गिरिराज का CM नीतीश पर तंज, कहा- तेजस्वी को उपमुख्यमंत्री बनाकर बड़ी भूल की

नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच पिछले कुछ समय से कड़वाहट और तल्खी काफी बढ़ गई है (न्यूज़ 18 ग्राफिक्स)
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने कहा, 'सबसे बड़ी भूल तो नीतीश जी (Nitish Kumar) से हुई, लालू यादव को उन्होंने विधानमंडल का नेता बनाया था, तेजस्वी को भी उन्होंने उपमुख्यमंत्री बनाया था. नीतीश जी ने जो भूल की उसी का परिणाम है कि तेजस्वी ने इतने घटिया शब्द का प्रयोग उनके व्यक्तिगत जीवन के लिए किया.'
- News18Hindi
- Last Updated: November 28, 2020, 10:54 PM IST
पटना. बिहार में भले ही विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) खत्म हो गया हो लेकिन नेताओं और राजनीतिक पार्टियों के बीच जुबानी जंग जारी है. शुक्रवार को सदन के अंदर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी करने का मामला गरमाता जा रहा है. अब केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के नेता गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सीएम नीतीश कुमार से बहुत बड़ी भूल हुई है.
शनिवार को गिरिराज सिंह ने कहा, 'सबसे बड़ी भूल तो नीतीश जी से हुई, लालू यादव को उन्होंने विधानमंडल का नेता बनाया था, तेजस्वी को भी उन्होंने उपमुख्यमंत्री बनाया था. नीतीश जी ने जो भूल की उसी का परिणाम है कि तेजस्वी ने इतने घटिया शब्द का प्रयोग उनके व्यक्तिगत जीवन के लिए किया.'
सदन के पहले सत्र के अंतिम दिन CM नीतीश पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थी
दरअसल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को विधानसभा के पहले सत्र के आखिरी दिन अपने दिए लगभग एक घंटे के भाषण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं. उन्होंने हत्या के एक मामले का जिक्र करते हुए नीतीश कुमार के इसमें आरोपी होने की बात कही. तेजस्वी ने अपनी सीट पर खड़े होकर कहा, ‘यह गंभीर मामला है जिसे मैंने तथ्यों के आधार पर उठाया है. क्या यह सच नहीं है कि मुख्यमंत्री को हत्या के एक मामले में जुर्माना भरना पड़ा था.’
इस पर सीएम नीतीश उठ खड़े हुए और उन्होंने तेज आवाज में कहा कि वो (तेजस्वी यादव) झूठ बोल रहा है. उन्होंने कहा, ‘मैं आसन को चुनौती देता हूं कि बयान की सत्यता की जांच की जाए और आवश्यक कार्रवाई की जाए. मैं चुपचाप इसलिए सुन रहा हूं कि वह मेरे दोस्त के बेटे हैं जिन्हें मैं अपना भाई मानता हूं.’

नीतीश कुमार ने गुस्से में कहा, ‘क्या उन्हें पता है कि उनके पिता (लालू यादव) किस तरह से मुख्यमंत्री बने? क्या वो यह भूल गए कि उन्हें उपमुख्यमंत्री किसने बनाया? मैंने उनसे रास्ता इसलिए अलग कर लिया कि चीजों का जवाब देने की मेरी सलाह को वो नहीं मानते थे.’
शनिवार को गिरिराज सिंह ने कहा, 'सबसे बड़ी भूल तो नीतीश जी से हुई, लालू यादव को उन्होंने विधानमंडल का नेता बनाया था, तेजस्वी को भी उन्होंने उपमुख्यमंत्री बनाया था. नीतीश जी ने जो भूल की उसी का परिणाम है कि तेजस्वी ने इतने घटिया शब्द का प्रयोग उनके व्यक्तिगत जीवन के लिए किया.'
#WATCH सबसे बड़ी भूल तो नीतीश जी से हुई, लालू यादव को उन्होंने विधानमंडल का नेता बनाया था, तेजस्वी को भी उन्होंने उपमुख्यमंत्री बनाया था। नीतीश जी ने जो भूल की उसी का परिणाम है कि तेजस्वी ने इतने घटिया शब्द का प्रयोग उनके व्यक्तिगत जीवन के लिए किया : केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह pic.twitter.com/9R6sp4zpKM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 28, 2020
सदन के पहले सत्र के अंतिम दिन CM नीतीश पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थी
दरअसल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को विधानसभा के पहले सत्र के आखिरी दिन अपने दिए लगभग एक घंटे के भाषण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं. उन्होंने हत्या के एक मामले का जिक्र करते हुए नीतीश कुमार के इसमें आरोपी होने की बात कही. तेजस्वी ने अपनी सीट पर खड़े होकर कहा, ‘यह गंभीर मामला है जिसे मैंने तथ्यों के आधार पर उठाया है. क्या यह सच नहीं है कि मुख्यमंत्री को हत्या के एक मामले में जुर्माना भरना पड़ा था.’
इस पर सीएम नीतीश उठ खड़े हुए और उन्होंने तेज आवाज में कहा कि वो (तेजस्वी यादव) झूठ बोल रहा है. उन्होंने कहा, ‘मैं आसन को चुनौती देता हूं कि बयान की सत्यता की जांच की जाए और आवश्यक कार्रवाई की जाए. मैं चुपचाप इसलिए सुन रहा हूं कि वह मेरे दोस्त के बेटे हैं जिन्हें मैं अपना भाई मानता हूं.’

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के लगाए आरोपों पर आपत्ति जताते हुए उन्हें गुस्से में आकर कड़ा जवाब दिया
नीतीश कुमार ने गुस्से में कहा, ‘क्या उन्हें पता है कि उनके पिता (लालू यादव) किस तरह से मुख्यमंत्री बने? क्या वो यह भूल गए कि उन्हें उपमुख्यमंत्री किसने बनाया? मैंने उनसे रास्ता इसलिए अलग कर लिया कि चीजों का जवाब देने की मेरी सलाह को वो नहीं मानते थे.’