Bihar News: कुशवाहा का NDA में वापसी के कार्ड का खुलासा करने से इंकार, बोले-अगले हफ्ते तय करेंगे भविष्य की रणनीति

बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद से नीतीश और उपेन्द्र कुशवाहा की कई बार मुलाकात हो चुकी है.
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने राजग में वापसी को लेकर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है. हालांकि उन्होंने अगले सप्ताह पार्टी की बैठक में भविष्य की रणनीति की घोषणा करने की बात जरूर कही है.
- News18 Bihar
- Last Updated: March 3, 2021, 11:51 PM IST
पटना. पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने राजग में अपनी वापसी की अटकलों के बारे में कुछ भी स्पष्ट करने से इंकार करते हुए कहा कि अगले सप्ताह पार्टी की बैठक में भविष्य की रणनीति की घोषणा की जाएगी. इसके अलावा रालोसपा प्रमुख ने हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के साथ उनकी बैठकों पर पूछे गए सवालों को टाल दिया. उन्होंने सिर्फ इतना कहा, ‘आप मुझे रोक (मुख्यमंत्री से मिलने से) नहीं सकते हैं.'
गौरतलब है कि उपेंद्र कुशवाहा करीब एक दशक पहले नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से अलग हो गए थे, लेकिन पिछले काफी दिनों से उनकी जेडीयू और एनडीए में वापसी की चर्चा हो रही है. यही नहीं, कुशवाहा की जेडीयू में वापसी के बारे में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि देखिए, समय का इंतजार कीजिए.
बता दें किराष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) का नौवां स्थापना दिवस मनाने के बाद पत्रकारों से कुशवाहा ने कहा कि पार्टी की अगली बैठक में भविष्य की रूप रेखा तैयार की जाएगी. रालोसपा के जेडीयू में विलय के बारे में उन्होंने कहा, ‘खबर लिखने और दिखाने वाले आप ही हैं. ऐसे में इस बात पर क्या जवाब दूं.'
वशिष्ठ नारायण सिंह ने किया यह दावाराजग में वापसी को लेकर जदयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह के बयान में रालोसपा प्रमुख ने कहा कि वह वरिष्ठ नेता हैं. मैं उन पर टिप्पणी नहीं कर सकता. मैं केवल वही कह सकता हूं जो मैंने अतीत में खुद कहा है. बता दें कि जेडीयू के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने न्यूज़ 18 से बात करते हुए बताया कि वो लगातार कुशवाहा के सम्पर्क में हैं और बात लगभग फाइनल स्टेज में पहुंच चुकी है. उन्होंने बताया कि कुशवाहा से उम्मीद है कि वो बहुत जल्द फैसला ले लेंगे. कुशवाहा हमारे पुराने सहयोगी रह चुके हैं और उनका जेडीयू के साथ आना कोई नई बात नहीं है. पार्टी मर्जर के सवाल पर वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि जब एक साथ आ जाएंगे तो पार्टी भी तो एक रहेगी. कुशवाहा सहित जो भी उनके साथ आएंगे सबका उचित सम्मान किया जाएगा. वशिष्ठ नारायण सिंह और उपेन्द्र कुशवाहा के बीच अब तक पांच बार मुलाकात हो चुकी है. इसके अलावा दो बार कुशवाहा वशिष्ठ नारायण सिंह के साथ नीतीश कुमार से मुलाकात करने सीएम निवास एक अणे मार्ग भी गए हैं.
गौरतलब है कि उपेंद्र कुशवाहा करीब एक दशक पहले नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से अलग हो गए थे, लेकिन पिछले काफी दिनों से उनकी जेडीयू और एनडीए में वापसी की चर्चा हो रही है. यही नहीं, कुशवाहा की जेडीयू में वापसी के बारे में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि देखिए, समय का इंतजार कीजिए.
बता दें किराष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) का नौवां स्थापना दिवस मनाने के बाद पत्रकारों से कुशवाहा ने कहा कि पार्टी की अगली बैठक में भविष्य की रूप रेखा तैयार की जाएगी. रालोसपा के जेडीयू में विलय के बारे में उन्होंने कहा, ‘खबर लिखने और दिखाने वाले आप ही हैं. ऐसे में इस बात पर क्या जवाब दूं.'