एअर इंडिया ने नहीं दूर की 37 फीसदी यात्रियों की शिकायतें, DGCA की रिपोर्ट से मिली जानकारी

एअर इंडिया
कर्ज की बोझ से जूझ रही सरकारी विमान कंपनी एअर इंडिया (Air India) को लेकर सबसे अधिक ग्राहकों ने शिकायतें की हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: December 27, 2019, 6:52 PM IST
नई दिल्ली. भारी कर्ज की बोझ से जूझ रही सरकारी विमान कंपनी एअर इंडिया (Air India) के लिए एक और निराशाजनक खबर आई है. इस खबर के मुताबिक, शिकायतें दूर (Passengers Complaint) करने के मामले में एअर इंडिया अन्य विमान कंपनियों के मुकाबले काफी पीछे है. सिविल एविएशन रेग्युलेटर DGCA द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, साल 2019 में सबसे अधिक शिकायतें एअर इंडिया को लेकर रहीं. चौंकाने वाली बात है कि एअर इंडिया में इनमें से अधिकतर शिकायतों को दूर करने में भी विफल रही.
नहीं मिला 37 फीसदी यात्रियों की शिकायतों का समाधान
डीजीसीए के इन आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल एअर इंडिया को लेकर कुल 3,065 यात्रियों ने एयर सेवा के जरिए शिकायत की. इसमें से 1,136 शिकायतों को उस महीने के अंत तक समाधान नहीं हुआ. इस प्रकार करीब 37 फीसदी यात्रियों की शिकायतों को उस महीने के अंत तक समाधान नहीं हुआ.
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इंडिगो को लेकर भी यात्रियों ने की शिकायतें
शिकायत के मामले में अन्य विमान कंपनियों में इंडिगो का नाम दूसरे नंबर पर रहा. यात्रियों द्वारा की गई इन शिकायतों में सबसे अधिक मामले बैगेज को लेकर रहे. इसके बाद कस्टमर केयर और फ्लाइट ऑपरेशन को लेकर भी शिकायते रहीं.
हर्जाना देने के मामले में सबसे आगे है एअर इंडिया
एअर इंडिया की बात करें तो बेडिंग ना देने, कैंसिलेशन और देरी में भी एअर इंडिया से अधिकतर यात्रियों ने शिकायते कीं. हालांकि, यात्रियों को हर्जाना देने के मामले में एअर इंडिया सबसे आगे रहा. इसा साल हर्जाने और प्रभावित पैसेंजर्स को रिफ्रेशिमेंट के लिए एअर इंडिया ने लगभग 20 करोड़ रुपये खर्च किए गए.
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नहीं मिला 37 फीसदी यात्रियों की शिकायतों का समाधान
डीजीसीए के इन आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल एअर इंडिया को लेकर कुल 3,065 यात्रियों ने एयर सेवा के जरिए शिकायत की. इसमें से 1,136 शिकायतों को उस महीने के अंत तक समाधान नहीं हुआ. इस प्रकार करीब 37 फीसदी यात्रियों की शिकायतों को उस महीने के अंत तक समाधान नहीं हुआ.
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इंडिगो को लेकर भी यात्रियों ने की शिकायतें
शिकायत के मामले में अन्य विमान कंपनियों में इंडिगो का नाम दूसरे नंबर पर रहा. यात्रियों द्वारा की गई इन शिकायतों में सबसे अधिक मामले बैगेज को लेकर रहे. इसके बाद कस्टमर केयर और फ्लाइट ऑपरेशन को लेकर भी शिकायते रहीं.
हर्जाना देने के मामले में सबसे आगे है एअर इंडिया
एअर इंडिया की बात करें तो बेडिंग ना देने, कैंसिलेशन और देरी में भी एअर इंडिया से अधिकतर यात्रियों ने शिकायते कीं. हालांकि, यात्रियों को हर्जाना देने के मामले में एअर इंडिया सबसे आगे रहा. इसा साल हर्जाने और प्रभावित पैसेंजर्स को रिफ्रेशिमेंट के लिए एअर इंडिया ने लगभग 20 करोड़ रुपये खर्च किए गए.
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