कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर बुधवार को तीन घंटे तक चली अहम बैठक में राज्य मुख्य सचिव, गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक, उत्पाद विभाग के अपर प्रधान सचिव सहित सभी जिलों के DM और SP वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए
पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लॉ एंड ऑर्डर (Law And Order) और मद्य निषेध के क्रियान्वयन को लेकर बुधवार को अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की. तीन घंटे तक चली इस बैठक में राज्य के मुख्य सचिव, गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक, उत्पाद विभाग के अपर प्रधान सचिव सहित सभी जिलों के डीएम और एसपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के माध्यम से शामिल हुए. बैठक में सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बिगड़ते लॉ एंड ऑर्डर को लेकर बेहद सख़्त दिखे, उन्होंने अधिकारियों से कई मसले पर सफाई मांगी, तो वहीं, इससे जुड़े कई कड़े निर्देश भी उन्हें दिये.
नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश देने से पहले उनसे कुछ ऐसे सवाल पूछे जिसका वो जवाब न दे सके. मुख्यमंत्री ने पूछा कि 16 नवंबर, 2021 को लॉ एंड ऑर्डर को लेकर महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक बुलाई गई थी जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्देश दिये गये थे. उन निर्देशों में अपराध कम करने की बात कही गई थी तो फिर अपराध कैसे बढ़ गए, जनता के प्रति पुलिस जवाबदेह क्यों नहीं हो पाती है. नीतीश कुमार यहीं नहीं रुके. उन्होंने अधिकारियों से एक और चुभता हुआ सवाल पूछा कि उनको मुख्यालय स्तर से प्रमंडलों में दौरा करने का निर्देश दिया गया था. तो बताइए किन-किन अधिकारियों ने दौरा किया है, उसका पूरा ब्योरा दीजिए. इस पर भी अधिकारियों के पास जवाब नहीं था.
जनता दरबार में आने वाले फरियादियों की अधिकांश शिकायत अधिकारियों से
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से पूछा कि आखिर क्या कारण है कि जनता दरबार में जो फरियादी आते हैं उनमें से अधिकांश की शिकायत अधिकारियों से ही क्यों होती है, ऐसा क्यों है. नीतीश कुमार ने बैठक में यह भी कहा कि सरकार पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए हर संभव सुविधा मुहैया कराती है तो इसका असर भी दिखना चाहिए. अपराध को हर हाल में कंट्रोल करना होगा. जो भी पुराने मामले हैं उसका त्वरित निपटारा किया जाए.
सीएम नीतीश ने बैठक में अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए. उन्होंने कहा कि इसका पालन सही तरीके से, यह सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने कहा कि विधि व्यवस्था सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. अपराध नियंत्रण में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. रात्रि गश्ती पैदल, गश्ती में किसी प्रकार की लापरवाही ना हो वरीय अधिकारी इसे अपने स्तर पर मॉनिटर करें. उन्होंने कहा कि जमीन से संबंधित आपसी विवाद को खत्म करने के लिए महीने में एक बार डीएम और एसपी, 15 दिन में एक बार एसडीओ व एसडीपीओ, और सप्ताह में एक दिन सीओ और थाना अध्यक्ष की बैठक में समस्याओं के त्वरित निष्पादन हेतु कार्य हो.
राजधानी पटना में कानून व्यवस्था पर रखें विशेष नजर
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राजधानी पटना में शराबबंदी के क्रियान्वयन पर विशेष नजर रखने, गड़बड़ी करने वालों को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि ड्रोन, मोटर बोट, स्वान दस्ता और आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर सघन छापेमारी कार्य को योजनाबद्ध ढंग से अंजाम देते रहें ताकि कोई भी धंधेबाज बच नहीं पाये. बिहार के लोगों की मानसिकता अच्छी है. गड़बड़ी करने वाले सीमित लोग हैं, उन पर विशेष नजर रखें ताकि वो किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं कर पाएं.
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