नई दिल्ली. इस साल की शुरुआत में कैलिफ़ोर्निया विधान पालिका (लेजिस्लेचर) में एक बिल पेश किया गया. इस बिल में प्रति सप्ताह 32 घंटे काम करने के लिए नियमित वेतन दर का प्रस्ताव दिया गया था. 32 घंटों के बाद ओवरटाइम शुरू होगा. हालांकि इसे ज्यादा समर्थन नहीं मिला तो यह बिल वहीं अटक गया. परंतु 2023 में इस पर काम शुरू हो सकता है.
इस बीच, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से जुड़ी एक गैर-लाभकारी संस्था, 4 डे वीक ग्लोबल, 6 महीने के लिए इसी पर एक ट्रायल कर रही है. इस ट्रायल में विश्वभर से 150 कंपनियां और उनके 7 हजार कर्मचारी शामिल हैं. यह संस्था पूरी दुनिया में सप्ताह में केवल 4 दिन काम करने की हितैषी है.
ये भी पढ़ें – ग्रेच्युटी के लिए लगातार 5 साल की नौकरी पूरी होना जरूरी नहीं, जानें क्या हैं नियम
92 फीसदी कर्मचारी इसे कदम से सहमत
इसी साल जनवरी में एक रिसर्च फर्म क्वाल्ट्रिक्स (Qualtrics) ने एक सर्वे किया था. इस सर्वे में 1,000 से अधिक अमेरिकी कर्मचारी शामिल थे. इनमें से 92 फीसदी ने कहा कि वे अपने नियोक्ता द्वारा 4 डेज़ अ वीक (सप्ताह में 4 दिन काम) का समर्थन करेंगे. उनमें से 79 प्रतिशत ने कहा कि यह उनके मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) में मदद करेगा. 82% ने कहा कि यह उन्हें अधिक प्रोडक्टिव बना देगा.
लाइव मिंट की एक रिपोर्ट में यह बताने की कोशिश की गई है कि क्या इसे बाकी कर्मचारियों का समर्थन प्राप्त होगा? कैनमोर, अल्बर्टा में कॉन्शियसवर्क्स की सीईओ लिसा बेलांगर (Lisa Belanger) कहती हैं, “मैं हमेशा बर्नआउट के बारे में उत्सुक रहा हूं. यह वास्तव में उन लोगों को प्रभावित करता है, जिन्हें संपन्न होना चाहिए.” वे वर्कप्लेस की वेल-बींग (Well Being) पर बिजनेसेज़ के साथ परामर्श करती है. काम को लेकर अपनी अलग-अलग खोजों में उन्होंने खुद सप्ताह में चार दिन काम को अधिक जानने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि परिणाम मिश्रित (Mixed) थे.
ये भी पढ़ें – सैलरी प्रोटेक्शन इंश्योरेंस क्या आपकी मदद कर सकता है? समझिए इसका पूरा नफा-नुकसान
बेलांगर कहती हैं, “मुझे लगता है कि मैं अपने निजी प्रयोग में अब तक विफल रही हूं.” बिजनेस ट्रैवल की योजना या अन्य काम से संबंधित जिम्मेदारियां अक्सर उनके पांचवें दिन को बाधित करती हैं.” वे आगे कहती हैं, “मेरे लिए और ज्यादातर लोगों के लिए चार-दिवसीय कार्य सप्ताह चैलेंजिंग इस वजह से हो जाता है, क्योंकि अन्य लोग उस पांचवें दिन काम कर रहे होते हैं. आपको आपको ईमेल मिल रहे होते हैं तो आप पांचवें दिन काम में शामिल शामिल हो ही जाते हैं.”
उपभोक्ता व्यवहार और अपेक्षाओं को बदलना
क्वाल्ट्रिक्स में इम्पलॉई एक्सपीरिएंस एडवाइजरी सर्विसेज़ के हेड बेंजामिन ग्रेंजर कहते हैं, “लोग महसूस कर रहे हैं कि यह एक दिलचस्प विचार है, लेकिन शायद कुछ समझौते करने पड़ सकते हैं.” उनका कहना है कि कंपनी की रिसर्च इशारा करती है कि यदि स्टाफ के समय में बदलाव होता है तो ग्राहकों का फ्रस्टेशन लेवल बढ़ सकता है, क्योंकि रिस्पॉन्स टाइम बढ़ सकता है. इसलिए इसे व्यापक रूप में लागू करने पर उपभोक्ताओं का व्यवहार और ग्राहकों की अपेक्षाओं और सेवाओं को फिर से रिशेप करने की जरूरत होगी. उन्होंने कहा कि फिलहाल हम इसके आसपास भी नहीं है.
वे कहते हैं कि यदि 4 डेज़ वर्कवीक नहीं हो पाता है तो कुछ अन्य चीजों में बदलाव किए जा सकते हैं, जिससे वर्कप्लेस का माहौल बेहतर बने. मसलन जॉब को अधिक आकर्षक बनाएं, जैसे कि 9-5 की बजाय जब आप पसंद करें वह समय चुन लें, इत्यादी.
ये भी पढ़ें – इमोशन दिखाने से बढ़ती है भारतीय प्रोफेशनल की प्रोडक्टिविटी, रोते भी हैं बॉस के सामने!
कुछ कर्मचारी वेतन में कटौती करने को तैयार
क्वाल्ट्रिक्स द्वारा सर्वे में शामिल किए गए कर्मचारियों में से 10 में 4 (37%) से कम कर्मचारी चार-दिवसीय कार्य सप्ताह के लिए 5% या अधिक वेतन कटौती लेने के इच्छुक होंगे. लेकिन सर्वेक्षण में शामिल लोगों में से लगभग तीन-चौथाई (72%) ने कहा कि चार-दिवसीय कार्य सप्ताह का मतलब होगा कि उन्हें दिन में लम्बे समय तक काम करना होगा.
हालांकि, 10 घंटे के दिन अक्सर बच्चों की देखभाल के अनुकूल नहीं होते हैं. और अगर कोई कंपनी आठ घंटे के केवल चार दिनों के लिए भुगतान करने की पेशकश करती है, तो एक छोटा वर्कवीक कंपनी के खर्च कम करने की कोशिश का संकेत हो सकता है.
कुल मिलाकर यदि 4 दिन काम करने का सप्ताह करना है तो नियोक्ता व कर्मचारियों को बहुत-सी डिस्कशन्स करनी होंगी. चार दिन काम के हिसाब से काम को बांटना होगा. इसके अवाला भी बहुत-से फैक्टर इसे प्रभावित कर सकते हैं. हालांकि निकट भविष्य में इसकी संभावनाएं कम नजर आती हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Permanent jobs, Work From Home, Workplace