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Patna News : सरकारी स्कूल के बच्चे भी करेंगे रोबोटिक्स की पढ़ाई, जानें हर जिले के कितने स्कूलों में होगी पढ़ाई

फाइल तस्वीर.

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टीचर्स ऑफ बिहार के अध्यक्ष शिव कुमार बताते हैं कि रोबोटिक्स की पढ़ाई शुरू होने से छात्रों का मानसिक विकास होगा. अभी बिह ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट: सच्चिदानंद

पटना. बिहार के सरकारी स्कूलों के बच्चे भी अब हाई टेक होने वाले हैं. सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे भी अब रोबोट बनाएंगे. जी हां, बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से राज्य के 2456 माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में रोबोटिक्स की पढ़ाई शुरू होगी. इसके लिए जिला स्तर पर विशेषज्ञों की टीम बनाई जा रही है.

2456 सरकारी स्कूलों में से सबसे ज्यादा पटना जिले से 876 स्कूल हैं. इसके अलावा सभी जिलों से कम से कम पांच स्कूलों में रोबोटिक्स की पढ़ाई कराई जाएगी. टीचर्स ऑफ बिहार के अध्यक्ष शिव कुमार बताते हैं कि ऐसे छात्रों का मानसिक विकास जोगा.

पटना के सर्वाधिक स्कूल में होगी पढ़ाई

बिहार के 2456 स्कूलों में से सर्वाधिक स्कूल पटना जिले के चुने गए हैं. इस लिस्ट में पटना के 876 स्कूल हैं. इसके अलावा सभी जिलों से कम से कम पांच स्कूलों में रोबोटिक्स की पढ़ाई कराई जाएगी. अभी तक रोबोटिक्स की पढ़ाई सिर्फ निजी स्कूलों में हो रही है. लेकिन अब सरकारी स्कूलों के बच्चें इनसे पीछे नहीं रहेंगे.

सरकारी स्कूलों के बच्चों को भी रोबोटिक्स और रोबोट बनाने की जानकारी मिलेगी. इसमें छात्रों को ना सिर्फ रोबोटिक्स के बारे में बताया जायेगा, बल्कि वह रोबोट बनाना भी सीखेंगे. वर्तमान में राज्यभर में 108 स्कूलों में अटल टिंकलिंग लैब स्थापित है. जहां यह लैब है, उन्हीं स्कूलों में रोबोटिक्स की पढ़ाई हो रही है. लेकिन इसमें कुछ ही स्कूल हैं, जहां के शिक्षकों द्वारा इसकी पढ़ाई करवाई जाती है.

ऐसे होगी रोबोटिक्स की पढ़ाई

रोबोटिक्स आधुनिक तकनीक की पढ़ाई है. इसमें मशीन को इंसान के जैसे तैयार किया जाता है. शिक्षक सुरेंद्र कुमार ने बताया कि इंसान में जिस तरह से सोचने और समझने की शक्ति के लिए सेंस ऑर्गन होता है. उसी तरह से मशीन में सेंसर फिट किया जाता है. इसके लिए माइक्रो कंट्रोलर लगाया जाता है. इसके साथ कंप्यूटर पर प्रोग्रामिंग से उसे चलाया जाता है.

यानी कि मशीन के अंदर प्रोग्रामिंग कर सेंसर लगाने के बाद जब वह काम करने लगता है, तो उसे ही रोबोट कहते हैं. इसकी प्रक्रिया को पढ़ाने के तरीके को रोबोटिक्स कहा जाता है. आपको बता दें कि कुछ महीने पहले से पायलट प्रोजेक्ट के तहत जिले में 24 स्कूलों में यह ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है. 12 एक्सपर्ट विद्यार्थी को ट्रेनिंग दे रहे हैं. इसके बाद यह बिहार के चयनित स्कूलों में होने वाली है.

Tags: Bihar News, PATNA NEWS

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