कोरोना वायरस के संक्रमण (Coronavirus infection) के खतरे को देखते हुए संपूर्ण देश में लॉकडाउन है. अब तक माना जा रहा है कि विदेश से लौटे या कोरोना संक्रमित (Corona infected) लोगों के संपर्क में आने वाले ही खतरे में हैं. हालांकि, दो दिन पॉजिटिव पाए गए वैशाली के राघोपुर के युवक का मामला कुछ अलग है. दरअसल, बीमारी के कारण वह दो साल से सिर्फ पटना के अलावा कहीं गया ही नहीं. ऐसे में वह कैसे संक्रमित हुआ, इसको लेकर अब भी सवाल बना हुआ है.
सबसे खतरनाक बात जो सामने आई है वो ये कि संक्रमित युवक 23 मार्च से 14 अप्रैल तक पटना के अलग-अलग इलाकों में गया था. वह अधिकतकर सार्वजनिक जगहों पर घूमता रहा. जाहिर है इतने दिनों तक गांव से पटना के कई मोहल्लों तक उसके घूमने से वायरस संक्रमण का खतरा बढ़ गया है जो बेहद ही चिंता की बात है.
इससे भी बड़ी बात जो सामने आई है वह ये कि बुधवार देर रात जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी तब तक उसके संपर्क में पटना के 100 से अधिक लोग आ चुके थे. हालांकि, इनमें 79 की पहचान की जा चुकी है, जबकि अन्य की तलाश जारी है. बता दें कि इस युवक के संपर्क में आए आठ परिजनों और 63 अन्य की भी जांच की गई है और ये सभी क्वारंटाइन किए गए हैं.
इस बीच उस युवक का खुसरुपुर और मीठापुर के पॉपुलर अस्पताल के साथ ही राजेंद्र नगर के मैक्स लाइफ जांच केंद्र को सील कर दिया गया है. यहां उक्त युवक का इलाज किया गया था.
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FIRST PUBLISHED : April 17, 2020, 06:39 IST