प्रकाश पर्व के दौरान यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई अन्य गणमान्य हस्तियों के साथ मंच पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद को जगह नहीं मिलने के मुद्दे पर राजद और कांग्रेस ने विरोध जताया है.
कांग्रेस ने भी मंच पर लालू को नहीं बिठाने को लेकर नाखुशी जाहिर की और इसका ठीकरा प्रधानमंत्री कार्यालय एवं भाजपा पर फोड़ा.
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और नीतीश की सरकार में शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि पीएमओ और भाजपा के निर्देश पर मंच पर लालू प्रसाद को जगह नहीं दी गई .

हर कोई जानता है कि किसी समारोह में प्रधानमंत्री के साथ मंच पर कौन बैठेगा, इस बाबत एसपीजी को पीएमओ निर्देशित करता है. यह मुद्दा प्रधानमंत्री के सामने उठाया जाना चाहिए कि लालू प्रसाद को मंच पर सीट क्यों नहीं दी गई.
— अशौक चौधरी, अध्यक्ष, बिहार कांग्रेस
उधर, राजद उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि ऐसा नहीं लग रहा था कि गुरू गोविंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व के लिए इंतजाम महागठबंधन की सरकार ने किए थे. बल्कि ऐसा लग रहा था कि सत्ता में शामिल किसी एक पार्टी ने ये इंतजाम किए हों.

यह (लालू को मंच पर जगह नहीं देना) लोगों को पसंद नहीं आया है. लालू प्रसाद को (मंच के) नीचे बिठाया गया. भव्य तैयारियों के लिए सभी ने नीतीश कुमार की तारीफ की. प्रकाश पर्व समारोह की तैयारियों के प्रबंधन में क्या राजद की भागीदारी नहीं थी ?
— रघुवंश प्रसाद सिंह, राजद नेता
नीतीश पर एक और निशाना साधते हुए रघुवंश ने कहा कि एक ही शख्स था जिसने सारे इंतजामों का श्रेय लेने के लिए तस्वीरें खिंचवाई.
लालू और बिहार सरकार में मंत्री पद संभाल रहे उनके दोनों बेटे - तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव - समारोह के दौरान अन्य लोगों के साथ वीआईपी गैलरी में बैठे थे.
नीतीश ने दो केंद्रीय मंत्रियों - रविशंकर प्रसाद और राम विलास पासवान - और बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद सहित प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंच साझा किया.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
FIRST PUBLISHED : January 07, 2017, 09:17 IST