पटना/रांची. कोरोना महामारी जब से आई है तब से देशभर के अलग-अलग शहरों में बढ़ते पॉजिटिव मामलों में वृद्धि होने की वजह से शादी व अन्य कार्यक्रमों की (Wedding Functions) तारीखें भी आगे बढ़ती रही हैं. मार्च 2020 में ही कोरोना के आने की वजह से कई शादियों को आगे के लिए टाल दिया गया था. कुछ ऐसी ही स्थिति 2021 में भी देखने को मिली. हालांकि 2021 के आखिर में कोरोना मामलों (Corona Cases In Bihar Jharkhand) में कमी होने की वजह से खूब शादियां हुईं. लेकिन, अब साल 2022 की शुरुआत हो चुकी है और नया वर्ष शुरू होते ही कोरोना के मामलों में भी काफी तेजी से इजाफा देखने को मिल रहा है. बिहार और झारखंड में तो एक दिन में 900 से 1000 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं. ऐसे में दोनों ही जगह की सरकारों ने राज्य में कई पाबंदियां भी लगी दी हैं. इन पाबंदियों में शादी-विवाह से जुड़े नियम भी शामिल हैं. इसलिए खरमास (Kharmas) यानि 14 जनवरी के बाद जिन लोगों की शादियां होने वाली हैं या जिन लोगों को शादियों में शामिल होने जाना है, उन्हें सरकारी नियमों को जान लेना चाहिए.
सबसे पहले बात करें बिहार की तो यहां की नीतीश सरकार ने मंगलवार को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक के बाद राज्य में नाइट कर्फ्यू लगाने की घोषणा कर दी है, जिसके तहत पूरे प्रदेश में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा. वहीं शादी-विवाह को लेकर राज्य सरकार ने साफ-साफ आदेश दिया है कि ऐसे आयोजनों में अधिकतम 50 लोग ही शामिल हो सकते हैं. वहीं बात करें झारखंड की तो यहां की हेमंत सोरेन सरकार ने भी बीते सोमवार को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक के बाद प्रदेश में कई पाबंदी लगाने का निर्णय लिया है, जिसके तहत राज्य में दवा दुकान, रेस्टोरेंट और बार को छोड़कर सारे दुकान और बाजार रात 8 बजे के बाद बंद हो जाएंगे. वहीं झारखंड सरकार ने आदेश दिया है कि शादी-विवाह कार्यक्रम में अधिकतम 100 लोग शामिल हो सकेंगे.
14 जनवरी के बाद शुरू होंगी शादियां
हिन्दू रीति-रिवाज और परंपराओं के अनुसार खरमास का विशेष महत्व होता है. हिन्दू धर्म में अधिकांश शुभ कार्य खरमास के बाद किए जाते हैं. इस बारे में पटना के कंकड़बाग स्थित साईं मंदिर के पुजारी नवल किशोर पांडेय ने बताया कि हर साल संक्रांति पर्व समाप्त होने के बाद ही खरमास भी समाप्त होता है. संक्रांति में सूर्य देव उत्तरायण आ जाते हैं और उत्तरायण आ जाने के बाद खरमास समाप्त हो जाता है. इस बार 14 जनवरी के बाद खरमास समाप्त हो जाएगा, जिसके बाद सारे मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे. ऐसे में कोरोना की वजह से पाबंदियां लगने के कारण लोगों को थोड़ी दिक्कत तो जरूर होगी लेकिन, कोरोना से लड़ाई में सामाजिक दूरी बहुत जरूरी है.
जानिए कब-कब है शुभ मुहूर्त
बता दें, इस बार जनवरी महीने में पांच दिन शादी के शुभ मुहूर्त वाले हैं. अखंडवासिनी मंदिर के पुजारी विशाल तिवारी ने बताया कि इस बार 15 जनवरी, 20 जनवरी, 23 जनवरी, 27 जनवरी और 29 जनवरी के दिन शादी का शुभ मुहूर्त है. वहीं 16 जनवरी, 17 जनवरी, 21 जनवरी को भी अन्य मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त है. हालांकि शादी के दौरान अन्य कार्यक्रमों जैसे सगाई, तिलक, मेहंदी, संगीत, रिसेप्शन आदि का भी आयोजन होता है. ऐसे में पाबंदियों के लागू होने लोगों को थोड़ी दिक्कत तो जरूर होगी.
सरकार ने लगाई है ये पाबंदियां
कोरोना के कारण सरकार ने न सिर्फ शादियों में लोगों के शामिल होने संख्या को सीमित किया है, बल्कि कई दूसरे प्रतिबंद भी लगाए हैं. बिहार में शादी के दौरान किसी भी तरह के डीजे, बारात जुलूस आदि निकालने की अनुमति नहीं होगी. इसके अलावा स्थानीय थाना को 3 पहले ही शादी की सूचना देनी होगी. वहीं झारखंड में भी शादी समारोह में अधिकतम 100 लोगों को ही शामिल होने के अनुमति दी गयी है. जारी गाइडलाइन के अनुसार आउटडोर आयोजन में अधिकतम एक सौ लोग शामिल हो सकेंगे. इनडोर आयोजनों में कुल क्षमता का 50% या 100 दोनों में से जो कम हो, क्षमता के साथ आयोजन हो सकेंगे. वहीं दोनों ही राज्यों में रात 8 बजे के बाद दुकान बंद हो जाने की स्थिति में शादी की तैयारियों के लिए शॉपिंग करने में भी थोड़ी परेशानी होगी.
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Tags: Bihar News, Corona Guidelines, Wedding Ceremony