घने कोहरे ने विमानों की उड़ान पर लगाया ब्रेक, पटना एयरपोर्ट पर 50 में 16 फ्लाइट हुए लेट

पटना एयरपोर्ट के रनवे पर एक विमान
Patna Flight Delay: पटना में घने कोहरे के कारण विमानों की आवाजाही पर इसका असर हो रहा है. पटना एयरपोर्ट पर विजिबलिटी महज 400 मीटर है जो कि 1000 मीटर होनी चाहिए इस कारण विमानों के परिचालन में कठिनाई हो रही है.
- News18 Bihar
- Last Updated: December 6, 2020, 8:30 AM IST
रिपोर्ट- धर्मेंद्र कुमार
पटना. बिहार में ठंड के साथ-साथ अब कुहासे (Fog) का भी असर दिखने लगा है. घने कोहरे के कारण पटना एयरपोर्ट पर विमानों की लेट लतीफी (Flight late) शनिवार को भी जारी रही. जहां शुक्रवार और गुरुवार को कई विमान लेट हुए थे और कुछ को डायवर्ट करना पड़ा था वही शनिवार को भी पटना एयरपोर्ट पर 11 बजे पहला विमान पहुंचा, जबकि 50 विमानों का परिचालन होना था जिनमें 16 लेट हुए.
सुबह के समय पटना एयरपोर्ट में विजिबिलिटी 400 मीटर की थी जिससे विमानों को लैंडिंग में देरी हो रही थी. विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ के लिए 1000 मीटर की विजिबिलिटी होनी चाहिए. कुहासे की वजह से शनिवार की सुबह विजिबिलिटी कम रही और इसकी वजह से पटना एयरपाेर्ट पर पहली फ्लाइट 11:10 बजे आई. अहमदाबाद-पटना की स्पाइसजेट की फ्लाइट 3 घंटे 25 मिनट की देर से सुबह 7:45 बजे की जगह 11:10 बजे आई.
पटना से देश के विभिन्न शहराें के लिए ऑपरेट हाेने वाले अन्य 15 विमानाें का ऑपरेशन भी देर से हुआ. विमानाें की लेटलतीफी की वजह से यात्रियाें काे खासी परेशानियाें का सामना करना पड़ा. पटना एयरपोर्ट पर स्पाइस जेट के विमान काफी लेट पहुंचे थे. स्पाइस जेट का विमान SG 247 जहां 3 घंटे लेट पहुंचा तो वहीं SG 8722 2 घंटे की देरी से पहुंचा था. हालांकि इस दौरान राहत की बात यह रही कि शनिवार को भी कोई विमान डायवर्ट नही हुआ. आपको बता दें कि पटना के अलावा बिहार के अन्य शहरों से चलने वाले विमानों पर भी मौसम का असर दिखने लगा है. बीते दिनों दरभंगा से बेंगलुरु जाने वाली फ्लाइट भी मौसम की खराबी के कारण डायवर्ट कर दी गई थी. दरभंगा एयरपोर्ट पर रात में लैंडिंग की सुविधा और कुहासे के दौरान सुरक्षित रूप से विमानों को उतारने की सुविधा न होने के कारण विमानों को डायवर्ट करना पड़ा था.
पटना. बिहार में ठंड के साथ-साथ अब कुहासे (Fog) का भी असर दिखने लगा है. घने कोहरे के कारण पटना एयरपोर्ट पर विमानों की लेट लतीफी (Flight late) शनिवार को भी जारी रही. जहां शुक्रवार और गुरुवार को कई विमान लेट हुए थे और कुछ को डायवर्ट करना पड़ा था वही शनिवार को भी पटना एयरपोर्ट पर 11 बजे पहला विमान पहुंचा, जबकि 50 विमानों का परिचालन होना था जिनमें 16 लेट हुए.
सुबह के समय पटना एयरपोर्ट में विजिबिलिटी 400 मीटर की थी जिससे विमानों को लैंडिंग में देरी हो रही थी. विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ के लिए 1000 मीटर की विजिबिलिटी होनी चाहिए. कुहासे की वजह से शनिवार की सुबह विजिबिलिटी कम रही और इसकी वजह से पटना एयरपाेर्ट पर पहली फ्लाइट 11:10 बजे आई. अहमदाबाद-पटना की स्पाइसजेट की फ्लाइट 3 घंटे 25 मिनट की देर से सुबह 7:45 बजे की जगह 11:10 बजे आई.
पटना से देश के विभिन्न शहराें के लिए ऑपरेट हाेने वाले अन्य 15 विमानाें का ऑपरेशन भी देर से हुआ. विमानाें की लेटलतीफी की वजह से यात्रियाें काे खासी परेशानियाें का सामना करना पड़ा. पटना एयरपोर्ट पर स्पाइस जेट के विमान काफी लेट पहुंचे थे. स्पाइस जेट का विमान SG 247 जहां 3 घंटे लेट पहुंचा तो वहीं SG 8722 2 घंटे की देरी से पहुंचा था. हालांकि इस दौरान राहत की बात यह रही कि शनिवार को भी कोई विमान डायवर्ट नही हुआ. आपको बता दें कि पटना के अलावा बिहार के अन्य शहरों से चलने वाले विमानों पर भी मौसम का असर दिखने लगा है. बीते दिनों दरभंगा से बेंगलुरु जाने वाली फ्लाइट भी मौसम की खराबी के कारण डायवर्ट कर दी गई थी. दरभंगा एयरपोर्ट पर रात में लैंडिंग की सुविधा और कुहासे के दौरान सुरक्षित रूप से विमानों को उतारने की सुविधा न होने के कारण विमानों को डायवर्ट करना पड़ा था.