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हरिद्वार के हर की पौड़ी से भी खूबसूरत बनेगा बिहार का सिमरिया घाट, जान लें नीतीश सरकार का प्लान

हरिद्वार के हर की पौड़ी का निरीक्षण करते नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

हरिद्वार के हर की पौड़ी का निरीक्षण करते नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

Simria Ghat Development Plan: बिहार के बेगूसराय जिला स्थित सिमरिया घाट को नये रूप में लाने का काम जल्द ही शुरू होगा. नी ...अधिक पढ़ें

पटना. बिहार विधानसभा के बजट सत्र में शुक्रवार को बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने एक ऐसी घोषणा की है कि अगर वो धरातल पर उतर गया तो बिहार के सबसे खूबसूरत तीर्थ स्थल के तौर पर सिमरिया घाट का नाम सामने आ जाएगा. मंत्री संजय झा ने घोषणा किया कि हरिद्वार के प्रसिद्ध हर की पौड़ी से भी सुंदर हम बेगूसराय के सिमरिया घाट को बनाएंगे. सरकार ने इस पर काम शुरू करने की तैयारी कर ली है.

दरअसल विधान परिषद में सिमरिया घाट को लेकर सवाल किया गया था जिसके जवाब में मंत्री संजय झा ने सिमरिया धाम के विकास एवं सौंदर्यीकरण की योजना की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि योजना को मंजूरी मिल गई है और इसके लिए  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार भी जताया. मुख्यमंत्री ने नवंबर 2022 में सिमरिया कल्पवास मेले का भ्रमण कर यहां घाट और सुविधाओं के निर्माण के निर्देश दिये थे, उसके बाद अब इस पर काम शुरू होने वाला है. संजय झा ने बताया कि उत्तर बिहार वासियों की लोक आस्था के प्रमुख केंद्र सिमरिया धाम (बेगूसराय) के विकास एवं सौंदर्यीकरण के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर जल संसाधन विभाग द्वारा तैयार विस्तृत योजना को इस सप्ताह मंत्रिमंडल से मंजूरी मिल चुकी है. मुख्यमंत्री जी की इच्छा के अनुरूप अब हमलोग सिमरिया धाम को हर की पौड़ी (हरिद्वार) से भी सुंदर बनाएंगे.

मंत्री संजय कुमार झा ने बताया कि सिमरिया धाम के विकास एवं सौंदर्यीकरण के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा तैयार योजना के तहत रीवर फ्रंट के विकास के साथ-साथ और कल्पवास मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए आधुनिक सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा. योजना में सिमरिया धाम में वर्तमान राजेन्द्र सेतु और निर्माणाधीन छह-लेन पुल के बीच में गंगा के बायें तट का आवश्यकतानुसार उच्चीकरण एवं सुदृढ़ीकरण करते हुए नदी भाग में लगभग 550 मीटर लंबाई में सीढ़ी घाट का निर्माण, स्नान घाट के निकट चेंजिंग रूम का निर्माण, स्नान घाट के समानांतर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था, गंगा आरती के लिए स्थल का निर्माण, धार्मिक अनुष्ठान के लिए मंडप का निर्माण, शेडेड कैनोपी, वाच टावर, श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था एवं लैंडस्केपिंग, शौचालय परिसर, धर्मशाला, पार्क, पाथ-वे, पार्किंग एवं प्रकाशीय व्यवस्था का निर्माण आदि शामिल है.

इसके अलावा छह लेन सेतु से दक्षिण में शवदाह के लिए निर्मित मोक्षधाम को भी बेहतर बनाया जाएगा. संजय  कुमार झा ने बताया कि योजना के कार्यों को टेंडर प्रक्रिया के उपरांत यानी कार्यारंभ के समय से 18 महीने में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है. इन कार्यों से जहां सिमरिया धाम धार्मिक पर्यटन के प्रमुख केंद्र के रूप में उभरेगा, वहीं आसपास के बड़े क्षेत्र को बाढ़ एवं कटाव से सुरक्षा भी मिलेगी. आपको बता दें कि सिमरिया में उत्तरवाहिनी गंगा होने के कारण इस स्थल का धार्मिक महत्व काफी अधिक है. हर साल कार्तिक मास में यहां कल्पवास मेले की परंपरा सदियों से चली आ रही है.

सिमरिया कल्पवास मेले को एक दशक से अधिक से राजकीय मेला का दर्जा प्राप्त है. यहां वर्ष 2011 में अर्धकुंभ और 2017 में महाकुंभ का आयोजन हो चुका है. यहां स्नान, मुंडन और धार्मिक अनुष्ठान के लिए सालो भर काफी श्रद्धालु आते रहते हैं. सिमरिया धाम रेलमार्ग एवं सड़क मार्ग से जुड़ा है, ऐसे में सुविधाओं का विकास होने पर सिमरिया धाम धार्मिक पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा.

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