पैथोलॉजी केंद्रों के संचालक 29 और 30 मार्च को अस्पताल परिसर में आयोजित जांच शिविर में अपने कागजात के साथ उपस्थित होंगे. इन सभी नर्सिंग होम व जांच केंद्रों में कार्यरत चिकित्सकों व कर्मियों का डाटा भी डिग्री के साथ उपलब्ध कराना होगा, ताकि यह पता चल सके कि सरकार व स्वास्थ्य विभाग से निर्धारित मानकों पर ये कितने खरे हैं.
रिपोर्ट : आशीष कुमार
पश्चिम चम्पारण. नगर में संचालित दो दर्जन नर्सिंग होम व पैथोलॉजी जांच केंद्रों को नोटिस जारी कर दो दिनों के अंदर उनसे संबंधित सभी प्रकार के कागजात की मांग की गई है.अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. केबीएन सिंह के अनुसार एसडीएम के निर्देश पर नगर में संचालित अवैध नर्सिंग होम, पैथोलॉजी जांच केंद्र, एक्स-रे जांच तथा अल्ट्रासाउंड जांच केंद्रों पर कारवाई के मद्देनजर नोटिस जारी किया गया है.
उपाधीक्षक डॉ. केबीएन सिंह के अनुसार, नर्सिंग होम एवं पैथोलॉजी जांच केंद्र के संचालकों को 29 एवं 30 मार्च को अस्पताल में नर्सिंग होम एवं जांच केंद्र से संबंधित सभी प्रकार के कागजात के साथ-साथ, उनमें उपलब्ध चिकित्सक व कर्मियों से संबंधित डाटा की मांग की गई है. इसको लेकर नगर में एक दर्जन नर्सिंग होम व एक दर्जन पैथोलॉजी जांच केंद्रों को अस्पताल प्रबंधन की ओर से मंगलवार को नोटिस जारी किया गया है. अगर केंद्र संचालकों के द्वारा निर्धारित तिथि को आवश्यक कागजातों के साथ-साथ चिकित्सक और कर्मियों का डाटा उपलब्ध नहीं कराया जाता है, तो ऐसे में उन्हें अवैध मानते हुए उन पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
किया गया 4 सदस्यीय टीम का गठन
बता दें कि नगर में संचालित फर्जी अस्पताल, अवैध नर्सिंग होम, बिना मानक और रजिस्ट्रेशन वाले अल्ट्रासाउंड तथा पैथोलॉजी केंद्रों की जांच के लिए सप्ताह दिन पहले ही 4 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. फिलहाल इस टीम को नगर के सभी वार्डों में संचालित संस्थानों से संबंधित जांच की जवाबदेही सौंपी गई है. गौरतलब है कि इससे पहले अपर एसडीएम सरफराज नवाज के द्वारा नगर के नर्सिंग होम का औचक निरीक्षण किया गया था. उस दौरान वहां चिकित्सक उपलब्ध नहीं थे. चिकित्सकों के नाम पर झोलाछाप चिकित्सकों द्वारा मरीजों का इलाज किया जाता था. ऐसे में अपर एसडीएम ने जांच प्रतिवेदन एसडीएम को सौंपा दिया था.
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