तेजस्वी यादव का CM पर ' प्रहार', बोले- भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह हैं नीतीश कुमार

7वीं बार सीएम बनने वाले नीतीश पर तेजस्वी यादव लगातार हमले कर रहे हैं.
बिहार में एनडीए (NDA) की सरकार बनने के बाद आरजेडी के तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर हमलावर हैं. जबकि उन्होंने आज नीतीश को भ्रष्टाचार का भीष्म पितामह (Bhishma Pitamaha of Corruption ) करार दिया है.
- News18 Bihar
- Last Updated: November 23, 2020, 4:28 PM IST
पटना. बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) के बाद एनडीए (NDA) की अगुआई में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल ली है. जबकि नए जनादेश 2020 के बाद 17वीं बिहार विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो हुआ और निर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाने का सिलसिला चल रहा है. दो दिन तक चलने वाले शपथ सत्र में आज भाजपा और जेडीयू के कई दिग्गज नेताओं के अलावा आरजेडी के तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और तेज प्रताप यादव ने भी शपथ ली. इसके बाद तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह तक कह डाला है, जो कि भाजपा, जेडीयू और आरजेडी के बीच सियासी घमासान की वजह बन सकती है.
भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह हैं नीतीश कुमार: तेजस्वी यादव
लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह करार दिया है. साथ ही आरजेडी नेता ने कहा कि उन्होंने चोर दरवाजे से एक बार फिर सरकार बनाने का काम किया है. वो भीष्म पितामह भ्रष्टाचार के इसलिए हैं क्योंकि जितने भी गुनाहगार हैं और भ्रष्टाचारी हैं, उन्हें संरक्षण देना और बचाव करना उनकी पुरानी फ़ितरत रही है. यही नहीं, वह (नीतीश) अब अधिकारियों ने चिट्ठी लिखकर बात कह रहे हैं. इसके अलावा तेजस्वी ने कहा कि नीतीश ने पहले भ्रष्टाचारी डॉ. मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाया और मामले के तूल पकड़ने के बाद उसे बदला गया. यही नहीं, नए शिक्षा मंत्री पर भी सवाल उठ रहे हैं, लेकिन इस पर नीतीश कुमार क्यों चुप हैं?
तीसरे नंबर की पार्टी का मुख्यमंत्री बना
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के सीएम प्रत्याशी रहे तेजस्वी यादव ने कहा कि इस समय बिहार में तीसरे नंबर की पार्टी का मुख्यमंत्री है और ऐसा देश में शायद ही कभी हुआ होगा. आरजेडी आज सबसे बड़ी पार्टी है. साथ ही कहा कि पहले नीतीश कुमार कहते थे कि मेरे कारण आरजेडी को वोट मिला, लेकिन अब उनकी क्या स्थिति है यह सबको पता है.
गौरतलब है कि हाल में संपन्न बिहार विधानसभा के चुनाव में एनडीए गठबंधन को 125 सीटें हासिल हुई हैं. जबकि विपक्षी महागठबंधन को 110 सीटें मिली हैं. राजग में भाजपा को 74 सीटें, जेडीयू को 43, हम और वीआईपी को चार-चार सीटें मिली हैं. वहीं, महागठबंधन बहुमत से पीछे रह गया है. हालांकि आरजेडी इस चुनाव में 75 सीटें हासिल कर सबसे बड़ी पार्टी बनी है. आपको बता दें कि वर्ष 2015 के विधानसभा चुनावों में जेडीयू को 71 सीटें मिली थीं.
भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह हैं नीतीश कुमार: तेजस्वी यादव
लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह करार दिया है. साथ ही आरजेडी नेता ने कहा कि उन्होंने चोर दरवाजे से एक बार फिर सरकार बनाने का काम किया है. वो भीष्म पितामह भ्रष्टाचार के इसलिए हैं क्योंकि जितने भी गुनाहगार हैं और भ्रष्टाचारी हैं, उन्हें संरक्षण देना और बचाव करना उनकी पुरानी फ़ितरत रही है. यही नहीं, वह (नीतीश) अब अधिकारियों ने चिट्ठी लिखकर बात कह रहे हैं. इसके अलावा तेजस्वी ने कहा कि नीतीश ने पहले भ्रष्टाचारी डॉ. मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाया और मामले के तूल पकड़ने के बाद उसे बदला गया. यही नहीं, नए शिक्षा मंत्री पर भी सवाल उठ रहे हैं, लेकिन इस पर नीतीश कुमार क्यों चुप हैं?
नीतीश कुमार जी भीष्म पितामह हैं भ्रष्टाचार के। उन्होंने चोर दरवाजे से एक बार फिर सरकार बनाने का काम किया है। वो भीष्म पितामह भ्रष्टाचार के इसलिए हैं क्योंकि जितने भी गुनहगार हैं, भ्रष्टाचारी हैं उन्हें संरक्षण देना और बचाव करना उनकी पुरानी फ़ितरत रही है: राजद नेता तेजस्वी यादव https://t.co/8Jo6kSCmRw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 23, 2020
तीसरे नंबर की पार्टी का मुख्यमंत्री बना
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के सीएम प्रत्याशी रहे तेजस्वी यादव ने कहा कि इस समय बिहार में तीसरे नंबर की पार्टी का मुख्यमंत्री है और ऐसा देश में शायद ही कभी हुआ होगा. आरजेडी आज सबसे बड़ी पार्टी है. साथ ही कहा कि पहले नीतीश कुमार कहते थे कि मेरे कारण आरजेडी को वोट मिला, लेकिन अब उनकी क्या स्थिति है यह सबको पता है.
गौरतलब है कि हाल में संपन्न बिहार विधानसभा के चुनाव में एनडीए गठबंधन को 125 सीटें हासिल हुई हैं. जबकि विपक्षी महागठबंधन को 110 सीटें मिली हैं. राजग में भाजपा को 74 सीटें, जेडीयू को 43, हम और वीआईपी को चार-चार सीटें मिली हैं. वहीं, महागठबंधन बहुमत से पीछे रह गया है. हालांकि आरजेडी इस चुनाव में 75 सीटें हासिल कर सबसे बड़ी पार्टी बनी है. आपको बता दें कि वर्ष 2015 के विधानसभा चुनावों में जेडीयू को 71 सीटें मिली थीं.