मंगलवार को पटना में राजभवन मार्च के दौरान लोजपा (रामविलास) के कार्यकर्ता
पटना. बिहार सरकार की बर्खास्तगी की मांग को लेकर लोजपा रामविलास पार्टी (LJP Ramvilas) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पटना में मंगलवार को राजभवन मार्च (Chirag Paswan Rajbhawan March) का आयोजन किया था लेकिन जिला प्रशासन की नजर में यह मार्च गैरकानूनी था क्योंकि यह पटना के प्रतिबंधित क्षेत्र में आयोजित किया गया था. पटना जिला प्रशासन का मानना है कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) द्वारा बिना किसी सक्षम प्राधिकार की अनुमति के राजभवन मार्च करने का प्रयास किया गया.
बिना सक्षम प्राधिकार के प्रतिबंधित क्षेत्र में धरना प्रदर्शन करने, प्रशासनिक कार्य में बाधा डालने, यातायात अवरुद्ध करने, भीड़-भाड़ लगाने, जनजीवन प्रभावित करने, धक्का-मुक्की करने आदि के आरोप में कोतवाली थाना में 8 ज्ञात एवं सैंकड़ों अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है. जिन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है उनमें संजय पासवान प्रधान महासचिव लोक जनशक्ति पार्टी, राजू तिवारी प्रदेश अध्यक्ष, हुलास पांडे अध्यक्ष प्रदेश संसदीय बोर्ड, रेणु कुशवाहा राष्ट्रीय महासचिव, अरुण कुमार पूर्व सांसद, डॉ शहनवाज अहमद कैफी राष्ट्रीय महासचिव, वेद प्रकाश पांडे, युवा लोजपा प्रदेश अध्यक्ष और राजेश मंटू प्रदेश प्रवक्ता समेत अन्य सैकड़ों अज्ञात शामिल हैं.
सभी प्रदर्शनकारियों को डाक बंगला चौराहा से प्रतिबंधित क्षेत्र में राजभवन मार्च नहीं करने का दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी द्वारा अनुरोध किया गया तथा समझाने बुझाने का प्रयास किया गया था. विधि व्यवस्था की ड्यूटी में तैनात दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी द्वारा प्रदर्शनकारी को इनकम टैक्स गोलंबर पर भी रोकने का प्रयास किया गया और प्रतिबंधित क्षेत्र में आगे नहीं जाने को कहा गया फिर भी बैरिकेडिंग तोड़ते हुए सभी आगे बढ़ते चले गए.
मालूम हो कि मंगलवार को पटना में सांसद चिराग पासवान के नेतृत्व में जारी मार्च में लोगों को पुलिस ने समझाने का प्रयास किया था और आखिरकार पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था. पुलिस ने लाठीचार्ज के साथ-साथ 20 राउंड आंसू गैस के गोले भी छोड़े थे लेकिन कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन लगातार जारी रहा था. दर्जनों कार्यकर्ताओं को को पुलिस लाठीचार्ज में चोटे भी आई थी. बाद में पुलिस ने सांसद चिराग पासवान को हिरासत में लिया था.
प्रदर्शन के बाद चिराग पासवान ने बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि जितनी पुलिस आज मुझे रोकने के लिए लगाई गई थी इतनी पुलिस हमेशा रहती तो बिहार में अपराध पर लगाम लग जाता. हम कोई आतंकवादी नहीं हैं कि हमारे साथ ऐसा बर्ताव किया जा रहा है. चिराग ने कहा था कि हम लोग शांतिपूर्ण तरीके से राज्यपाल से मिलने जा रहे थे लेकिन हमें राज्यपाल से मिलने नहीं दिया गया रोका गया यह सरासर गलत है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Chirag Paswan, Lok Janshakti Party