मुजफ्फरपुर बालिकागृह यौन उत्पीड़न कांड में ब्रजेश ठाकुर और उसके परिजनों पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में ब्रजेश ठाकुर, उसके सगे संबंधियों और एनजीओ की गाड़ियों का ब्यौरा मांगा है. प्रवर्तन निदेशालय के सहायक निदेशक प्रवीण कुमार झा ने मुजफ्परपुर डीटीओ को पत्र लिखकर उन गाड़ियों के ब्यौरा समेत सभी कागजात मांगे हैं.
डीटीओ नजीर अहमद ने बताया कि ऐसी 35 गाड़ियों का ब्यौरा मांगा गया है. इनमें पांच गाड़ियां सही हैं, लेकिन शेष 30 गाड़ियों का पता नहीं चल रहा है.
ने बताया कि इनमें से अधिकतर गाड़ियां गुम या डिसमेंटल कर दी गई हैं, ताकि उनका कोई पता नहीं चले. पर परिवहन विभाग के दस्तावेजों में वे गाड़ियां अस्तित्व में हैं. मुजफ्फरपुर डीटीओ ने प्रवर्तन निदेशालय को ब्यौराभेजने के लिए तैयारी कर ली है.
ने स्पेशल POCSO कोर्ट में चार्जशीट फाइल की थी. 21 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की गई थी. ब्रजेश ठाकुर मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में रहने वाली 34 बच्चियों से रेप के मामले में मुख्य आरोपी है. इससे पहले पुलिस ने ब्रजेश ठाकुर समेत 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. सीबीआई 28 जुलाई से बालिका गृह यौन उत्पीड़न कांड की जांच कर रही है.
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FIRST PUBLISHED : December 28, 2018, 11:47 IST