आर्मी में बहाली करने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. मिलिट्री इंटेलिजेंस ब्यूरो (Military Intelligence Bureau) के इस खुलासे के बाद आर्मी के दो जवानों को गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि ये लोग मिलिट्री हॉस्पिटल के आसपास मंडरा रहे थे और यहां अपना मेडिकल कराने पहुंचे अभ्यार्थियों से ठगी के लिए बातचीत कर रहे थे. जानकारी के अनुसार, वे कुछ अभ्यार्थियों को ठगी का शिकार भी बना चुके थे. इस बात की पुष्टि इनके पास से मिले आपत्तिजनक दस्तावेज के आधार पर हुई है.
सूत्रों के मुताबिक, पकड़े गए दोनों आर्मी में ही पोस्टेड हैं और छुट्टी लेकर मेडिकल की प्रक्रिया में शामिल होते थे. गिरोह के सदस्य दौड़ और फिटनेस टेस्ट में पास होने वाले अभ्यर्थियों को ठगी का शिकार बनाते थे.
पकड़े गए जवानों में एक सुनील है जो मनेर का रहनेवाला है और दूसरे का नाम मिथुन कुमार है, जो भोजपुर का रहनेवाला है. इनमें से एक को शक के आधार पर पहले भी पकड़ा जा चुका था जो जांच के दौरान सबूत नही मिलने की वजह से छूट गया था. उसके बाद से मिलिट्री इंटेलिजेंस लगा हुआ था और अब पकड़ में आया.
अब इन लोगों के पास जो कागजात मिले हैं, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि ये लोग अभ्यर्थियों को आर्मी में पैरवी कर नौकरी दिलाने का झांसा देते थे और उनसे 4 से पांच लाख रुपये लेते थे और उन्हे मेडिकल में पास कराने के साथ बहाली की पूरी प्रक्रिया पास करवाने का आश्वासन देते थे. सबसे खास ये कि जब किसी का सेलेक्शन अपनी ही प्रतिभा के बल पर हो जाता तो ये उनके पैसे रख लेते थे.
जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि सुनील और मिथुन दोनों ही उत्तर-पूर्व में सेना के विंग में शामिल है और दोनों सिपाही है. फिलहाल दोनों आरोपियों को आर्मी कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी में भेजा गया है जहां पूरी तरह पुष्टि होने के बाद इन लोगों पर विशेष आर्मी अदालत में मामला चलाया जाएगा.
बता दें के एक साल पहले भी सितंबर में चलनेवाली बहाली के दौरान सेना के एक अधिकारी के साथ एक हवलदार पर आरोप लगे थे. अब तलाश उस सरगना की हो रही है जो सैकड़ों लोगों को सेना में भर्ती करवाने के नाम पर चूना लगा चुका है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिये गुप्त तरीके से छापेमारी कर रही है.
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FIRST PUBLISHED : October 23, 2019, 08:34 IST