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Explainer : चीन छोड़ क्‍यों जापान में जा बसे जैक मा, क्‍यों उनके पीछे पड़ी है जिनपिंग सरकार?

जैक मा कभी चीन के सबसे अमीर व्‍यक्ति माने जाते थे.

जैक मा कभी चीन के सबसे अमीर व्‍यक्ति माने जाते थे.

Jack Ma In Tokyo Japan : चीन के अरबपति जैक मा ने अपना देश छोड़ दिया है. फिलहाल वे जापान में रह रहे हैं और अपने परिवार व ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

टोक्‍यो से कुछ दूर एक ग्रामीण इलाके में स्‍की रिजॉर्ट में अपने परिवार के साथ देखा गया.
2020 में चीनी सरकारी एजेंसियों की सख्‍ती के बाद से ही सार्वजनिक स्‍थलों पर कम जाते हैं.
इससे पहले वे अक्‍सर युवाओं के बीच मोटिवेशनल स्‍पीच देते नजर आते थे.

नई दिल्‍ली. कभी चीन में अमीरी और कामयाबी के उदाहरण माने जाने वाले जैक मा ने अब अपना देश ही छोड़ दिया है. अलीबाबा जैसी दिग्‍गज ई-कॉमर्स कंपनी के फाउंडर जैक मा साल 2020 से ही काफी कम दिखाई दे रहे हैं और हाल में उनके जापान की राजधानी टोक्‍यो में होने की खबर आई है. चीनी सरकार ने करीब दो साल पहले उन पर कई नियमों को तोड़ने और अंधाधुंध कारोबार विस्‍तार करने के आरोपों में पाबंदियां लगानी शुरू कर दी थी.

फाइनेंशियल टाइम्‍स के अनुसार, जैक मा फिलहाल अपने परिवार के साथ जापान में रह रहे हैं. उन्‍हें टोक्‍यो से कुछ दूर एक ग्रामीण इलाके में स्‍की रिजॉर्ट में अपने परिवार के साथ देखा गया. वे लगातार अमेरिका और इजराइल की यात्रा पर भी जाते हैं. 58 वर्षीय जैक मा 2020 में चीनी सरकारी एजेंसियों की सख्‍ती के बाद से ही सार्वजनिक स्‍थलों पर काफी कम दिखाई देते हैं. इससे पहले वे अक्‍सर युवाओं के बीच मोटिवेशनल स्‍पीच देते नजर आते थे.

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हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि टोक्‍यो के पास बेहद लो प्रोफाइल के साथ रहने वाले जैक मा ने अपने साथ पर्सनल शेफ और सिक्‍योरिटी को भी रखा है. वह ज्‍यादातर सार्वजनिक कार्यक्रमों से भी दूरी बना रहे हैं.

एक बयान से शुरू हो गए बुरे दिन
जैक मा के साथ सबकुछ सही चल रहा था और वे दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्‍यक्ति के पायदान तक पहुंच गए थे. लेकिन एक भाषण से उनके बुरे दिन शुरू हो गए. दरअसल, जैक मा ने अक्‍टूबर, 2020 में शंघाई में एक कायक्रम के दौरान सरकारी बैंकों और उसके सिस्‍टम की तीखी आलोचना की थी. उन्‍होंने वित्‍तीय नियामकों से ब्‍याज के सिस्‍टम में बदलाव करने को भी कहा था. इस बयान से ही सत्‍तारूढ़ जिनपिंग सरकार भड़क गई और तमाम सरकारी एजेंसियों को उनके पीछे लगा दिया.

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फंस गया दुनिया का सबसे बड़ा आईपीओ
इस बयान के बाद से ही जैक मा की कंपनी एंट ग्रुप और अलीबाबा के खिलाफ तमाम जांच शुरू हो गई, जिससे उनकी आईपीओ लाने की योजना भी धरी रह गई. जैक मा का एंट ग्रुप 37 अरब डॉलर (करीब 3.5 लाख करोड़ रुपये) का आईपीओ लाने वाला था, जो दुनिया का सबसे बड़ा आईपीओ होता. लेकिन जांच के बाद चीन की सरकारी एजेंसियों ने उनके आईपीओ पर रोक लगा दी और एंट ग्रुप पर 2.8 अरब डॉलर (करीब 24 हजार करोड़ रुपये) का रिकॉर्ड जुर्माना लगा दिया.

भारत भी आए थे जैक मा
चीन सरकार से मतभेद शुरू होने से पहले जैक मा कारोबारी अवसर तलाशने भारत भी आए थे और उन्‍होंने साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. उनकी कंपनी अलीबाबा का हेडक्‍वार्टर शंघाई में है और पास के ही शहर हांगझू में उनका बसेरा भी है. जबसे चीन सरकार के साथ उनका विवाद शुरू हुआ है, जैक मा कई बार स्‍पेन और नीदरलैंड जैसे कई देशों में देखे जा चुके हैं.

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गरीबी से अमीरी तक का सफर और फिर रिटायरमेंट
जैक मा का जन्‍म बेहद गरीब परिवार में हुआ था, लेकिन उन्‍होंने कड़ी मेहनत और सही विजन से चीन के सबसे अमीर व्‍यक्ति बनने का सफर तय किया. हालांकि, जब वे सफलता के चरम पर थे तभी उन्‍होंने साल 2019 में अपने रिटायरमेंट की घोषणा कर दी. जैक मा का कहना था कि वे काम करते हुए ऑफिस की मेज पर नहीं, बल्कि किसी बीच पर मरना चाहते हैं. इसके बाद चीन सरकार के साथ तकरार ने उनके कारोबार पर तरह-तरह के प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए. चीन सरकार का कहना था उनके गलत तरीके से कारोबार करने और बाजार प्रतिस्‍पर्धा को प्रभावित करने की वजह से यह कदम उठाया जा रहा है.

चीन के कई अरबपति देश छोड़ने का बना रहे मन
हांगकांग से निकलने वाले अखबार मॉर्निंग पोस्‍ट ने हाल में दावा किया था कि जैक मा की तर्ज पर देश के कुछ और अरबपति चीन छोड़कर जाने की तैयारी में हैं. रिपोर्ट में कहा गया था कि शी जिनपिंग का कार्यकाल 5 साल और बढ़ाए जाने से देश के उद्योगतियों में डर का माहौल है.

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अब नए अवसर तलाश रहे जैक मा
मामले से जुड़े सूत्रों का कहना है कि जैक मा फिलहाल अलीबाबा और एंट समूह से इतर बिजनेस के अवसर तलाश रहे हैं और जापान में रहकर अपना कारोबार बढ़ाने के तरीकों पर काम कर रहे हैं. फिलहाल उन्‍होंने दोनों कंपनियों का जिम्‍मा किसी युवा के कंधे पर डाल रखा है. जापान में करीब 6 महीने से रह रहे जैक मा सॉफ्टबैंक के साथ अपने संबंधों को दोबारा मजबूत बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं, जिसने अलीबाबा में बड़ी हिस्‍सेदारी ले रखी है.

Tags: Alibaba, Business news in hindi, Jack ma, Xi jinping

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