जगदलपुर नक्सली हमले में शहीद हुआ नालंदा का लाल, पिता बोले- चुन-चुन कर ढेर करे सरकार

छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में नक्सली हमले में शहीद हुए रौशन कुमार
रौशन ने शुरुआती पढ़ाई के दौरान ही देश के लिए सेवा करने की प्रण लिया था. वर्ष 2017 सीआरपीएफ के 195 बटालियन में जवान के रूप में चयनित होने के बाद छत्तीसगढ़ के सुकमा में ज्वाइन किया था.
- News18 Bihar
- Last Updated: July 31, 2019, 9:02 PM IST
छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में बुधवार को नक्सलियों के आईडी बम ब्लास्ट में देश की सेवा करते हुए नालंदा रौशन कुमार शहीद हो गए. सिलाव प्रखंड क्षेत्र के फतेहपुर गांव निवासी और सीआरपीएफ जवान रौशन के शहीद होने की सूचना जैसे ही गांव और परिवारवालों को लगी कि पूरे गांव में सन्नाटा छा गया.
2017 में ज्वाइन की थी नौकरी
रौशन ने शुरुआती पढ़ाई के दौरान ही देश के लिए सेवा करने की प्रण लिया था. वर्ष 2017 सीआरपीएफ के 195 बटालियन में जवान के रूप में चयनित होने के बाद छत्तीसगढ़ के सुकमा में ज्वाइन किया था. वहीं उनकी ट्रेनिंग हुई थी. बुधवार वे जगदलपुर के पुष्पाल कैंप से सर्चिंग के लिए निकले ही थे कि पहले से नक्सलियों द्वारा बिछाई गई आईडी ब्लास्ट में वे शहीद हो गए.
पिता बोले- बेटे पर गर्वपिता प्रताप राम को अपने बेटे को खोने का बेहद गम है, लेकिन वे गौरवान्वित महसूस करते हैं कि उनके बेटे ने देश सेवा के लिए अपनी शहादत दी है. उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि जिस तरह से पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को मार गिराया है, उसी तरह से देश मे पनप रहे नक्सलियों को भी चुन-चुन कर खत्म करे.

शहीद के माता-पिता को दिल की बीमारी
वहीं, बता दें कि शहीद रौशन के पिता और माता को दिल की बीमारी है. गमगीन माता-पिता कहते हैं आस थी कि बेटा इलाज करवाएगा, लेकिन भगवान को शायद यह मंजूर नहीं था. वहीं, इधर शहीद जवान के पिता अपनी इकलौती बेटी की शादी के लिए पैसे की जुगाड़ में लगे हुए थे. चार भाइयों में तीसरे बेटे की नौकरी लगने के वाद वह अपनी बेटी की शादी धूमधाम से करने की सोची थी, लेकिन इसी बीच घर पर दुःख का पहाड़ गिर गया.
शहीद रौशन के भाई पुटुस राम कहते हैं कि बेटी की शादी करना तो दूर घर चलाना मुश्किल हो गया है. बटाई पर खेती करने वाला यह परिवार केंद्र और राज्य सरकार से राहत की उम्मीद लगाए बैठे हैं.
(रिपोर्ट- अभिषेक कुमार)
ये भी पढ़ें-
2017 में ज्वाइन की थी नौकरी
रौशन ने शुरुआती पढ़ाई के दौरान ही देश के लिए सेवा करने की प्रण लिया था. वर्ष 2017 सीआरपीएफ के 195 बटालियन में जवान के रूप में चयनित होने के बाद छत्तीसगढ़ के सुकमा में ज्वाइन किया था. वहीं उनकी ट्रेनिंग हुई थी. बुधवार वे जगदलपुर के पुष्पाल कैंप से सर्चिंग के लिए निकले ही थे कि पहले से नक्सलियों द्वारा बिछाई गई आईडी ब्लास्ट में वे शहीद हो गए.
पिता बोले- बेटे पर गर्वपिता प्रताप राम को अपने बेटे को खोने का बेहद गम है, लेकिन वे गौरवान्वित महसूस करते हैं कि उनके बेटे ने देश सेवा के लिए अपनी शहादत दी है. उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि जिस तरह से पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को मार गिराया है, उसी तरह से देश मे पनप रहे नक्सलियों को भी चुन-चुन कर खत्म करे.

शहीद रौशन के घर पसरा मातम
शहीद के माता-पिता को दिल की बीमारी
वहीं, बता दें कि शहीद रौशन के पिता और माता को दिल की बीमारी है. गमगीन माता-पिता कहते हैं आस थी कि बेटा इलाज करवाएगा, लेकिन भगवान को शायद यह मंजूर नहीं था. वहीं, इधर शहीद जवान के पिता अपनी इकलौती बेटी की शादी के लिए पैसे की जुगाड़ में लगे हुए थे. चार भाइयों में तीसरे बेटे की नौकरी लगने के वाद वह अपनी बेटी की शादी धूमधाम से करने की सोची थी, लेकिन इसी बीच घर पर दुःख का पहाड़ गिर गया.
शहीद रौशन के भाई पुटुस राम कहते हैं कि बेटी की शादी करना तो दूर घर चलाना मुश्किल हो गया है. बटाई पर खेती करने वाला यह परिवार केंद्र और राज्य सरकार से राहत की उम्मीद लगाए बैठे हैं.
(रिपोर्ट- अभिषेक कुमार)
ये भी पढ़ें-