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OMG! देश के टॉप 10 प्रदूषित शहरों में बिहारशरीफ भी, AQI पहुंचा 400 के पार

देश के टॉप 10 प्रदूषित शहरों में बिहारशरीफ़ शामिल है.

देश के टॉप 10 प्रदूषित शहरों में बिहारशरीफ़ शामिल है.

पिछले एक सप्ताह में कम से कम दो दिन बिहारशरीफ देश के टॉप टेन प्रदूषित शहरों में शामिल रहा है. 15 दिसंबर को शहर का एक्यू ...अधिक पढ़ें

    रिपोर्ट: मो. महमूद आलम

    नालंदा. नालंदा के बिहार शरीफ मुख्यालय शहर में रहने वालों को अब सांस भी संभलकर लेनी होगी. क्योंकि हवा में जहर घुल गया है. जीवनदायिनी हवा बीमारी का कारण बनती जा रही है. ऐसा अचानक नहीं हुआ है. पिछले कई सालों से इसकी आहट मिल रही है. लॉकडाउन में कुछ राहत मिली थी. लेकिन हालात सामान्य होते ही प्रदूषण रूपी राक्षस फिर से अपना मुंह फाड़ने लगा है. पिछले एक सप्ताह में कम से कम दो दिन बिहार शरीफ देश के टॉप टेन प्रदूषित शहरों में शामिल रहा है. 15 दिसंबर को शहर का एक्यूआई 394 तो 16 दिसंबर को 385 रहा. पिछले दो दिनों से चल रही तेज हवा से प्रदूषण की मात्रा कम हुई है. इसके बाद भी शुक्रवार को एक्यूआई 300 से अधिक रहा. ठंड बढ़ने व कुहासा लगने के बाद स्थिति और खराब होगी.

    केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सभी शहरों का एक्यूआई जारी करता है
    केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सभी शहरों का एक्यूआई जारी करता है. दिन में कई हिस्सों में यह आंकड़ा 500 के पार पहुंच जाता है. कई घंटे यह आंकड़ा 400 के पार पहुंच जाता है. 400 से अधिक एक्यूआई वाले वायु की गुणवत्ता खतरनाक मानी जाती है. इस हालात में खुली हवा में सांस लेना बीमारियों को दावत देने के समान है.

    बिहारशरीफ अभी दिल्ली व पटना से भी अधिक प्रदूषित
    बिहारशरीफ अभी दिल्ली व पटना से भी अधिक प्रदूषित है. शुक्रवार को दिल्ली का एक्यूआई 150 से नीचे रहा. वहीं, पटना का एक्यूआई 302 रहा. बिहार की बात करें तो देश के टॉप टेन प्रदूषित शहरों में आठ यहीं के हैं. पिछले पांच सालों में जब दिल्ली का एक्यूआई 400 से अधिक हुआ तो दुनियाभर में यह खबर सुर्खियों में रही. दिल्ली सरकार ने इससे निपटने के लिए ऑड-इवन समेत कई फार्मूले अपनाएं. आज इसका असर देखने को मिल रहा है. बिहार को भी इससे सीख लेने की जरूरत है.

    घर से निकल रहे हैं तो इन बातों का रखें ख्याल
    इस हालत में सावधानी बरतनी जरूरी है. धूल वाले स्थानों पर बिना मास्क के नहीं जाएं. खासकर निर्माणाधीन एनएच 20 के आसपास तो हरगिज नहीं. इसी तरह, शहर के पुराने रांची रोड में भी फ्लाईओवर निर्माण के कारण धूल-गर्दा का अंबार है. बाइक चालक हेलमेट का प्रयोग करें. सुबह के समय जब ओस या कुहासे की मात्रा अधिक होती है तब प्रदूषण भी अधिक होता है. चिकित्सक भी सुबह के समय धूप निकलने पर ही घूमने की सलाह देते हैं.

    Tags: Air Pollution AQI Level, Bihar News

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