रिपोर्ट- सिद्धांत राज
मुंगेर. जिले के संग्रामपुर प्रखंड के तहत रामपुर गांव के शहीद जवान राहुल कुमार सिंह का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर एम्बुलेंस से मंगलवार की अलसुबह पैतृक गांव पहुंचा. राहुल के अंतिम दर्शन के लिए क्षेत्र के हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी. रामपुर से लगभग 30 किलोमीटर की लंबी श्रद्धांजलि शोभा यात्रा निकाली गई, जो भागलपुर के सुल्तानगंज घाट पहुंची. पूरे सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी गई. शहीद राहुल के छोटे भाई रोहित ने मुखाग्नि दी. इसके पहले रामपुर से महाराणा चौक नवगांव तक हज़ारों लोग तिरंगे के साथ ‘जय हिंद’ और ‘राहुल कुमार अमर रहे’ के नारे लगा रहे थे.
आर्मी के शहीद जवान राहुल की बटालियन की टीम ने उनके पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ ऑनर देकर दिया. 36 वर्षीय राहुल 2010 में सेना में भर्ती हुए थे. उत्तराखंड के जोशीमठ में आपदा राहत बचाव में तैनात थे. 4 फरवरी को आपदा राहत बचाव के लिए जोशीमठ जाने के क्रम में भूस्खलन की चपेट में आने से उनकी मृत्यु हो गई थी.
शहीद राहुल कुमार के तीन वर्षीय पुत्र ने पिता को नमन किया और पत्नी ने सैल्यूट कर अपने शहीद पति को अंतिम विदाई दी. राहुल की मां और बहन का रो-रो कर बुरा हाल है. देश के लिए अपनी जान की आहुति देने वाले सेना के जवान राहुल के लिए लोगों की आँखों में गर्व के आंसू छलक रहे थे. विधायक राजीव कुमार सिंह ने कहा शहीद राहुल के पिता उनके साथ ही तारापुर में पढ़ते थे. देश की सेवा में बलिदान दिया है, जो मुंगेर जिले के लिए गर्व की बात है.
बढ़ोनिया के मुखिया वीर कुंवर सिंह ने सरकार से मांग रखी कि शहीद जवान की पत्नी को नौकरी के साथ ही हर प्रकार की सुविधा मुहैया कराई जाए. राहुल की अंतिम विदाई में एसडीओ रंजीत कुमार, सीओ स्नेहा सत्यम, थानाध्यक्ष रंजन कुमार, थानाध्यक्ष राजेश कुमार रंजन, मंगल सिंह मंगल, लोजपा(रा.) के नेता मिथिलेश सिंह, रविंद्र पासवान, भाजपा नेता साहिल राज, सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे.
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