अभिषेक रंजन/मुजफ्फरपुर. पुलिस कीलॉकअप में अव्वल तो चाय मिलती नहीं मिलती है. अगर किसी पुलिसकर्मी की कृपा से चाय मिल भी गई तो वह चाय मीठी होने के बाद भी ‘कड़वी’ ही लगती है, क्योंकि वहां जाना कोई भी पसंद नहीं करता है. किसी कारण अगर कोई लॉकअप में चला भी जाए तो इस इस घटना को ‘राज’ ही रहने देना पसंद करता है. लेकिन मुजफ्फरपुर का एक लॉकअप इन दिनों युवाओं को खासा पसंद आ रहा है. यहां वे अकेले ही नहीं आते हैं, अपने साथ दोस्तों को भी लेकर आते हैं. इस लॉकअप में कुल्हड़ वाली चाय भी मिलती है और इसका स्वाद भी अल्हादा होता है. यही कारण है कि इस लॉकअप का चाय पीने के लिए युवाओं की भीड़ उमड़ती है
पुलिस के सामने अपराधी की तरह हथकड़ी में पीते हैं चाय
दरअसल, मुजफ्फरपुर के अखाड़ाघाट रोड पर कृष्णा टॉकीज के पास एक चाय की दुकान है. इस चाय की दुकान का नाम ‘कैदी चाय वाला’ है. यहां लॉकअप के डिजाइन का अलग-अलग केबिन बनाया गया है. बाहर से लॉकअप जैसा लोहे का मोटा ग्रिल लगा होता है. अंदर एक टेबल और चार कुर्सियां लगी रहती है. जहां चाय पीने आने वाला एक व्यक्ति पुलिस की तरह हाथ में डंडा और सिर पर टोपी लगाए रहता है, जबकि दूसरा व्यक्ति दोनों हाथ में हथकड़ी लगाए अपराधी की तरह बैठता है. कुल्हड़ वाली चाय की चुस्की लेते हुए लोग सेल्फी भी बनाकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हैं.
यहां एक चाय 20 रुपए में मिलती है. ये कीमत प्लेन चाय की है. अगर मसाला या फ्लेवर चाय ली जाए तो उसके लिए 30 रुपए देने पड़ते हैं. चाय कुल्हड़ में दी जाती है और एक दिन में करीब 400 चाय बिक जाती हैं.
अलग लुक में चाय दुकान खोलने की थी तमन्ना
मुजफ्फरपुर के इस चाय दुकान की चर्चा अब पूरे बिहार में हो रही है. कैदी चाय वाला के प्रोपराइटर बिट्टू बताते हैं कि बहुत दिन से चाय दुकान खोलने के लिए नया कांसेप्ट तलाश रहे थे. इसी बीच जेल के लॉकअप का आइडिया आया और यहीं से कैदी चायवाला की शुरुआत हुई. बिट्टू बताते है कि यहां आने वाले ग्राहक चाय का लुत्फ उठाने के साथ मौज मस्ती भी करते हैं. चाय के साथ स्नैक्स भी दिया जाता है.चाय पीने आए आलोक ने बताया कि कैदी चायवाला का कॉन्सेप्ट बिल्कुल नया है. यहां चाय पीने में बड़ा मजा आता है. हम सब आपस में चोर-पुलिस खेलते हैं.
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