवस्था है और न सड़क. सीताचरण गांव के लोग बिजली आने की बाट जोह रहे हैं.

बताते चलें कि सीताचरण गांव सदर प्रखंड के गंगा पार दियारा स्थित जाफरनगर पंचायत का हिस्सा है. यहां अति पिछड़ा वर्ग के लगभग 200 परिवार रहते हैं. इस गांव में बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल के तहत वित्तीय वर्ष 2019-20 में सोलरचालित दो जलमीनार लगाए गए थे और हर घर तक पानी की पाइप पहुंचाई गई थी. लेकिन दोनों जलमीनारों से कुछ दिनों बाद पानी की आपूर्ति बंद हो गई. एक जलमीनार पर लगे सोलर पैनल तेज हवा से उड़ गए, जबकि दूसरे जलमीनार का सोलर प्लेट उखड़ गया. यहां मोटर को अपेक्षित पावर नहीं मिलने के कारण मोटर नहीं चलता है.

हर घर नल जल योजना

ग्रामीणों ने बताया कि अब नल से जल नहीं आता. हर घर में लगाया गया नल-जल बेकार पड़ा हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि इस योजना के शुरू के दस दिन कुछ घरों को पानी मिला था. इस सम्बन्ध में पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता अवि रंजन ने बताया कि सदर प्रखंड के जाफरनगर पंचायत के तीन वार्ड 6, 7 और 12 में पूर्व में नल जल योजना के तहत दो जलमीनार का निर्माण कराया गया. लेकिन गंगा पार दियारा इलाके के इन गांव में बिजली नहीं रहने के कारण पूर्व के कार्यपालक अभियंता ने आदेश दिया की सोलर स्कीम के तहत जल-नल मीनार संचालित होगा. जिसके बाद संवेदक ने सोलर स्कीम के तहत पानी की टंकी पर सोलर प्लेट लगा दिया. लेकिन कुछ दिन के बाद ही तेज हवा ने टावर पर लगे सोलर प्लेट गिरा दिया. जिससे वह क्षतिग्रस्त हो गया.

3 साल से ठप

पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता अवि रंजन ने बताया कि इन वार्डों में लगभग तीन साल से नल जल योजना बंद है. बंद पड़ी योजना को चालू करने के लिए वरीय अधिकारी से मार्गदर्शन मांगा गया है. जिसमें पीएचईडी विभाग अब जनरेटर के माध्यम से लोगों को घरों तक इस योजना का लाभ पहुंचाएगा. इसके लिए वार्ड संख्या 7 और 12 के लिए दो जनरेटर का क्रय कर लिया गया है. एक सप्ताह के अंदर इन तीनों वार्डों के लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया होने लगेगा.

Tags: Bihar Government, Munger news, Water supply

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें