एनआईए ने पीएफआई कैडरों द्वारा रची गई टार्गेट किलिंग की कथित साजिश को नाकाम करने का दावा किया है. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से कथित रूप से जुड़े एक संदिग्ध आतंकी मॉड्यूल के सिलसिले में रविवार को बिहार के मोतिहारी जिले से दो लोगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार लोगों की पहचान पूर्वी चंपारण जिले के रहने वाले तनवीर रजा उर्फ बरकती और मोहम्मद आबिद उर्फ आर्यन के रूप में हुई है.
एनआईए ने शनिवार 4 फरवरी को पूर्वी चंपारण जिले में आठ स्थानों पर छापेमारी करते हुए पीएफआई कैडरों द्वारा रची गई टार्गेट किलिंग की साजिश को नाकाम करने का दावा किया था. सूत्रों ने बताया कि इन दोनों ने टार्गेट किलिंग को अंजाम देने के लिए पहले ही रेकी कर रखी थी. इसके अलावा हथियारों और गोला-बारूद की भी व्यवस्था कर चुके थे.
सीएनएन-न्यूज18 को सूत्रों ने बताया कि ये हथियार पीएफआई के हथियार प्रशिक्षक याकूब उर्फ सुल्तान उर्फ उस्मान को सौंपे जाने थे, जो पीएफआई कैडरों के लिए हथियार प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर रहे थे ताकि वे अपने ‘कथित दुश्मनों’ को निशाना बना सके.
‘सोशल मीडिया ट्रोलर्स की टार्गेट किलिंग की थी साजिश’
याकूब ने कुछ दिनों पहले फेसबुक पर एक आपत्तिजनक और भड़काऊ वीडियो पोस्ट किया था, जिसका मकसद शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ना था. सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म पर कई यूजर्स ने इस पोस्ट की जमकर आलोचना की थी. सूत्रों के मुताबिक, सोशल मीडिया पर ट्रोल होने के बाद याकूब और गिरफ्तार किए गए इन दोनों लोगों ने उन ट्रोलर्स में से कुछ की पहचान की और उन्हें मारने की साजिश रची.
एनआईए के छापे और गिरफ्तारियां पीएफआई और उसके नेताओं तथा कैडरों की हिंसक और गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने के मामले में की गईं, जो इसी मकसद से पटना के फुलवारीशरीफ इलाके में इकट्ठे हुए थे.
सूत्रों ने कहा कि इन गिरफ्तारियों के साथ, पीएफआई के एक ‘किलर मॉड्यूल’ का भंडाफोड़ करते हुए टार्गेट किलिंग की साजिश नाकाम की गई है.
PFI से जुड़े 4 अन्य लोग भी गिरफ्तार
इससे पहले, पीएफआई मॉड्यूल से जुड़े मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और उनके पास से पीएफआई से संबंधित कई आपत्तिजनक लेख और दस्तावेज जब्त किए गए थे. वहीं 4 फरवरी को की गई तलाशी के दौरान कई डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए है. सूत्रों ने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है.
इससे पहले बिहार पुलिस ने पिछले साल जुलाई में 3 लोगों को गिरफ्तार करते हुए कथित टेरर मॉड्यूल के भंडाफोड़ का दावा किया था. इसमें झारखंड पुलिस के एक रिटायर्ड अधिकारी मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज को 13 जुलाई को पटना से सटे फुलवारी शरीफ इलाके से गिरफ्तार किया गया था, जबकि नूरुद्दीन जंगी को बिहार पुलिस के अनुरोध पर उत्तर प्रदेश एटीएस द्वारा लखनऊ से तीन दिन बाद गिरफ्तार किया गया था.
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