बदले-बदले से सरकार नजर आते हैं! जानें CM नीतीश ने आला अफसरों को क्या दिए खास निर्देश

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (न्यूज 18 ग्राफिक्स)
नीतीश सरकार (Nitish Government) के प्रधान सचिव संजय कुमार (Principal Secretary Sanjay Kumar) ने एक पत्र जारी कर तमाम अपर मुख्य सचिव/ प्रधान सचिव/सचिव को ये निर्देश दिया है कि वे ससमय जानकारी उपलब्ध करवाएं.
- News18Hindi
- Last Updated: December 3, 2020, 2:34 PM IST
पटना. लगातार चौथी बार सत्ता संभालने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) इस बार बदले-बदले से नज़र आ रहे हैं. जहां कानून-व्यवस्था के मसले पर वे लगातार अधिकारियों से बैठकें कर रहे हैं और जल्द से जल्द हालात सुधारने के निर्देश दे रहे हैं. वहीं सरकारी विकास कार्यों की ज़मीनी हालात क्या हैं, इसकी पूरी जानकारी ले रहे हैं. इस बाबत उन्होंने बड़े अधिकारियों को निर्देश दिया है कि विभिन्न ज़िलों में जाकर विकास कार्यों की वस्तुस्थिति जानें और उसकी पूरी जानकारी मुख्यमंत्री तक समय पर पहुंचे ये भी सुनिश्चित की जाए.
दरअसल, सरकार के प्रधान सचिव संजय कुमार ने एक पत्र जारी कर तमाम अपर मुख्य प्रधान सचिव व सचिव को ये निर्देश दिया है कि वे ससमय जानकारी उपलब्ध करावाएं. इसके लिए तारीख भी मुकर्रर कर दी गई है. चार दिसंबर यानी कल तक ये पूरी रिपोर्ट अधिकारियों को दे देनी है. बता दें कि नीतीश कुमार पर विरोधियों ने सरकारी विकास के कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर हमला बोला था और स्वयं मुख्यमंत्री तक भी तक भी कई गड़बड़ियों की शिकायतें आई थीं.
जाहिर है बिहार में सातवीं बार सीएम पद की शपथ लेने वाले नीतीश कुमार अब इस मसले पर कोई ढील देने के मूड में नहीं दिख रहे हैं. प्रधान सचिव संजय कुमार ने 27 नवंबर को जो पत्र भेजा है उसकी लिखी बातों पर नजर डालने से तो यही बात सामने आती है.
दरअसल, सरकार के प्रधान सचिव संजय कुमार ने एक पत्र जारी कर तमाम अपर मुख्य प्रधान सचिव व सचिव को ये निर्देश दिया है कि वे ससमय जानकारी उपलब्ध करावाएं. इसके लिए तारीख भी मुकर्रर कर दी गई है. चार दिसंबर यानी कल तक ये पूरी रिपोर्ट अधिकारियों को दे देनी है. बता दें कि नीतीश कुमार पर विरोधियों ने सरकारी विकास के कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर हमला बोला था और स्वयं मुख्यमंत्री तक भी तक भी कई गड़बड़ियों की शिकायतें आई थीं.
सेवा में,
सभी अपर मुख्य सचिव/ प्रधान सचिव/ सचिव, बिहार पटनाविषय-विभागीय सचिवों को आवंटित जिलों के भ्रमण एवं उन जिलों के कार्यों की समीक्षा कर प्रतिवेदन समर्पित करने हेतु वित्त प्रपत्र तैयार करने के संबंध में
महाशय,
उपर्युक्त विषय के संबंध में कहना है कि राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं/कार्यक्रमों के प्रभारी कार्यान्वयन हेतु विभागीय स्तर पर मुख्य सचिवों/प्रधान सचिवों/सचिवों को विभिन्न जिलों का प्रभारी सचिव बनाया गया है. प्रभारी सचिवों द्वारा समय-समय पर संबंधित जिला के कार्यों की समीक्षा का प्रतिवेदन मुख्य सचिव बिहार को उपलब्ध कराया जाता है. निर्धारित विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन उपलब्ध नहीं होने से समीक्षा में कठिनाई महसूस की जाती रही है. अतः अनुरोध है कि अपने-अपने विभागों द्वारा कार्यान्वित योजनाओं/कार्यक्रमों की प्रकृति के अनुरूप निर्दशन हेतु विहित प्रपत्र हार्ड एवं सॉफ्ट कॉपी में तैयार कर दिनांक 4-12-2020 तक उपलब्ध कराने की कृपा की जाए. इसकी प्राथमिकता प्रार्थित है.
सभी अपर मुख्य सचिव/ प्रधान सचिव/ सचिव, बिहार पटनाविषय-विभागीय सचिवों को आवंटित जिलों के भ्रमण एवं उन जिलों के कार्यों की समीक्षा कर प्रतिवेदन समर्पित करने हेतु वित्त प्रपत्र तैयार करने के संबंध में
महाशय,
उपर्युक्त विषय के संबंध में कहना है कि राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं/कार्यक्रमों के प्रभारी कार्यान्वयन हेतु विभागीय स्तर पर मुख्य सचिवों/प्रधान सचिवों/सचिवों को विभिन्न जिलों का प्रभारी सचिव बनाया गया है. प्रभारी सचिवों द्वारा समय-समय पर संबंधित जिला के कार्यों की समीक्षा का प्रतिवेदन मुख्य सचिव बिहार को उपलब्ध कराया जाता है. निर्धारित विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन उपलब्ध नहीं होने से समीक्षा में कठिनाई महसूस की जाती रही है. अतः अनुरोध है कि अपने-अपने विभागों द्वारा कार्यान्वित योजनाओं/कार्यक्रमों की प्रकृति के अनुरूप निर्दशन हेतु विहित प्रपत्र हार्ड एवं सॉफ्ट कॉपी में तैयार कर दिनांक 4-12-2020 तक उपलब्ध कराने की कृपा की जाए. इसकी प्राथमिकता प्रार्थित है.
जाहिर है बिहार में सातवीं बार सीएम पद की शपथ लेने वाले नीतीश कुमार अब इस मसले पर कोई ढील देने के मूड में नहीं दिख रहे हैं. प्रधान सचिव संजय कुमार ने 27 नवंबर को जो पत्र भेजा है उसकी लिखी बातों पर नजर डालने से तो यही बात सामने आती है.