GDP पर बोली JDU- 'अर्थशास्त्रियों, पूर्व वित्त मंत्रियों और RBI के बड़े अधिकारियों से विमर्श करे सरकार'
News18 Bihar Updated: November 30, 2019, 2:36 PM IST

स्लो इकोनॉमी ग्रोथ पर जेडीयू ने चिंता जाहिर की. (केसी त्यागी का फाइल फोटो)
जेडीयू नेता ने कहा कि भारत सरकार को अर्थशास्त्रियों, पूर्व वित्त मंत्रियों और रिजर्व बैंक के बड़े अधिकारियों के साथ विमर्श कर ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए जिससे संभावित मंदी से मुक़ाबला किया जा सके.
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नई दिल्ली. शुक्रवार को केंद्र सरकार ने सकल घरेलू उत्पाद यानि GDP के जो आंकड़े जारी किए उसके मुताबिक करीब 6 वर्ष में किसी एक तिमाही की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. इस वित्त वर्ष (2019-20) की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ (GDP Growth) का आंकड़ा घटकर 4.5 प्रतिशत पर पहुंच गया है. हालांकि केंद्र सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यन (Chief Economic Advisor KV Subramanian) ने उम्मीद जताई है कि तीसरी तिमाही में जीडीपी (GDP) गति पकड़ सकती है. लेकिन, सरकार के दावों के बावजूद कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार पर हमलावर है, वहीं एनडीए (NDA) की सहयोगी पार्टी जेडीयू (JDU) भी इसपर चिंता जाहिर कर रही है.
जेडीयू के प्रधान महासचिव के सी त्यागी (KC Tyagi) ने कहा है कि जीडीपी का 4.5 तक आ जाना इस सरकार के कार्यकाल में अब तक का सबसे निचला स्तर है. कृषि का 2.1 प्रतिशत विकास दर आ जाना और गांवों से पलायन की लगातार खबरें आना बेहद चिंताजनक हैं. मंदी से उबरने का और रोजगार पैदा करने का मैकेनिज्म अभी बनता हुआ नहीं दिख रहा है.
जेडीयू नेता ने कहा कि भारत सरकार को अर्थशास्त्रियों, पूर्व वित्त मंत्रियों और रिजर्व बैंक के बड़े अधिकारियों के साथ विमर्श कर ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए जिससे संभावित मंदी से मुक़ाबला किया जा सके.
गिरते जीडीपी ग्रोथ को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह द्वारा केंद्र सरकार पर हमले पर केसी त्यागी ने कहा कि कोई हर्ज नहीं है, लेकिन मनमोहन सिंह को आलोचना करने के बजाय सरकार को सुझाव देने चाहिए.
बता दें कि डॉ मनमोहन सिंह ने इसे बेहद चिंताजनक करार देते हुए कहा है कि विश्वास का हमारा सामाजिक ताना-बाना अब फट गया है. उन्होंने कहा, हमारी अर्थव्यवस्था की स्थिति गहरी चिंताजनक है, लेकिन मैं तर्क दूंगा कि हमारे समाज की स्थिति और भी चिंताजनक है.
पूर्व पीएम ने कहा कि जीडीपी के आंकड़े 4.5 प्रतिशत तक कम हैं यह स्पष्ट रूप से अस्वीकार्य है. हमारे देश की आकांक्षा 8 से 9 प्रतिशत की दर से बढ़ना है. Q1 में Q1 में सकल घरेलू उत्पाद का 5 से 4.5 प्रतिशत तक की तीव्र गिरावट चिंताजनक है.इनपुट- अमितेश
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जेडीयू के प्रधान महासचिव के सी त्यागी (KC Tyagi) ने कहा है कि जीडीपी का 4.5 तक आ जाना इस सरकार के कार्यकाल में अब तक का सबसे निचला स्तर है. कृषि का 2.1 प्रतिशत विकास दर आ जाना और गांवों से पलायन की लगातार खबरें आना बेहद चिंताजनक हैं. मंदी से उबरने का और रोजगार पैदा करने का मैकेनिज्म अभी बनता हुआ नहीं दिख रहा है.
जेडीयू नेता ने कहा कि भारत सरकार को अर्थशास्त्रियों, पूर्व वित्त मंत्रियों और रिजर्व बैंक के बड़े अधिकारियों के साथ विमर्श कर ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए जिससे संभावित मंदी से मुक़ाबला किया जा सके.
गिरते जीडीपी ग्रोथ को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह द्वारा केंद्र सरकार पर हमले पर केसी त्यागी ने कहा कि कोई हर्ज नहीं है, लेकिन मनमोहन सिंह को आलोचना करने के बजाय सरकार को सुझाव देने चाहिए.

मनमोहन सिंह ने GDP के आंकड़ों पर टिप्पणी की है.
बता दें कि डॉ मनमोहन सिंह ने इसे बेहद चिंताजनक करार देते हुए कहा है कि विश्वास का हमारा सामाजिक ताना-बाना अब फट गया है. उन्होंने कहा, हमारी अर्थव्यवस्था की स्थिति गहरी चिंताजनक है, लेकिन मैं तर्क दूंगा कि हमारे समाज की स्थिति और भी चिंताजनक है.
पूर्व पीएम ने कहा कि जीडीपी के आंकड़े 4.5 प्रतिशत तक कम हैं यह स्पष्ट रूप से अस्वीकार्य है. हमारे देश की आकांक्षा 8 से 9 प्रतिशत की दर से बढ़ना है. Q1 में Q1 में सकल घरेलू उत्पाद का 5 से 4.5 प्रतिशत तक की तीव्र गिरावट चिंताजनक है.
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First published: November 30, 2019, 2:28 PM IST
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