बजट तक खटाई में पड़ सकती है एअर इंडिया की बिक्री, ये है वजह

एअर इंडिया
एअर इंडिया (Air India) बिक्री में एक बार फिर देरी होने की संभावना है जताई जा रही है. विनिवेश (Disinvestment) के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EoI) अब बजट के बाद ही लाया जा सकता है.
- News18Hindi
- Last Updated: January 2, 2020, 5:09 PM IST
नई दिल्ली. भारी कर्ज के बोझ में डूबी सरकारी विमानन कंपनी एअर इंडिया (Air India) की परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. तमाम कोशिशों के बावजूद एक बार फिर एअर इंडिया को बेचने में देरी हो सकती है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, एअर इंडिया के विनिवेश (Air India Disinvestment) के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EoI) को अब बजट (Budget 2020) के बाद ही लाना संभव हो सकेगा. अगर ऐसा होता है तो एक बार फिर इस सरकारी विमानन कंपनी को बेचने की योजना खटाई में पड़ सकती है.
बजट के बाद ही महाराजा की बिक्री संभव
सरकार ने लक्ष्य रखा था कि चालू वित्त वर्ष (Current Financial Year) में ही एअर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा. लेकिन, CNBC आवाज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अब बजट के बाद ही महाराजा को बेचने के लिए सरकार जोर लगाएगी. इसके पहले सरकार ने मंशा जाहिर की थी कि नए साल के पहले हफ्ते में ही एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट लाया जाएगा. इस संबंध में बीते 2-3 महीने से अधिकारी एअर इंडिया को लेकर माथापच्ची कर रहे हैं.
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कंपनी की कई प्रॉपर्टी को लेकर मालिकाना हक साफ नहीं
एअर इंडिया के विनिवेश से पहले सरकारी SPV में कंपनी की देनदारियों को ट्रांसफर करने में दिक्कत आ रही है. नई SPV एयर इंडिया एसेट्स होल्डिंग लिमिटेड का गठन किया गया था. अभी भी कंपनी के कई एसेट्स के मालिकाना हक को लेकर स्थिति साफ नहीं है.
रिटायर्ड कर्मचारियों के भविष्य को लेकर भी भी चिंता
दरअसल, एअर इंडिया नेशनल कैरियर है, जिसकी वजह से कई राज्यों ने जमीन और बिल्डिंग मुहैया कराई थीं. हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि नए खरीदार को ये एसेट्स मिल पाएंगे या नहीं. साथ ही, मौजूदा और रिटायर्ड कर्मचारियों के भविष्य को लेकर भी एक प्रमुख चिंता है.
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बजट के बाद ही महाराजा की बिक्री संभव
सरकार ने लक्ष्य रखा था कि चालू वित्त वर्ष (Current Financial Year) में ही एअर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा. लेकिन, CNBC आवाज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अब बजट के बाद ही महाराजा को बेचने के लिए सरकार जोर लगाएगी. इसके पहले सरकार ने मंशा जाहिर की थी कि नए साल के पहले हफ्ते में ही एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट लाया जाएगा. इस संबंध में बीते 2-3 महीने से अधिकारी एअर इंडिया को लेकर माथापच्ची कर रहे हैं.
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कंपनी की कई प्रॉपर्टी को लेकर मालिकाना हक साफ नहीं
एअर इंडिया के विनिवेश से पहले सरकारी SPV में कंपनी की देनदारियों को ट्रांसफर करने में दिक्कत आ रही है. नई SPV एयर इंडिया एसेट्स होल्डिंग लिमिटेड का गठन किया गया था. अभी भी कंपनी के कई एसेट्स के मालिकाना हक को लेकर स्थिति साफ नहीं है.
रिटायर्ड कर्मचारियों के भविष्य को लेकर भी भी चिंता
दरअसल, एअर इंडिया नेशनल कैरियर है, जिसकी वजह से कई राज्यों ने जमीन और बिल्डिंग मुहैया कराई थीं. हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि नए खरीदार को ये एसेट्स मिल पाएंगे या नहीं. साथ ही, मौजूदा और रिटायर्ड कर्मचारियों के भविष्य को लेकर भी एक प्रमुख चिंता है.
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