कोरोना वायरस के संक्रमण के खिलाफ जहां बिहार सरकार दिन रात एक किए हुए है. वहीं मेडिकल टीम, पुलिसकर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों पर हो रहे हमलों के बाद बिहार सरकार ने भी यूपी पुलिस की राह पर चलने का फैसला किया है. दरअसल बिहार में कोरोना महामारी के बीच पुलिस टीम पर हो रहे हमलों पर भड़के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय (Bihar DGP Gupteshwar Pandey) ने कहा कि ऐसे मामलों और कोरोना महामारी से निपटने के लिए बिहार पुलिस (Bihar Police) भी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी NSA लगाएगी. डीजीपी ने कहा कि पुलिस के ऊपर जो हाथ उठेगा उसे तोड़ देंगे.
बिहार डीजीपी ने कहा कि पुलिस पर हाथ उठाने वालों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शेंगे और बिहार पुलिस कानून तोड़नेवालों के साथ सख्ती से निपटेगी. बिहार की 99 फ़ीसदी जनता पुलिस के साथ है और हंगामा करनेवालों की तादाद केवल एक फीसदी है. पुलिस पर हमला बर्दाश्त नहीं करेंगे. हंगामा करने वाले लोगों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल चलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि पुलिस जनता के लिए दिन रात काम कर रही है.
बता दें कि बिहार के औरंगाबाद में हेल्थ टीम पर बुधवार को ग्रामीणों ने अचानक हमला बोल दिया था. गोह थाना क्षेत्र के एकौनी गांव की इस घटना में स्वास्थ्य परीक्षण करने पहुंची टीम के कई कर्मियों को चोटें भी आईं. मोतिहारी में लोगों को जागरूक करने गए अफसरों पर ग्रामीणों ने हमला किया, इसमें बीडीओ घायल हो गए थे.
ऐसे मामलों पर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने सख्त रुख अपनाते हुएबुधवार को कहा था कि जो लोग ऐसा करेंगे उनको जेल में सड़ा देंगे. बिहार के डीजीपी ने बताया कि औरंगाबाद की घटना में 25 लोग जेल भेजे गए हैं और फरार लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों का नाम गुंडा पंजी में भी दर्ज होगा और स्पीडी ट्रायल के जरिये सजा दिलाई जाएगी. डीजीपी ने कहा कि एक प्रतिशत लोग गलत कर रहे हैं. लोगों को समझना होगा कि पुलिस और स्वास्थ्यकर्मी आमलोगों के लिए काम कर रहे हैं, ऐसे हमले अज्ञानता के कारण हो रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : April 17, 2020, 12:32 IST