दवा की आड़ में हो रहा था दारू का कारोबार, पैकिंग ऐसी की पुलिस भी रह गई दंग

मुजफ्फरपुर से जब्त शराब को दिखाते पुलिस के जवान
मुजफ्फरपुर में हुई इस कार्रवाई के बाद उत्पाद अधीक्षक दीनबन्धु ने बताया कि कारोबारी अपने लाभ के लिए दवा भी बदनाम कर रहे हैं.
- News18 Bihar
- Last Updated: November 19, 2019, 10:25 AM IST
मुजफ्फरपुर. मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) के शराब माफिया (Liquor Smuggling) कारोबार के नए नए पैंतरे आजमा रहे हैं. कभी पार्सल वैन में, कभी एंबुलेंस में तो कभी टूरिस्ट बस में शराब की खेप लाने पर पकड़े जा चुके शराब माफिया अब दवा (Medicine) के कार्टन में शराब ला रहे हैं. कुछ ऐसा ही मामला हरियाणा से लाए गए एक ट्रक से शराब की जब्ती के बाद हुआ.
हरियाणा से मंगाई गई थी शराब
इस बार तस्करों ने दवा और दारू के करीबी रिश्तों का फार्मूला अपनाते हुए शराब की तस्करी की. पिछले दिनों उत्पाद विभाग को सूचना मिली कि अहियापुर इलाके में कहीं शराब अनलोड किया जाना है. पंजाब नंबर के ट्रक में हरियाणा से शराब लादकर मुजफ्फरपुर लाया जा रहा था जिसे अहियापुर में उतार कर मुजफ्फरपुर के अलावे शिवहर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी और पूर्वी चंपारण में भेजना था. गुप्त सूचना के आधार पर उत्पाद अधीक्षक दीनबंधु ने उक्त ट्रक की तलाश की.
उपर दवाएं नीचे दारूअहियापुर के झपहा के पास सड़क किनारे संदिग्ध हालत में ट्रक खड़ी थी. जैसे ही उत्पाद अधीक्षक की गाड़ी रुकी ट्रक के चालक खलासी समेत कई लोग फरार हो गए. ट्रक की जांच की गई तो कार्टन में बीमारों को चढ़ाए जाने वाला पानी यानी स्लाइन भरा था लेकिन स्लाइन की बोतल हटाने के बाद उन्हीं कार्टन में शराब की बोतलें रखी गई थी. शराब कारोबारियों के इस कारनामों से सभी हैरान रह गए क्योंकि सभी कार्टनों को चेक करने के बाद भी शराब पकड़ा जाना मुश्किल था.
मुजफ्फरपुर के तस्करों की थी शराब
सभी कार्टन में नीचे शराब की बोतलें सजाई गई थी और ऊपर से 2 लेयर सलाइन की बोतलें लगाई गई थी. विभाग ने ट्रक को जब्त किया तो उसमें 281 कार्टन विदेशी शराब पाई गई. जांच में पता चला कि अहियापुर के कारोबारी समीर राय और सुनील राय की शराब थी. उत्पाद अधीक्षक दीनबन्धु ने बताया कि कारोबारी अपने लाभ के लिए दवा भी बदनाम कर रहे हैं. पहले जांच के दौरान दवा वाली गाड़ियों को छोड़ दिया जाता था लेकिन अब दवा की गाड़ियां भी पूरी तरह चेक की जाएगी, इससे मरीजों की परेशानी बढ़ सकती है लेकिन विभाग के पास कोई दूसरा ऑप्शन नहीं है.ये भी पढ़ें- आरा: लूट के दौरान अपराधियों ने बैंक में की थी फायरिंग, सामने आया CCTV फुटेज
ये भी पढ़ें- पटना में बिछेगा CNG स्टेशनों का जाल, इन आठ जगहों पर हो सकेगी फ्यूलिंग
हरियाणा से मंगाई गई थी शराब
इस बार तस्करों ने दवा और दारू के करीबी रिश्तों का फार्मूला अपनाते हुए शराब की तस्करी की. पिछले दिनों उत्पाद विभाग को सूचना मिली कि अहियापुर इलाके में कहीं शराब अनलोड किया जाना है. पंजाब नंबर के ट्रक में हरियाणा से शराब लादकर मुजफ्फरपुर लाया जा रहा था जिसे अहियापुर में उतार कर मुजफ्फरपुर के अलावे शिवहर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी और पूर्वी चंपारण में भेजना था. गुप्त सूचना के आधार पर उत्पाद अधीक्षक दीनबंधु ने उक्त ट्रक की तलाश की.
उपर दवाएं नीचे दारूअहियापुर के झपहा के पास सड़क किनारे संदिग्ध हालत में ट्रक खड़ी थी. जैसे ही उत्पाद अधीक्षक की गाड़ी रुकी ट्रक के चालक खलासी समेत कई लोग फरार हो गए. ट्रक की जांच की गई तो कार्टन में बीमारों को चढ़ाए जाने वाला पानी यानी स्लाइन भरा था लेकिन स्लाइन की बोतल हटाने के बाद उन्हीं कार्टन में शराब की बोतलें रखी गई थी. शराब कारोबारियों के इस कारनामों से सभी हैरान रह गए क्योंकि सभी कार्टनों को चेक करने के बाद भी शराब पकड़ा जाना मुश्किल था.
मुजफ्फरपुर के तस्करों की थी शराब
सभी कार्टन में नीचे शराब की बोतलें सजाई गई थी और ऊपर से 2 लेयर सलाइन की बोतलें लगाई गई थी. विभाग ने ट्रक को जब्त किया तो उसमें 281 कार्टन विदेशी शराब पाई गई. जांच में पता चला कि अहियापुर के कारोबारी समीर राय और सुनील राय की शराब थी. उत्पाद अधीक्षक दीनबन्धु ने बताया कि कारोबारी अपने लाभ के लिए दवा भी बदनाम कर रहे हैं. पहले जांच के दौरान दवा वाली गाड़ियों को छोड़ दिया जाता था लेकिन अब दवा की गाड़ियां भी पूरी तरह चेक की जाएगी, इससे मरीजों की परेशानी बढ़ सकती है लेकिन विभाग के पास कोई दूसरा ऑप्शन नहीं है.
Loading...
ये भी पढ़ें- पटना में बिछेगा CNG स्टेशनों का जाल, इन आठ जगहों पर हो सकेगी फ्यूलिंग
News18 Hindi पर सबसे पहले Hindi News पढ़ने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें. देखिए मुजफ्फरपुर से जुड़ी लेटेस्ट खबरें.
First published: November 19, 2019, 10:18 AM IST
Loading...