को खुले में शौच मुक्त होने की घोषणा की है. इस तरह शेखपुरा बिहार का खुले में शौच मुक्त तीसरा जिला बन गया है. बताया गया है कि जिले में कुल 115067 शौचालय बनाए गए हैं. यह बात डीएम ने सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में कहा है.
बता दें कि 31 जुलाई 2018 को बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार की मौजूदगी में जिला परिषद की अध्यक्षा निर्मला कुमारी ने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के सभी घरों में शौचालय बना कर खुले में शौच से मुक्त होने की घोषणा की थी. इसके लिये मंत्री ने जिला प्रशासन की पूरी टीम और स्वच्छता कर्मियों को बधाई दी.
ओडीएफ की जमीनी हकीकत की तहकीकात न्यूज18 की टीम ने सबसे पहले अरियरी के विमान पंचायत के कई गांवों में किया. जहां अभी भी 50 प्रतिशत आबादी अभी भी खुले में शौच करने को मजबूर है. ग्रामीण गोरेलाल पासवान ने कहा कि शौचालय बनवाने को लेकर बीडीओ को कहा गया, लेकिन कोई करवाई अब तक नहीं हुई है.
इसी तरह चेवाड़ा के सियानी गांव अरियरी के बेलछी महादलित टोला में शौचालय का निर्माण तो कराया गया. लेकिन यहां के लोगों का कहना है कि जब राशि भुगतान की बात आई तो बीडीओ कार्यालय जाते- जाते वे लोग थक गए हैं.
डीएम योगेंद्र सिंह ने पूरे जिले को ओडीएफ होने की बात कही है. लेकिन जिओ टैग नहीं होने के कारण इससे जुड़े कर्मियों के वेतन निकासी पर रोक लगाने की करवाई शुरू कर दी है.
बता दें कि डीएम के स्पष्ट निर्देश के बाद भुगतान के लिए शिविर लगाए गए हैं, लेकिन अब तक 67.91 प्रतिशत जिओ टैगिंग लगाया गया है और 50.76 प्रतिशत लोगों को ही राशि का भुगतान किया गया है.
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FIRST PUBLISHED : September 08, 2018, 15:26 IST