नीतीश सरकार को घेरने के लिए RJD ने बनाई रणनीति, लेकिन बैठक से 'गायब' रहे तेजप्रताप

तेजप्रताप ने प्रदेश में नए अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर अपनी बात मीडिया के सामने रखी. (File Photo)
बिहार विधानमंडल (Bihar Legislature) का शीतकालीन सत्र (Winter Session) आज से शुरू हो चुका है. पांच दिन तक चलने वाले इस सत्र में सरकार को घेरने के लिए राजद (RJD) ने अपने विधानमंडल दल के सदस्यों के साथ खास रणनीति बनाई है. हालांकि तेजप्रताप यादव इस मीटिंग में शामिल नहीं हुए. वैसे सत्तारूढ़ एनडीए भी जवाब देने के लिए तैयार है.
- News18 Bihar
- Last Updated: November 22, 2019, 7:27 PM IST
पटना. बिहार विधानमंडल (Bihar Legislature) का शीतकालीन सत्र शुक्रवार से शुरू हो गया. जबकि विधानसभा सत्र के आगाज के साथ सभी पार्टियों में विधानमंडल दल की बैठक का दौर भी शुरू हो गया है. पांच दिनों तक चलने वाले इस शीतकालीन सत्र (Winter Session) में विपक्ष की ओर से नीतीश सरकार (Nitish Government) को घेरने की मुकम्मल तैयारी की गई है. एक तरफ जहां कांग्रेस ने सरकार को घेरने के लिए रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है, तो वहीं दूसरी तरफ शुक्रवार को राजद ने भी अपने विधानमंडल दल के सदस्यों के साथ राबड़ी आवास में बैठक की. इस बैठक में सत्तारूढ़ एनडीए को घेरने की पूरी तैयारी की गई है. साथ ही इसके लिए कई मुद्दों को तलाशा गया है. लेकिन इस बैठक में तेजप्रताप कहीं दिखाई नहीं दिए.
दिग्गज नेताओं ने बनाई रणनीति
गौरतलब है कि विपक्ष द्वारा सूबे में बढ़ते क्राइम और शिक्षा की गिरती व्यवस्था को लेकर सरकार पर हमले पहले से ही बोले जाते रहे हैं. राजद की इस बैठक में तमाम विधायक के साथ राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे. बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र को लेकर राजद की यह बैठक मात्र आधे घंटे चली. इस बैठक में NDA सरकार को घेरने की योजना के साथ 2020 के विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव को किस तरह से प्रोजेक्ट करना है. इस पर भी चर्चा की गई.
राजद अध्यक्ष ने किया ये दावा आधे घंटे चली इस बैठक के बाद बाहर निकले राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने दावा किया कि इस सत्र में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मौजूद रहेंगे. उन्होंने कहा कि पटना में जलजमाव, स्वास्थ्य सुविधा और बिहार में खराब होते लॉ एंड आर्डर की स्थिति के साथ-साथ, गिरती शिक्षा व्यवस्था को लेकर भी सरकार को घेरने का काम किया जाएगा. वहीं राजद के विधान पार्षद सुबोध राय ने कहा कि हर मुद्दे पर नीतीश सरकार फेल हो चुकी है. वर्तमान में जो भ्रष्टाचार हो रहा है, उसको लेकर भी सरकार को घेरा जाएगा.

जबकि विधायक आलोक मेहता ने कहा कि पिछली सत्र में सरकार से जिसका जवाब नहीं मिल पाया था. उन मुद्दों को भी राजद इस सत्र में उठाने का काम करेगी. वैसे सभी राजद नेताओं ने दावा किया कि शीतकालीन सत्र में तेजस्वी यादव मौजूद रहेंगे.
गायब रहे तेजप्रताप
हालांकि राबड़ी आवास में हुई इस बैठक से तेजस्वी के बड़े भाई तेजप्रताप यादव (Tejpratap Yadav) गायब रहे. जबकि यही बात सत्तारूढ़ दलों को महागठबंधन पर हमला करने का मौका दे सकती है.
जेडीयू ने भी की बैठक
मौजूदा बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र को लेकर सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड ने भी अपने विधानमंडल दल की बैठक का आयोजन किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई जदयू विधानमंडल दल की बैठक में बिहार में चल रहे सभी विकास योजनाओं के विषय में चर्चा की गयी. साथ ही बैठक के दौरान आज से शुरू हुए बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में महत्वाकांक्षी योजना 'जल जीवन हरियाल' अभियान को लेकर विशेष चर्चा करने पर जोर दिया गया. बैठक में बताया गया कि योजना को मूर्त रूप देने के लिए मुख्यमंत्री दिसंबर से कई जिले की यात्रा शुरू करेंगे. बैठक में विधायकों को यह भी बताया गया कि इस वर्ष बिहार में बाढ़ से जान-माल की भारी क्षति हुई, लेकिन सरकार ने हर मुश्किलों का सामना दृढ़ता से किया. जल संसाधन मंत्री संजय झा के आवास पर हुई इस बैठक में जदयू के तमाम विधायक और विधान पार्षद मौजूद रहे.

