सुपौल जिला के छातापुर प्रखंड स्तिथ मधुबनी गांव में बिहार-झारखंड की सबसे बड़ी मस्जिद का उद्घाटन मदीना के इमाम शेख सलाहवीन मोहम्मद अलवूदेर और मक्का के इमाम डॉ. हसन बिन अब्दुल हमीद बिन अब्दुल अल बुखारी ने नवाज अता कर किया. उद्घाटन से पहले एक जनसभा का आयोजन किया गया. जिसमे पूर्व उप मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजवसी यादव ने भाग लिया.
मधुबनी स्थित जामियेतुल कासिम दारूल उलूम इल इस्लामियां मदरसा परिसर में तीन दिवसीय विशाल तामिर-ए-मिल्लत कन्वेंशन कार्यक्रम 14 फरवरी बुधवार से प्रारम्भ हुआ. जिसका समापन आज हुआ. दूर-दूर से प्रतिष्ठित उलेमा, धर्मगुरुओं, बुद्धिजीवियों ने इस मे शिरकत की. मौके पर सीमांचल डेवलपमेंट फ्रंट के अध्यक्ष सह मदरसा के संस्थापक मुफ्ती महफुजूर रहमान उस्मानी ने तेजस्वी यादव सहित मदीना के इमाम को शेरवाणी पहनाकर स्वागत किया. पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मदरसा पहुंचते ही देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.
तेजस्वी यादव ने अपने संम्बोधन में कहा कि मक्का मदीना से जो इमाम जलसा में भाग लेने के लिए पहुंचे हैं, उनका हम हार्दिक स्वागत करते हैं. उन्होनें सीएम नीतीश कुमार और भाजपा की सरकार को अड़े हाथों लेते हुए कहा कि सीमांचल के लोग अभी भी गरीबी से जुझ रहे हैं. उन्होनें कहा कि भाजपा की सरकार ने साजिश के तहत हमारे पिता लालू को फंसाने का काम किया है. हमारी पार्टी कभी भी सिर नहीं झुका सकती. ज़िंदगी की अंतिम सांस तक यह संघर्ष जारी रहेगा.
तेजस्वी ने अपने संबोधन में कहा कि जम्मू में 4 मुसलमान सैनिक शाहिद हुए. जिसमें एक बिहार का लाल था. लेकिन सबसे बड़ी शर्म की बात है कि शाहिद के अंतिम दर्शन में बिहार सरकार का कोई नेता या अधिकारी नहीं पहुंचा.
सुपौल के राजपुर गांव से आए मौलाना मो. तैयब कासमी ने बताया कि मदरसा के अंदर धार्मिक पढ़ाई होती है. इसके अंदर बच्चे हाफिजे कुरान और आलिमीयत की पढ़ाई करते हैं. मदरसा में पठन पाठन करने वाले बच्चों को राजनीतिक और सियासत से कोई लेना देना नहीं है.
बता दें, सुपौल जिला अंतर्गत छातापुर प्रखंड के मधुबनी गांव में बनाई गई इमाम कासिम नानोतवी नामक यह मस्जिद बिहार-झारखंड की सबसे बड़ी मस्जिद है.
यह मस्जिद ऐतिहासिक है- संपूर्ण क्षेत्र में उत्सव जैसा नज़ारा देखने लायक रहा और उद्घाटन समारोह का साक्षी बनने के लिए लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा. जिला प्रशासन की ओर से जगह जगह पुलिस बल की तैनाती की गई थी. ताकि व्यवस्था कायम रहे. वहीं अनुमंडल व प्रखंड के सभी अधिकारियों को मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त किया गया था. अनुमान लगाया जा रहा है कि लगभग दो लाख लोग विशाल तामिर-ए-मिल्लत कन्वेशन कार्यक्रम में दूर-दराज से आए हुए थे.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
FIRST PUBLISHED : February 16, 2018, 20:40 IST