VIDEO: गुस्से में भी तेजस्वी के लिए दिख गया CM नीतीश का प्रेम! आगे बढ़ने को दिए ये सुझाव

विधान मंडल में नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने गुस्से में सदन में खड़े होकर कहा कि ये (तेजस्वी यादव) मेरे भाई समान दोस्त (लालू यादव) का बेटा है इसलिए हम सुनते रहते हैं, हम कुछ नहीं बोलते हैं, बर्दाश्त करते रहते हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: November 28, 2020, 3:06 PM IST
पटना. बिहार में नई सरकार बनने के बाद पहले सत्र का समापन भी हो गया. यह सत्र अधिकतर कड़वी और अमर्यादित बातों के लिए ही याद रखा जाएगा, लेकिन साथ ही सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के उस गुस्से के लिए भी याद किया जाएगा जो लोगों ने बिरले ही देखा होगा. उनके कई करीबी राजनीतिज्ञ भी यह कहते हैं कि सदन में सीएम नीतीश का इतना गुस्सा कभी नहीं देखा था. हालांकि सियासतदानों के बीच में रहने वाले लोगों ने उस स्नेह की वाणी को भी पढ़ लिया, जो सीएम नीतीश ने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के लिए कही.
दरअसल मुख्यमंत्री ने गुस्से में सदन में खड़े होकर कहा कि ये (तेजस्वी यादव ) मेरे भाई समान दोस्त (लालू यादव) का बेटा है इसलिए हम सुनते रहते हैं, हम कुछ नहीं बोलते हैं, बर्दाश्त करते रहते हैं. हालांकि इस दौरान वे तल्ख भी हुए और लालू प्रसाद यादव को सियासत में मदद करने की भी बात कही. यह भी कहा कि उन्होंने ही तेजस्वी यादव को डिप्टी सीएम भी बनाया था. हालांकि थोड़ी देर बाद में नीतीश कुमार ने शांत होते हुए कहा कि आगे बढ़ना है तो मर्यादा में रहना सीखना होगा.
यह वीडियो युवा राजद से ट्विटर हैंडल से शेयर किया गया है, लेकिन अलग संदर्भ में. उन्होंने अलग अंदाज से देखा है, लेकिन इसमें साफ है कि नीतीश ने गुस्से में भी सीख दे दी है. सीएम ने आगे कहा, तेजस्वी यादव के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे बढ़ना है, तो सभी मर्यादा का ध्यान रखें. अमर्यादित ढंग से आचरण करने से बात नहीं बनती है. उन्होंने कहा कि वह तो कभी किसी को चार्जशीटेड नहीं बोलते हैं. उन्होंने कहा कि यह अध्यक्ष की भी जवाबदेही है कि वह नियमों के तहत सदन का संचालन करें.
सीएम ने भाकपा माले पर हमला करते हुए कहा कि आज माले के लोग कुछ बोलते रहते हैं. उन्हें पता होना चाहिए कि स्वर्गीय जॉर्ज फर्नांडिस ने जब समता पार्टी बनायी थी, तो माले उनके साथ ही थी. उन्होंने कहा कि सिर्फ बोलने और नारा लगाने से जनता की सेवा नहीं होती. इस बार माले को कुछ सीटें मिली हैं, तो वह समाज में झगड़ा लगाने का काम करेगी.
दरअसल मुख्यमंत्री ने गुस्से में सदन में खड़े होकर कहा कि ये (तेजस्वी यादव ) मेरे भाई समान दोस्त (लालू यादव) का बेटा है इसलिए हम सुनते रहते हैं, हम कुछ नहीं बोलते हैं, बर्दाश्त करते रहते हैं. हालांकि इस दौरान वे तल्ख भी हुए और लालू प्रसाद यादव को सियासत में मदद करने की भी बात कही. यह भी कहा कि उन्होंने ही तेजस्वी यादव को डिप्टी सीएम भी बनाया था. हालांकि थोड़ी देर बाद में नीतीश कुमार ने शांत होते हुए कहा कि आगे बढ़ना है तो मर्यादा में रहना सीखना होगा.
जनादेश चोरी के मुख्यमंत्री @NitishKumar जी सम्भवतः 'भाई', 'दोस्त', 'बेटा', संसदीय गरिमा, सदन की परम्परा, नेता प्रतिपक्ष का स्थान व सम्मान और विपक्ष की महत्ता का अर्थ नहीं जानते!
वैसे आगबबूला होना सच नहीं छुपाएगा, इसे और उभारेगा! pic.twitter.com/9c6BCBzWia— युवा राजद (@yuva_rajad) November 28, 2020
यह वीडियो युवा राजद से ट्विटर हैंडल से शेयर किया गया है, लेकिन अलग संदर्भ में. उन्होंने अलग अंदाज से देखा है, लेकिन इसमें साफ है कि नीतीश ने गुस्से में भी सीख दे दी है. सीएम ने आगे कहा, तेजस्वी यादव के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे बढ़ना है, तो सभी मर्यादा का ध्यान रखें. अमर्यादित ढंग से आचरण करने से बात नहीं बनती है. उन्होंने कहा कि वह तो कभी किसी को चार्जशीटेड नहीं बोलते हैं. उन्होंने कहा कि यह अध्यक्ष की भी जवाबदेही है कि वह नियमों के तहत सदन का संचालन करें.
सीएम ने भाकपा माले पर हमला करते हुए कहा कि आज माले के लोग कुछ बोलते रहते हैं. उन्हें पता होना चाहिए कि स्वर्गीय जॉर्ज फर्नांडिस ने जब समता पार्टी बनायी थी, तो माले उनके साथ ही थी. उन्होंने कहा कि सिर्फ बोलने और नारा लगाने से जनता की सेवा नहीं होती. इस बार माले को कुछ सीटें मिली हैं, तो वह समाज में झगड़ा लगाने का काम करेगी.