चक्रवाती तूफान ‘यास’ बिहार के कई जिलों मे भी अपना असर दिखा सकता है. इससे निपटने के लिए राज्य सरकार ने बड़े स्तर पर तैयारी की है. बिहार में 27 से 30 मई तक आंधी, तूफान, वज्रपात और भारी बारिश की आशंका है. इसे देखते हुए सभी जिलों को सतर्क कर दिया गया है. ऊर्जा, कृषि, स्वास्थ्य, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, पथ निर्माण एवं ग्रामीण कार्य विभाग को भी अलर्ट रहने को कहा गया है.
यास का कुछ असर मंगलवार दोपहर से पूरे राज्य में दिखने लगा है. खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, जमुई, नवादा, मुंगेर, पटना के मोकामा और सुपौल में हल्की हवा के साथ छिटपुट बारिश भी हुई. कुछ इलाकों में बादल छाए रहे. मौसम विभाग ने प्रदेश के हर हिस्से के लिए 30 मई तक अलर्ट जारी किया है. सभी जिलों में आंधी-तूफान के साथ तेज बारिश, मेघ गर्जन, ओलावृष्टि, बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है. प्रदेश में 40 से 50 किलोमीटर की रफ़्तार से हवा चलने की आशंका है, इसे देखते हुए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 22 टीमों को तैयार किया गया है..
मौसम विभाग का कहना है कि चूंकि चक्रवाती तूफान झारखंड और बिहार के आसपास से दक्षिण पूर्व से पश्चिम और उत्तर पश्चिम की ओर ओर बढ़ रहा है, ऐसे में इसका प्रभाव बिहार के दक्षिणी हिस्से पर अधिक होगा. इसके प्रभाव से राज्य के ज्यादातर जिलों में 26 से 30 मई के बीच हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होगी, ऐसे में चक्रवाती तूफान यास को लेकर पूरे राज्य में अलर्ट है. आपदा विभाग के साथ ही मौसम विभाग ने भी लोगों से घरों में रहने और सावधानी बरतने की अपील की है. बंगाल की खाड़ी से झारखंड होता हुआ तूफान बुधवार को राज्य के दक्षिणी हिस्से से प्रवेश करेगा. इन्हीं इलाकों में इसका सबसे ज्यादा असर दिखेगा, हालांकि प्रभावित पूरा बिहार होगा. राज्य में यास का सबसे ज्यादा असर 27 और 28 मई को दिखेगा.
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FIRST PUBLISHED : May 26, 2021, 09:33 IST