ऐसे विपक्ष को जवाब देगी सरकार
जदयू की बैठक में पांच दिवसीय छोटे सत्र के दौरान विपक्ष के सवालों का किस तरह जवाब दिया जाए इसकी रणनीति बनाई गई. सरकार की तरफ से यह कहा गया कि विपक्ष जो भी मुद्दे उठाएगी सरकार उसका जवाब देने को तैयार है, लेकिन विपक्ष को भी चाहिए कि वह तर्कपूर्ण बातें करे और सरकार के पक्ष को भी ध्यान पूर्वक सुने. छोटे से सत्र में बेवजह हंगामा ना खड़ा करे विपक्ष क्योंकि सरकार की ओर से हर सवाल का जवाब दिया जाएगा.
भाजपा की कल होगी बैठक
जबकि बिहार में सरकार में शामिल भाजपा विधानमंडल दल की बैठक शनिवार से लेकर मंगलवार तक होने का होने की संभावना जताई जा रही है. गौरतलब है कि विपक्ष छोटे सत्र में ही बिहार में NRC को लेकर भी नीतीश सरकार का पक्ष जानने की कोशिश कर सकती है. ऐसे में भाजपा की ओर से भी ऐसे किसी मुद्दे को उठाए जाने पर जवाब देने की पूरी तैयारी कर ली गई है.
दिग्गज नेताओं ने बनाई रणनीति
गौरतलब है कि विपक्ष द्वारा सूबे में बढ़ते क्राइम और शिक्षा की गिरती व्यवस्था को लेकर सरकार पर हमले पहले से ही बोले जाते रहे हैं. राजद की इस बैठक में तमाम विधायक के साथ राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे. बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र को लेकर राजद की यह बैठक मात्र आधे घंटे चली. इस बैठक में NDA सरकार को घेरने की योजना के साथ 2020 के विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव को किस तरह से प्रोजेक्ट करना है. इस पर भी चर्चा की गई.
राजद अध्यक्ष ने किया ये दावा आधे घंटे चली इस बैठक के बाद बाहर निकले राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने दावा किया कि इस सत्र में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मौजूद रहेंगे. उन्होंने कहा कि पटना में जलजमाव, स्वास्थ्य सुविधा और बिहार में खराब होते लॉ एंड आर्डर की स्थिति के साथ-साथ, गिरती शिक्षा व्यवस्था को लेकर भी सरकार को घेरने का काम किया जाएगा. वहीं राजद के विधान पार्षद सुबोध राय ने कहा कि हर मुद्दे पर नीतीश सरकार फेल हो चुकी है. वर्तमान में जो भ्रष्टाचार हो रहा है, उसको लेकर भी सरकार को घेरा जाएगा.

शीतकालीन सत्र में नीतीश सरकार को घेरने के लिए RJD ने बनाई रणनीति.
जबकि विधायक आलोक मेहता ने कहा कि पिछली सत्र में सरकार से जिसका जवाब नहीं मिल पाया था. उन मुद्दों को भी राजद इस सत्र में उठाने का काम करेगी. वैसे सभी राजद नेताओं ने दावा किया कि शीतकालीन सत्र में तेजस्वी यादव मौजूद रहेंगे.
गायब रहे तेजप्रताप
हालांकि राबड़ी आवास में हुई इस बैठक से तेजस्वी के बड़े भाई तेजप्रताप यादव (Tejpratap Yadav) गायब रहे. जबकि यही बात सत्तारूढ़ दलों को महागठबंधन पर हमला करने का मौका दे सकती है.
जेडीयू ने भी की बैठक
मौजूदा बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र को लेकर सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड ने भी अपने विधानमंडल दल की बैठक का आयोजन किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई जदयू विधानमंडल दल की बैठक में बिहार में चल रहे सभी विकास योजनाओं के विषय में चर्चा की गयी. साथ ही बैठक के दौरान आज से शुरू हुए बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में महत्वाकांक्षी योजना 'जल जीवन हरियाल' अभियान को लेकर विशेष चर्चा करने पर जोर दिया गया. बैठक में बताया गया कि योजना को मूर्त रूप देने के लिए मुख्यमंत्री दिसंबर से कई जिले की यात्रा शुरू करेंगे. बैठक में विधायकों को यह भी बताया गया कि इस वर्ष बिहार में बाढ़ से जान-माल की भारी क्षति हुई, लेकिन सरकार ने हर मुश्किलों का सामना दृढ़ता से किया. जल संसाधन मंत्री संजय झा के आवास पर हुई इस बैठक में जदयू के तमाम विधायक और विधान पार्षद मौजूद रहे.
ऐसे विपक्ष को जवाब देगी सरकार
जदयू की बैठक में पांच दिवसीय छोटे सत्र के दौरान विपक्ष के सवालों का किस तरह जवाब दिया जाए इसकी रणनीति बनाई गई. सरकार की तरफ से यह कहा गया कि विपक्ष जो भी मुद्दे उठाएगी सरकार उसका जवाब देने को तैयार है, लेकिन विपक्ष को भी चाहिए कि वह तर्कपूर्ण बातें करे और सरकार के पक्ष को भी ध्यान पूर्वक सुने. छोटे से सत्र में बेवजह हंगामा ना खड़ा करे विपक्ष क्योंकि सरकार की ओर से हर सवाल का जवाब दिया जाएगा.
भाजपा की कल होगी बैठक
जबकि बिहार में सरकार में शामिल भाजपा विधानमंडल दल की बैठक शनिवार से लेकर मंगलवार तक होने का होने की संभावना जताई जा रही है. गौरतलब है कि विपक्ष छोटे सत्र में ही बिहार में NRC को लेकर भी नीतीश सरकार का पक्ष जानने की कोशिश कर सकती है. ऐसे में भाजपा की ओर से भी ऐसे किसी मुद्दे को उठाए जाने पर जवाब देने की पूरी तैयारी कर ली गई है.