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Good News: 75 वें अमृत महोत्सव प्रतियोगिता में छा गया पूर्णिया का यह युवा कवि, इनाम में मिले 10 हजार 

आशुतोष ने बताया की सफलता पिताजी के आशीर्वाद से मिली है. अपनी लगन और मेहनत से कोई भी युवा मंजिल पा सकते हैं.भारत सरकार क ...अधिक पढ़ें

    रिपोर्ट- विक्रम कुमार झा
    पूर्णिया.भारत सरकार द्वारा आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव में देशभक्ति गीत प्रतियोगिता में पूर्णिया के लाल ने कमाल कर दिया है. आशुतोष ने प्रथम स्थान लाकर भारत सरकार के द्वारा ₹10000 की पुरस्कार जीती. साथ ही साथ उन्होंने कहा इसके बाद आगे राष्ट्रीय स्तर तक कविता को लें जाने की उम्मीद जताया, उसने अपनी लगन और मेहनत से पूर्णिया जिला का नाम रोशन किया है.

    न्यूज़ 18 लोकल संवाददाता ने आशुतोष से बात की तो उन्होंने बताया की 75 वें अमृत महोत्सव के मौके पर प्रतियोगिता अयोजित हुई थी.ऑनलाइन इसको अप्लाई किया. उन्होंने अपनी कविता को दिए हुए नियमों का पालन करते हुए भेजा. उनकी लिखी हुई कविता भारत सरकार के आयोजित प्रतियोगिता में चयनित हो गई और वो प्रतिभागी बन 10000 राशि के ईनामी विजेता बनें.

    उनके द्वारा लिखी गई कविता, जो अमृत महोत्सव में हुआ चयन
    सागर का लहर-लहर,तुंग हिमालय की चोटी,केसव का पांचजन्य,नचिकेता का ज्ञान अमर,दिव्य पुरुष का संगठन मंत्र,माधव ने विस्तार किया,नेताजी का आजाद सपना,आजाद हिंद साकार हुआ,तत्वज्ञान का दर्शन,दीप ज्योति विवेकानंद,गंगा यमुना की धारा,सागर पर बना सेतुबंध,एकात्म दर्शन पंडित जी का,वंदे मातरम् गूंज रहा,धर्म ध्वजा उन्मुक्त गगन में,अरुणोदय का तेज लिए,भगवा ध्वज के गौरव से,गौरव अपना हिन्दुस्तान-2मां मीरा की भक्ति,तुलसी की रामायण,राणा का तलवार अमर,वीर सावकार का तप,तिलक जी का स्वराज लिए,गांधी का अहिंसा मंत्र, रणभूमि में इंन्कलाब की, भगत सिंह की टोली,आजाद का आजाद मन,बिस्मिल जी का शायर मन,फडकती भुजओं का यौवन,उधम सिंह का संकल्पित मन,पद्मिनियों की जलती ज्वाला,वीरांगना झाँसी की रानी,मंगल पाण्डे की क्रान्ति,बलिदानी वीर कुँवर सिंह,तिलका मांझी के गौरव सेगौरव अपना हिन्दुस्तान -2संतावन की क्रांति से,राजगुरू के फांसी तक,बलिदानी वीरों की गाथा,गाती कवियों की वाणी तक,जेपी का संपूर्ण क्रांति,राष्ट्र चेतना के जागृति का,राम रथयात्रा का साक्षी,दिव्य तेज से फहर रहा,नील गगन का गौरव है जो,जिसकी आभा देख दुश्मन,कारगिल में थर्राया था, जिसके केवल संकल्प मात्र से,दुनिया का भूगोल बदल जाता है,चरैवैति का मंत्र,शौर्य, पराक्रम,शांतिमां का धानी परिधान,सुजलाम् सुफलाम मातरम,राष्ट्र ध्वज के गौरव से,गौरव अपना हिन्दुस्तान.

    मेहनत से कोई भी युवा मंजिल पा सकते हैं
    आशुतोष ने बताया की सफलता पिताजी के आशीर्वाद से मिली है. अपनी लगन और मेहनत से कोई भी युवा मंजिल पा सकते हैं.भारत सरकार की आयोजित प्रतियोगिताओं की सराहना की.आजादी के अमृत महोत्सव में भारत सरकार द्वारा ऐसी प्रतियोगिताओं से देशभक्ति की भावना का विस्तार होगा. इससे कवि और लेकर भी प्रोत्साहन मेरे कविता को सम्मान देने के लिए भारत सरकार और सभी निर्णायक मंडल को धन्यवाद.

    Tags: Bihar News, Purnia news

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