अपनी अनोखी प्राकृतिक छटा और मनोरम दृश्यों से आकर्षण का केंद्र रहा शेखपुरा जिले का मटोखर दह झील (Lake) एतिहासिक औऱ पुरातत्विक स्थल के साथ ही पर्यटक स्थल (Tourism Sport) के रूप में विकसित होगा. इसका जिम्मा बिहार विरासत समिति को सौंपा गया है.
दरअसल सीएम नीतीश कुमार अपनी जल-जीवन हरियाली यात्रा के क्रम में शनिवार को जब शेखपुरा के इस जगह पर पहुंचे तो वहां का प्राकृतिक सौंदर्य और विहंगम दृश्य देखकर काफी खुश हुए. सीएम ने तत्काल 1909 के मुंगेर गजेटियर के माध्यम से इस स्थान के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कीं. सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि मटोखर झील की भौगौलिक बनावट द्वापरकालीन है और करीब ढाई हजार साल पहले यहां महात्मा बुद्ध का भी आगमन हुआ था.
सीएम ने कहा कि यहीं से महान सूफी संत इशहाक मगरबी ने भी सामाज में आपसी भाईचारे का संदेश दिया था. सीएम ने कहा कि उन्होंने करीब दो साल पहले भी शेखपुरा जिले के अरियरी प्रखंड के डीहा गांव का भ्रमण किया था औऱ तब वहां के टीलों को देखकर उस जगह के ऐतिहसिक होने का दावा किया था और बाद में यह सही भी साबित हुआ.
सीएम ने बताया की वहां खुदाई में पालकालीन मूर्तिया मिली थीं. नीतीश कुमार ने कहा कि अपने में कई ऐतिहासिक अवशेषों को समेटे हुए मटोखर झील पर अगले दो तीन दिनों में बिहार विरासत विकास समिति काम शुरू कर देगी. सीएम ने दावा किया कि पर्यटक और ऐतिहासिक स्थल के रुप मे विकसित होने के बाद मटोखर दह झील सैलानियों को आकर्षित कर सकेगा.
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FIRST PUBLISHED : December 29, 2019, 13:40 IST