ओडीएफ घोषित हुआ पटना शहर, अब गार्बेज फ्री सिटी बनाने की तैयारी, नगर आयुक्त ने नागरिकों से की ये खास अपील

पटना शहर को ओडीएफ प्लस सर्टिफिकेट मिला.
अपशिष्ट प्रबंधन (Waste management) के आधार पर शहरों को गार्बेज फ्री सिटी (garbage free city) के अंतर्गत शहरों को “1 स्टार सिटी”, “3 स्टार सिटी”, “5 स्टार सिटी” एवं “7 स्टार सिटी” की श्रेणी में शामिल किया जाता है.
- News18 Bihar
- Last Updated: January 20, 2021, 8:39 AM IST
पटना. स्वच्छता के क्षेत्र में पटना शहर को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है. पटना टाउन (Patna Town) अब खुले में शौच से मुक्त (Open Defecation Free) यानी ओडीएफ (ODF) शहरों की सूची में शामिल हो गया है. भारत सरकार ने पटना नगर निगम क्षेत्र को दिसंबर 2020 के प्रभाव से “ओडीएफ प्लस” घोषित करते हुए ODF का सर्टिफिकेट दिया है. बता दें कि जिन भी शहरों में आबादी के अनुपात में सरकार द्वारा तय किए गए निजी, सार्वजनिक एवं सामुदायिक शौचालयों की व्यवस्था होती है वह खुले में शौच मुक्त (ODF) घोषित कर दी जाता जाता है. वहीं, सभी शौचालयों में पानी, साफ सफाई एवं रख रखाव की मुकम्मल व्यवस्था पाए जाने पर उस को शहर भारत सरकार द्वारा ODF का सर्टिफिकेट दिया जाता है.
पटना को गार्बेज फ्री सिटी में शामिल करने की रणनीति
पटना शहर को ओडीएफ शहर घोषित करने बाद अब इसे गार्बेज फ्री सिटी में शामिल करने की तैयारी शुरू हो गई है. पटना नगर निगम के नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने निगम के पदाधिकारियों के साथ मिलकर बैठक की और गार्बेज फ्री सिटी में शामिल करने की रणनीतियों पर चर्चा की गई. गौरतलब है कि अपशिष्ट प्रबंधन के आधार पर शहरों को गार्बेज फ्री सिटी के अंतर्गत शहरों को “1 स्टार सिटी”, “3 स्टार सिटी”, “5 स्टार सिटी” एवं “7 स्टार सिटी” की श्रेणी में शामिल किया जाता है. ओडीएफ प्लस घोषित होते ही पटना नगर निगम द्वारा “3 स्टार सिटी” सर्टिफिकेट हेतु आवेदन की तैयारी की जा रही है.
सर्टिफिकेशन के अंक हासिल करने पर फोकसस्वच्छ सर्वेक्षण 2021 हेतु तय मापदंडों के अनुसार ओडीएफ प्लस शहरों को 300 अंक प्राप्त एवं “3 स्टार सिटी” शहरों को अतिरिक्त 600 अंक दिए जाते हैं. स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के अंतर्गत सर्टिफिकेशन हेतु विभिन्न श्रेणी में कुल 1800 अंक निर्धारित हैं. पटना नगर निगम द्वारा मापदंडों एवं प्रक्रियाओं को ससमय पूर्ण कर कम से कम 900 अंक प्राप्त करने हेतु लक्ष्य निर्धारित किया गया है. विदित है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के अंतर्गत शहरों के लिए स्टार रेटिंग हेतु 28 जनवरी तक आवेदन करना अनिवार्य है.
पटना नगर आयुक्त ने शहरवासियों से की अपील
पटना नगर निगम आयुक्त ने कहा कि ओडीएफ प्लस घोषित किया जाना पटना शहर के लिए गर्व की बात है. पटना नगर निगम, अन्य सरकारी एजेंसियों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा शहर भर में पर्याप्त मात्रा में शौचालय की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है. नजदीकी शौचालय की जानकारी गूगल टॉयलेट लोकेटर के माध्यम से आसानी से प्राप्त की जा सकती है. बावजूद कई ऐसे लोग हैं जो खुले में शौच जाते हैं. हालांकि प्रतिदिन पटना नगर निगम की टीम द्वारा कई ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है. पटना नगर निगम की अपील है कि आप सभी ऐसे लोगों को रोकें और टोकें. कुछ लोगों की लापरवाही से ना सिर्फ निगम की टीम की मेहनत फेल होती है बल्कि पूरे शहर पर “देश का सबसे गंदा शहर” का टैग लग जाता है.
पटना को गार्बेज फ्री सिटी में शामिल करने की रणनीति
पटना शहर को ओडीएफ शहर घोषित करने बाद अब इसे गार्बेज फ्री सिटी में शामिल करने की तैयारी शुरू हो गई है. पटना नगर निगम के नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने निगम के पदाधिकारियों के साथ मिलकर बैठक की और गार्बेज फ्री सिटी में शामिल करने की रणनीतियों पर चर्चा की गई. गौरतलब है कि अपशिष्ट प्रबंधन के आधार पर शहरों को गार्बेज फ्री सिटी के अंतर्गत शहरों को “1 स्टार सिटी”, “3 स्टार सिटी”, “5 स्टार सिटी” एवं “7 स्टार सिटी” की श्रेणी में शामिल किया जाता है. ओडीएफ प्लस घोषित होते ही पटना नगर निगम द्वारा “3 स्टार सिटी” सर्टिफिकेट हेतु आवेदन की तैयारी की जा रही है.
सर्टिफिकेशन के अंक हासिल करने पर फोकसस्वच्छ सर्वेक्षण 2021 हेतु तय मापदंडों के अनुसार ओडीएफ प्लस शहरों को 300 अंक प्राप्त एवं “3 स्टार सिटी” शहरों को अतिरिक्त 600 अंक दिए जाते हैं. स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के अंतर्गत सर्टिफिकेशन हेतु विभिन्न श्रेणी में कुल 1800 अंक निर्धारित हैं. पटना नगर निगम द्वारा मापदंडों एवं प्रक्रियाओं को ससमय पूर्ण कर कम से कम 900 अंक प्राप्त करने हेतु लक्ष्य निर्धारित किया गया है. विदित है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के अंतर्गत शहरों के लिए स्टार रेटिंग हेतु 28 जनवरी तक आवेदन करना अनिवार्य है.
पटना नगर आयुक्त ने शहरवासियों से की अपील
पटना नगर निगम आयुक्त ने कहा कि ओडीएफ प्लस घोषित किया जाना पटना शहर के लिए गर्व की बात है. पटना नगर निगम, अन्य सरकारी एजेंसियों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा शहर भर में पर्याप्त मात्रा में शौचालय की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है. नजदीकी शौचालय की जानकारी गूगल टॉयलेट लोकेटर के माध्यम से आसानी से प्राप्त की जा सकती है. बावजूद कई ऐसे लोग हैं जो खुले में शौच जाते हैं. हालांकि प्रतिदिन पटना नगर निगम की टीम द्वारा कई ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है. पटना नगर निगम की अपील है कि आप सभी ऐसे लोगों को रोकें और टोकें. कुछ लोगों की लापरवाही से ना सिर्फ निगम की टीम की मेहनत फेल होती है बल्कि पूरे शहर पर “देश का सबसे गंदा शहर” का टैग लग जाता है.