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Patna News: पटना के वेटनरी कॉलेज में होगी लंपी की जांच, ऐसे लगवाएं फ्री में टीका

राजधानी पटना स्थित बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में लंपी जांच प्रयोगशाला की स्थापना होने जा रही है. भारत सरकार ने इस ...अधिक पढ़ें

    रिपोर्ट: सच्चिदानंद

    पटना. बिहार में भी लंपी वायरस अपना पैर पसार चुका है. राज्य सरकार के अनुसार लंपी वायरस का प्रकोप 12 जिलों में फैला हुआ है. बक्सर, कैमूर, दरभंगा, पटना, पूर्णिया, नालंदा, गया, नवादा, शेखपुरा, जहानाबाद को रेड जोन घोषित किए गए हैं. पशु चिकित्सक बताते हैं कि इसका एक मात्र इलाज टीकाकरण है. इसके लिए निशुल्क टीकाकरण अभियान भी चलाया जा रहा है.

    इसके लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है. इसपर फोन कर आप घर पर पशुओं को टीका लगवा सकते हैं. इसके अलावा बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में लंपी जांच प्रयोगशाला की स्थापना होने जा रही है. भारत सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है.

    पशु विवि में होगी लंपी की जांच

    राजधानी पटना स्थित बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में लंपी जांच प्रयोगशाला की स्थापना होने जा रही है. भारत सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है. विश्वविद्यालय के डीन एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. जेके प्रसाद की अध्यक्षता में वैज्ञानिकों की तीन सदस्यीय टीम का गठन कर दिया गया है. माक्रोबाइलोजी विभाग के इन वैज्ञानिकों की ही देखरेख में राज्य सरकार द्वारा प्रयोगशाला को भेजे गए सैंपल की जांच कर रिपोर्ट दी जाएगी. इसके लिए तैयारी तेजी से चल रही है. डॉ. दीपक कुमार बताते हैं कि पहले सैंपल भोपाल भेजा जाता था, लेकिन अब यहीं पर जांच हो सकेगी और रिपोर्ट के लिए इंतजार नहीं करना होगा. इसके साथ हो दूसरे राज्यों के सैंपल की भी जांच किया जा सकता है.

    फ्री में लग रहा टीका, हेल्पलाइन नंबर जारी

    लंपी की रोकथाम के लिए गोट पोक्स का टीका फ्री में लगाया जा रहा है. पशुपालन निदेशालय ने गौवंशों का टीकाकरण कराने के लिए हेल्पलाइन नंबर- 0612-2230942 तथा 0612-2226049 नंबर जारी किया है. पशुपालक सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक कंट्रोल रूम के इन नंबरों पर फोन कर मदद ले सकते हैं.

    वेटनरी पैथोलॉजी के सहायक प्राध्यापक डॉ. दीपक कुमार का कहना है कि लंपी बीमारी के दौरान पशु के चमड़े में पहले फोड़ा निकलता है. फोड़ा फूटने पर घाव या संक्रमण हो जाता है. इस दौरान पशु बुखार के शिकार हो जाते हैं. बीमारी का उचित इलाज नहीं होने पर पशु की मौत की आशंका काफी बढ़ जाती है. गाय और भैंस के लिए जानलेवा होने के साथ गर्भपात का भी खतरा बढ़ जाता है. इससे बचाव के लिए साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखें.

    Tags: Bihar News, PATNA NEWS

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