Bihar News: बिहार में 'औद्योगिक क्रांति' लाने का प्रयास, जानें क्या है नीतीश सरकार का प्लान

नीतिश कुमार ने राज्य की तस्वीर बदलने के लिए बड़े स्तर पर बैठक की.
Bihar News: बिहार सरकार इथेनॉल का बड़े स्तर पर उत्पादन करने की योजना पर काम कर रही है. इसके लिए केंद्र सरकार से मंजूरी भी मिल गई है.
- Last Updated: February 26, 2021, 10:43 AM IST
पटना. अगर सबकुछ ठीक रहा तो औद्योगिक विकास और निवेश के लिए तरस रहे बिहार के दिन बदल सकते हैं. केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद बिहार सरकार जल्द ही इथेनॉल का बड़े पैमाने पर उत्पादन को प्रोत्साहन देने वाली है. अगर बिहार सरकार का यह प्रयास सफल होता है तो बिहार न सिर्फ़ इथेनॉल हब के रूप में देश में तेज़ी से उभरेगा, बल्कि इसके उत्पादन से बिहार में औद्योगिक माहौल बदलने के साथ-साथ निवेश का भी बड़ा रास्ता खुल जाएगा.
इस मामले को लेकर नीतीश कुमार की अगुवाई में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक हुई. इसमें राज्य में इथेनॉल उत्पादन यूनिट की स्थापना, बंद चीनी मिलों की पुनर्स्थापना, चीनी मिलों और अन्य संभावित उद्योगों की स्थापना के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई. बैठक में उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, प्रधान सचिव (गन्ना उद्योग) विजयलक्ष्मी सहित कई अधिकारी मौजूद थे.
UPA सरकार ने नहीं दी थी मंजूरी
बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए साल 2006 से ही काफी प्रयास किए गए हैं. वर्ष 2016 में बिहार औद्योगिक प्रोत्साहन नीति बनाई गई. किसी भी इन्वेस्टर के लिए पॉलिसी को बहुत ही बेहतर ढंग से बनाया गया है. उन्होंने बताया कि 2006 में ही इथेनॉल उत्पादन के लिए केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव भेज कर अनुमति मांगी गई थी, जिसे उस समय की यूपीए सरकार ने अस्वीकृत कर दिया था. उस समय एक बहुत बड़े निवेशक 21000 करोड़ का निवेश इथेनॉल उत्पादन के क्षेत्र में करना चाहते थे, लेकिन वह नहीं कर पाए. उन्होंने कहा कि अब केंद्र सरकार ने इथेनॉल उत्पादन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.बढ़ेगा रोजगार और किसानों की आय बढ़ेगी
इस कदम से बिहार में उत्पादन के क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. चीनी मिलों की शुरुआत होगी एवं उत्पादन बढ़ेगा. किसानों को गन्ने का अधिक से अधिक पैसे भी मिलेगा और किसानों की आर्थिक स्थिति में भी काफी सुधार होगा. राज्य में मक्के का भी उत्पादन काफी बढ़ा है. मक्के से भी इथेनॉल का उत्पादन किया जाएगा. इससे भी मक्का उत्पादक किसानों को काफी फायदा होगा.
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने दिया पूरा भरोसा
कुछ दिन पहले ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बिहार सरकार से आग्रह किया था कि इथेनॉल की 100 फैक्ट्रियां लगाई जाएं. उत्पादन होने वाला सारा इथेनॉल केंद्र सरकार खरीद लेगी. ऐसा माना जा रहा है कि बिहार सरकार ने इसके बाद ही यह फैसला लिया है. बैठक में तारकेश्वर प्रसाद, रेणु देवी, उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, गन्ना उद्योग मंत्री प्रमोद कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद थे.
इस मामले को लेकर नीतीश कुमार की अगुवाई में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक हुई. इसमें राज्य में इथेनॉल उत्पादन यूनिट की स्थापना, बंद चीनी मिलों की पुनर्स्थापना, चीनी मिलों और अन्य संभावित उद्योगों की स्थापना के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई. बैठक में उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, प्रधान सचिव (गन्ना उद्योग) विजयलक्ष्मी सहित कई अधिकारी मौजूद थे.
UPA सरकार ने नहीं दी थी मंजूरी
बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए साल 2006 से ही काफी प्रयास किए गए हैं. वर्ष 2016 में बिहार औद्योगिक प्रोत्साहन नीति बनाई गई. किसी भी इन्वेस्टर के लिए पॉलिसी को बहुत ही बेहतर ढंग से बनाया गया है. उन्होंने बताया कि 2006 में ही इथेनॉल उत्पादन के लिए केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव भेज कर अनुमति मांगी गई थी, जिसे उस समय की यूपीए सरकार ने अस्वीकृत कर दिया था. उस समय एक बहुत बड़े निवेशक 21000 करोड़ का निवेश इथेनॉल उत्पादन के क्षेत्र में करना चाहते थे, लेकिन वह नहीं कर पाए. उन्होंने कहा कि अब केंद्र सरकार ने इथेनॉल उत्पादन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.बढ़ेगा रोजगार और किसानों की आय बढ़ेगी
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने दिया पूरा भरोसा
कुछ दिन पहले ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बिहार सरकार से आग्रह किया था कि इथेनॉल की 100 फैक्ट्रियां लगाई जाएं. उत्पादन होने वाला सारा इथेनॉल केंद्र सरकार खरीद लेगी. ऐसा माना जा रहा है कि बिहार सरकार ने इसके बाद ही यह फैसला लिया है. बैठक में तारकेश्वर प्रसाद, रेणु देवी, उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, गन्ना उद्योग मंत्री प्रमोद कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद थे.