राज्यसभा उपचुनाव: चिराग को रास नहीं आया तेजस्वी का ऑफर, LJP नहीं उतारेगा उम्मीदवार

तेजस्वी के साथ चिराग की फाइल फोटो (news18 hindi)
RajyaSabha By Election: लोजपा सुप्रीमो और केंद्रीय मंत्री रहे रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) के निधन से खाली हुई एक सीट से एनडीए ने बिहार के डिप्टी सीएम रहे सुशील कुमार मोदी को अपना उम्मीदवार बनाया है.
- News18Hindi
- Last Updated: December 1, 2020, 1:16 PM IST
पटना. बिहार में राज्यसभा (Bihar Rajyasabha Election) की एक सीट के लिए होने वाले उपचुनाव को लेकर स्थिति साफ हो गई है. चिराग पासवान (Chirag Paswan) की अगुवाई वाली लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) ने ये साफ कर दिया है कि इस उपचुनाव में उसकी तरफ से कोई प्रत्याशी चुनाव में नहीं होगा. इसको लेकर पार्टी के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया है.
इस ट्वीट में लिखा गया है कि @RJDforIndia के कई साथी अपना समर्थन इस सीट पर लोजपा प्रत्याशी के लिए करने की बात की है।उनके समर्थन के लिए पार्टी आभार व्यक्त करती है।इस राज्य सभा सीट पर @LJP4India का कोई भी व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ना चाहता है।
इससे पहले लोक जनशक्ति पार्टी ने चुनाव को लेकर एक और ट्वीट किया था जिसमें लिखा गया था कि दलित सेना के संस्थापक राम विलास पासवान के निधन के बाद से रिक्त पड़ी राज्यसभा की सीट पर चुनाव है।राज्यसभा की यह सीट संस्थापक के लिए थी जब पार्टी के संस्थापक ही नहीं रहे तो यह सीट बीजेपी किसको देती है यह उनका निर्णय है.पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन से खाली हुई बिहार की राज्यसभा सीट पर उपचुनाव होने जा रही है. दो दिसंबर को बिहार एनडीए की ओर से भाजपा उम्मीदवार सुशील कुमार मोदी अपना नॉमिनेशन दाखिल करेंगे. तीन दिसंबर को नामांकन की आखिरी तारीख है. लेकिन अभी तक यह साफ हो नहीं हो सका है कि विपक्ष यानी महागठबंधन की ओर से कोई उम्मीदवार उतारा जा रहा है अथवा नहीं.
दरअसल, महागठबंधन में कुछ और भी मंथन किया जा रहा है. दरअसल आरजेडी चाहता है कि दलित नेता के निधन से खाली हुई इस सीट के लिए किसी दलित को ही मौका दिया जाए. श्याम रजक जैसे कई नेता इस लिस्ट में शामिल हैं, लेकिन आरजेडी के रणनीतिकारों की यही सोच सामने आ रही थी कि अगर चिराग पासवान सहमति देते हैं तो उनकी माता व दिवंगत राम विलास पासवान की पत्नी रीना पासवान को खड़ा कर वह सियासी तौर पर कई शिकार कर लेगी लेकिन चिराग पासवान ने साफ कर दिया है कि वो इस बार भी बीजेपी के साथ हैं.
राज्यसभा चुनाव को लेकर तेजस्वी यादव के अगले कदम को लेकर भी कयासों का बाजार भी गर्म है क्योंकि उन्होंने अपने पत्ते नहीं खोल कर सस्पेंस को बरकरार रखा है.
इस ट्वीट में लिखा गया है कि @RJDforIndia के कई साथी अपना समर्थन इस सीट पर लोजपा प्रत्याशी के लिए करने की बात की है।उनके समर्थन के लिए पार्टी आभार व्यक्त करती है।इस राज्य सभा सीट पर @LJP4India का कोई भी व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ना चाहता है।
. @RJDforIndia के कई साथी अपना समर्थन इस सीट पर लोजपा प्रत्याशी के लिए करने की बात की है।उनके समर्थन के लिए पार्टी आभार व्यक्त करती है।इस राज्य सभा सीट पर @LJP4India का कोई भी व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ना चाहता है।
— Lok Janshakti Party (@LJP4India) December 1, 2020
इससे पहले लोक जनशक्ति पार्टी ने चुनाव को लेकर एक और ट्वीट किया था जिसमें लिखा गया था कि दलित सेना के संस्थापक राम विलास पासवान के निधन के बाद से रिक्त पड़ी राज्यसभा की सीट पर चुनाव है।राज्यसभा की यह सीट संस्थापक के लिए थी जब पार्टी के संस्थापक ही नहीं रहे तो यह सीट बीजेपी किसको देती है यह उनका निर्णय है.पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन से खाली हुई बिहार की राज्यसभा सीट पर उपचुनाव होने जा रही है. दो दिसंबर को बिहार एनडीए की ओर से भाजपा उम्मीदवार सुशील कुमार मोदी अपना नॉमिनेशन दाखिल करेंगे. तीन दिसंबर को नामांकन की आखिरी तारीख है. लेकिन अभी तक यह साफ हो नहीं हो सका है कि विपक्ष यानी महागठबंधन की ओर से कोई उम्मीदवार उतारा जा रहा है अथवा नहीं.
दरअसल, महागठबंधन में कुछ और भी मंथन किया जा रहा है. दरअसल आरजेडी चाहता है कि दलित नेता के निधन से खाली हुई इस सीट के लिए किसी दलित को ही मौका दिया जाए. श्याम रजक जैसे कई नेता इस लिस्ट में शामिल हैं, लेकिन आरजेडी के रणनीतिकारों की यही सोच सामने आ रही थी कि अगर चिराग पासवान सहमति देते हैं तो उनकी माता व दिवंगत राम विलास पासवान की पत्नी रीना पासवान को खड़ा कर वह सियासी तौर पर कई शिकार कर लेगी लेकिन चिराग पासवान ने साफ कर दिया है कि वो इस बार भी बीजेपी के साथ हैं.
राज्यसभा चुनाव को लेकर तेजस्वी यादव के अगले कदम को लेकर भी कयासों का बाजार भी गर्म है क्योंकि उन्होंने अपने पत्ते नहीं खोल कर सस्पेंस को बरकरार रखा है.