Kisaan Aandolan: किसानों के समर्थन में आज पटना में तेजस्वी का धरना, महागठबंधन के दल होंगे शामिल

तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आज महागठबंधन का धरना पटना के गांधी मैदान में होगा.
Kisan Aandolan: तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) ने कहा कि देशभर के किसानों में सरकार के प्रति बड़ी नाराजगी है. यह वही सरकार है जो कह रही थी कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी की जाएगी. भला MSP के बगैर आय कैसे दोगुनी होगी?
- News18Hindi
- Last Updated: December 5, 2020, 8:00 AM IST
पटना. केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नए कृषि कानून को वापस लेने के लिए किसान आंदोलन (Kisaan Aandolan) जारी है और बड़ी संख्या में दिल्ली के बॉर्डर पर किसान सड़कों पर हैं. खास तौर पर दिल्ली, पंजाब व हरियाणा में किसान इसको लेकर मुखरता के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, बिहार में बड़े स्तर पर कृषि कानून का विरोध सड़कों पर होता नहीं दिख रहा है. अब इसे व्यापक जनसमर्थन देने के उद्देश्य से महागठबंधन में शामिल दल पटना के गांधी मैदान में धरना देंगे. इसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी (Tejaswi Yadav) यादव समेत कांग्रेस व वामदलों के सभी बड़े नेताओं के शामिल होंगे.
बता दें कि केंद्र सरकार जिस तरह का कानून लाई है वो पहले बिहार में लागू हो चुका है. अब किसान संगठनों की ओर से कहा जा रहा है कि नए कानून से बिहार के किसानों को नुकसान हुआ है, ऐसे में सरकार को बिहार से सबक लेकर इन कानूनों को वापस लेना चाहिए.
पटना के गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के सामने धरना कार्यक्रम के बारे में तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर सूचना दी थी. तेजस्वी यादव ने कहा कि देशभर के किसानों में सरकार के प्रति बड़ी नाराजगी है. हमने किसानों का मुद्दा उठाया. यह वही सरकार है जो कह रही थी कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी की जाएगी. भला एमएसपी के बगैर आय कैसे दोगुनी होगी.
वहीं, दूसरी ओर जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव वैसे लोगों में शामिल हैं जो अकारण किसी विषय का विरोध करते हैं. कृषि कानून पर उन्हें बोलने का हक नहीं है क्योंकि उनके पिता तो किसानों के पशुओं का चारा ही खा गए थे. आपको बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले कई दिनों से देश के विभिन्न राज्यों के किसान दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली के बॉर्डर पर भी विभिन्न राज्यों के किसान डटे हुए हैं. हालांकि अभी तक केंद्र से कई दौर की वार्ताओं के बाद भी किसानों की मांगें नहीं मानी गई हैं.
बता दें कि केंद्र सरकार जिस तरह का कानून लाई है वो पहले बिहार में लागू हो चुका है. अब किसान संगठनों की ओर से कहा जा रहा है कि नए कानून से बिहार के किसानों को नुकसान हुआ है, ऐसे में सरकार को बिहार से सबक लेकर इन कानूनों को वापस लेना चाहिए.
पटना के गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के सामने धरना कार्यक्रम के बारे में तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर सूचना दी थी. तेजस्वी यादव ने कहा कि देशभर के किसानों में सरकार के प्रति बड़ी नाराजगी है. हमने किसानों का मुद्दा उठाया. यह वही सरकार है जो कह रही थी कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी की जाएगी. भला एमएसपी के बगैर आय कैसे दोगुनी होगी.
वहीं, दूसरी ओर जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव वैसे लोगों में शामिल हैं जो अकारण किसी विषय का विरोध करते हैं. कृषि कानून पर उन्हें बोलने का हक नहीं है क्योंकि उनके पिता तो किसानों के पशुओं का चारा ही खा गए थे. आपको बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले कई दिनों से देश के विभिन्न राज्यों के किसान दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली के बॉर्डर पर भी विभिन्न राज्यों के किसान डटे हुए हैं. हालांकि अभी तक केंद्र से कई दौर की वार्ताओं के बाद भी किसानों की मांगें नहीं मानी गई हैं.