JDU सांसद का तंज- लड़ाई नीतीश कुमार बनाम लालू यादव है, तेजस्वी तो Twitter Boy हैं

लालू प्रसाद यादव एवं नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू (JDU MP Sunil Kumar Pintu) ने कहा कि बिहार में 15 साल लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के नेतृत्व में कैसे विनाश हुआ और 15 साल सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में कैसे विकास हुआ, बिहार चुनाव का यही थीम रहेगा.
- News18Hindi
- Last Updated: September 15, 2020, 1:50 PM IST
पटना. बिहार विधानसभा चुनाव ( Bihar Assembly Election) के तारीखों का ऐलान जल्द होने वाला है. ऐसे में चुनाव प्रचार को लेकर पक्ष और विपक्ष की ओर से कौन चेहरा होगा, इसको लेकर भी कई तरह की बातें सामने आ रही हैं. महागठबंधन के कई नेता जहां इसमें तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) को आगे कर रहे हैं, वहीं एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चेहरा बताया जा रहा है. जाहिर है इसको लेकर राजनीतिक बयानबाजियों का सिलसिला और तेज होता जा रहा है. इसी क्रम में जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि कोई कुछ भी कह ले लेकिन बिहार के अंदर की लड़ाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बनाम लालू प्रसाद यादव (CM Nitish Kumar vs Lalu Prasad Yadav) की होगी.
सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि इन्हीं दोनों के चेहरे पर ही इस बार बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा जाएगा. बिहार में 15 साल बनाम 15 साल की लड़ाई है. 15 साल लालू यादव के नेतृत्व में कैसे विनाश हुआ और 15 साल नीतीश कुमार के नेतृत्व में कैसे विकास हुआ. बिहार चुनाव का यही थीम रहेगा. 15 साल लूट अपहरण भ्रष्टाचार रहा, उसके बाद 15 साल विकास रहा. तेजस्वी यादव तो अभी बच्चे हैं, उनके बारे में क्या कहना है? तेजस्वी तो ट्विटर BOY हैं.
बता दें कि एनडीए की ओर से कई बार ऐलान किया जा चुका है कि गठबंधन की ओर से सीएम नीतीश कुमार ही चेहरा होंगे. हाल में भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी यही बात दोहराई थी. वहीं, महागठबंधन में सिर्फ आरजेडी की ओर से ही कहा जा रहा है कि वह तेजस्वी यादव के चेहरे को आगे कर चुनावी लड़ाई लड़ेगी. गठबंधन की बाकी पार्टियां- कांग्रेस, रालोसपा, वीआईपी ने अब तक इस बात को लेकर अपनी राय स्पष्ट नहीं की है. हालांकि, वाम दलों की ओर से कहा गया है कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में ही चुनावी लड़ाई लड़ी जाएगी.
गौरतलब है कि जेडीयू की ओर से अक्सर जब भी पोस्टर लगाए गए हैं, उनमें लालू और नीतीश शासन काल की ही तुलना की गई है. आरजेडी की ओर से भी अधिकतर पोस्टरों में ये देखा गया है कि लालू यादव का चेहरा आगे रहता है. ऐसे में जेडीयू नेता की ओर से ताजा बयान भी इसी सदर्भ में देखा जा सकता है, क्योंकि लालू से ज्यादा बड़ा ऐसा चेहरा तो फिलहाल महागठबंधन में नहीं दिखता है जिसके नाम पर सभी दल एकमत हो जाएं.
सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि इन्हीं दोनों के चेहरे पर ही इस बार बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा जाएगा. बिहार में 15 साल बनाम 15 साल की लड़ाई है. 15 साल लालू यादव के नेतृत्व में कैसे विनाश हुआ और 15 साल नीतीश कुमार के नेतृत्व में कैसे विकास हुआ. बिहार चुनाव का यही थीम रहेगा. 15 साल लूट अपहरण भ्रष्टाचार रहा, उसके बाद 15 साल विकास रहा. तेजस्वी यादव तो अभी बच्चे हैं, उनके बारे में क्या कहना है? तेजस्वी तो ट्विटर BOY हैं.
बता दें कि एनडीए की ओर से कई बार ऐलान किया जा चुका है कि गठबंधन की ओर से सीएम नीतीश कुमार ही चेहरा होंगे. हाल में भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी यही बात दोहराई थी. वहीं, महागठबंधन में सिर्फ आरजेडी की ओर से ही कहा जा रहा है कि वह तेजस्वी यादव के चेहरे को आगे कर चुनावी लड़ाई लड़ेगी. गठबंधन की बाकी पार्टियां- कांग्रेस, रालोसपा, वीआईपी ने अब तक इस बात को लेकर अपनी राय स्पष्ट नहीं की है. हालांकि, वाम दलों की ओर से कहा गया है कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में ही चुनावी लड़ाई लड़ी जाएगी.
