पटना. बिहार मंत्रिमंडल विस्तार (Bihar Cabinet Expansion) को लेकर पटना से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. बिहार बीजेपी (BJP) के कई कद्दावर नेताओं का दिल्ली दरबार में लगातार आना इस बात की तस्दीक कर रहा है. 26 जनवरी के बाद किसी भी दिन मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा. उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad) पिछले तीन दिनों से दिल्ली में डेरा डाले हुए थे. उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) सहित कई बड़े नेताओं से मुलाकात की. बीते 10 दिनों में तारिकिशोर प्रसाद दूसरी बार दिल्ली के दौरे पर थे. राज्यसभा सांसद और बिहार बीजेपी के कद्दावर नेता सुशील कुमार मोदी भी नड्डा से मिल चुके हैं. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल और हाल ही में विधान परिषद से निर्वाचित हुए सैयद शाहनवाज हुसैन भी बीजेपी अध्यक्ष से मिल चुके हैं. पार्टी सूत्रों की मानें तो जातिगत समीकरण को ध्यान में रख कर मंत्रिमंडल विस्तार किया जाएगा. खास बात यह है कि इस बार अगड़ी जातियों के प्रतिनिधत्व को लेकर पार्टी के तमाम बड़े नेताओं में मंथन चल रहा है. सूत्रों की मानें तो पार्टी इस बार कई नए और पुराने चेहरों को मौका देने जा रही है.
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अंदरखाने क्या चल रहा है?
बिहार बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री की मानें तो मंत्रिमंडल विस्तार में युवाओं को तरजीह मिलेगी. उन्होंने बताया कि हो सकता है कि पहली बार जीत कर आए विधायक भी मंत्री बन जाएं और चार-पांच बार से जीतते आ रहे विधायकों को भी मंत्री न बनाया जाए, क्योंकि, पार्टी आलाकमान भविष्य की योजनाओं पर काम कर रही है. मंत्रिमंडल में बीजेपी की भूमिका अहम होने वाली ये इसलिए क्योंकि जनता ने बीजेपी पर ज्यादा भरोसा किया है. इसलिए पार्टी मंत्रिमंडल विस्तार से पहले काफी सोच विचार कर रही है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले दिनों ही राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात की थी. (फाइल फोटो)
क्या इन नामों पर लग गई है मुहर?
बता दें कि बीजेपी कोटे से जिन नामों की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है उसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी और जमुई से बीजेपी विधायक श्रेयसी सिंह का नाम भी है. इसके अलावा झंझारपुर के विधायक नीतीश मिश्रा, दरभंगा के विधायक संजय सरावगी, बरौली के विधायक रामप्रवेश राय, बांकीपुर से रिकॉर्ड वोट से जीतने वाले विधायक नितिन नवीन और सम्राट चौधरी का नाम भी लिया जा रहा है. वहीं, रामनारायण मंडल, प्रमोद कुमार और केके ऋषि का भी नाम जोर-शोर से चल रहा है. तीनों नीतीश कुमार के पिछले मंत्रिमंडल का हिस्सा थे.
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दिल्ली दरबार में इन नेताओं ने लगाई हाजिरी
पिछले दिनों बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद संजय जयासवाल के बाद उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद का दिल्ली दरबार पहुंचना अपने-आप में कई चीजों को स्पष्ट कर रहा है. बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव के बिहार दौरे के कार्यक्रम से माना जा रहा है कि पार्टी मनोनयन कोटे से भरी जाने वाली विधान परिषद की सीटों के साथ ही उन नेताओं के नाम भी तय कर चुकी है जिनको बिहार सरकार में मंत्री बनना है.

नीतीश मंत्रिमंडल में नीतीश कुमार सहित 14 मंत्री हैं और 22 और नए मंत्री बनने की संभावना है. (फाइल फोटो)
इतने नए मंत्री बनाए जा सकते हैं
बता दें कि फिलहाल नीतीश मंत्रिमंडल में नीतीश कुमार सहित 14 मंत्री हैं और 22 और नए मंत्री बनने की संभावना है. इस बार के नीतीश मंत्रिमंडल में सबसे चौकाने वाली तस्वीर ये रही कि बीजेपी–जेडीयू ने अपना ज्यादातर पुराने मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया है, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार में हो रही देरी से कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी–जेडीयू में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अबतक सहमति नहीं बन पाई है. एक ओर जेडीयू मंत्रिमंडल में अपनी बराबर की हिस्सेदारी की उम्मीद लगाए बैठी है तो बीजेपी संख्या बल के हिसाब से अपनी हिस्सेदारी ज्यादा मांग रही है. कई पुराने चेहरे के मंत्रिमडल से बाहर होने के कारण उनकी मंत्रिमंडल में वापसी हो इसपर भी जेडीयू और बीजेपी में खींचतान जारी है.
सुशील मोदी के बाद कौन
बिहार मंत्रिमंडल में सुशील मोदी की अनुपस्थिति में पार्टी के आला नेताओं से कॉर्डिनेशन की जिम्मेदारी तारकिशोर प्रसाद ने संभाल रखी है, लेकिन पार्टी के कई बड़े नेताओं ने बीजेपी अध्यक्ष से मिल कर बिहार की राजनीति में नफा-नुकसान से अवगत करा दिया है. गणतंत्र दिवस के ठीक अगले दिन यानी 27 जनवरी को पार्टी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव भी पटना में रहेंगे. भूपेंद्र यादव के बिहार आगमन से माना जा रहा है कि बीजेपी मनोनयन कोटे से भरी जाने वाली विधान परिषद की सीटों के साथ ही उन नेताओं के नाम फाइनल कर दिए हैं, जिन्हें मंत्री बनने का मौका मिल सकता है.
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पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ श्रेयसी सिंह. (फाइल फोटो)
कुछ पुराने चेहरों की भी हो सकती है वापसी
अगर सूत्रों की मानें तो कई पुराने चेहरों की मंत्रिमंडल में वापसी पर सहमति बन गई है. अंदरखाने बिहार बीजेपी के कई बड़े नेता पार्टी कुछ पुराने चेहरों को भी दोबारा से मौके देने के पक्ष में हैं. ऐसे में उनकी सीनियरिटी को लेकर पार्टी के बड़े नेताओं के बीच लगातार बैठकें हो रही हैं. तमाम खींचतान के बीच इस बार मंत्रिमंडल के विस्तार में सामाजिक समीकरण का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा. इसबार मंत्रिमंडल में युवा चेहरों के साथ ही अति पिछड़े और दलित सामाज को भी जगह मिलना तय है. वहीं, बीजेपी ने शाहनबाज हुसैन को केन्द्र की राजनीति से दूरकर विधान परिषद भेज दिया है, तो उनका मंत्री बनना भी तय माना जा रहा है.
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Tags: Bihar NDA, Cabinet expansion, CM Nitish Kumar, Jp nadda, Sushil kumar modi, Syed shahnawaz hussain
FIRST PUBLISHED : January 25, 2021, 18:30 IST