के विधायकों और एक सांसद के जेडीयू में शामिल होने की अटकलों को और तेज कर दिया है. उन्होंने न्यूज 18 से बात करते हुए कहा कि अगर कोई
की नीतियों के आधार पर आना चाहे तो पार्टी में उनका स्वागत है. उन्होंने कहा कि राजनीति में हर व्यक्ति एक दूसरे के संपर्क में रहता है इसलिए किसी भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. जाहिर है पार्टी के कद्दावर नेता के इस बयान के बाद बिहार में सियासत तेज हो गई है. हालांकि रालोसपा ने उनके बयान को गंभीरता से नहीं लेने की बात कहते हुए पलटवार किया है.
रालोसपा के कार्यकारी अध्यक्ष नागमणि ने उनकी पार्टी को तोड़ने की साजिश करने का आरोप लगाते हुए वशिष्ठ नारायण सिंह के लिए आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया. उन्होंने उन्हें नीतीश कुमार का रबर स्टाम्प बताया और दावा किया कि अगले दो दिन में बिहार में बड़ा धमाका होने वाला है.
नागमणि ने कहा कि बीजेपी की साख पूरे देश में गिर रही है इसलिए वह हमारी जान छोड़ दे तो बेहतर रहेगा. उन्होंने कहा कि हमने बीजेपी को अंतिम अल्टीमेटम दे दिया है. उन्होंने कहा कि हम जिधर भी जाएंगे वह गठबंधन मजबूत होगा.
वहीं रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप मिश्र ने कहा कि उनकी पार्टी वशिष्ठ नारायण सिंह की बातों को गंभीरता से नहीं लेती है. उन्होंने कहा कि उनकी बात बीजेपी से हो रही है क्योंकि रालोसपा का गठबंधन बीजेपी से ही है. उन्होंने ये भी दावा किया कि मामले को खत्म करने के लिए जरूरत हुई तो पार्टी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी बात करेगी.
हालांकि वशिष्ठ नारायण सिंह के बयान से बीजेपी ने किनारा कर लिया है. पार्टी के नेता संजय टाइगर ने कहा है कि उपेन्द्र कुशवाहा एनडीए के महत्वपूर्ण अंग हैं और हमलोग बड़ा लक्ष्य लेकर चल रहे हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि कुशवाहा बीजेपी के साथ ही रहेंगे.
जेडीयू और रालोसपा के बीच चल रही ये तकरार बिहार की राजनीति में अभी जारी रहने की संभावना है. क्योंकि उपेन्द्र कुशवाहा जब तक आखिरी पत्ते नहीं खोल दें तब तक कुछ भी कहना कठिन है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
FIRST PUBLISHED : November 16, 2018, 15:12 IST