VIDEO: नए जमाने की खेती से अशोक कुमार कमाते हैं 50 लाख रुपये
अशोक सिर्फ मछली बीज उत्पादन करते थे फिर इन्होंने नए जमाने में नए तरीके से खेती के महत्व को समझा और आज इसके जरिए सालाना 50 लाख रुपये तक कमा रहे हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: August 8, 2018, 7:48 AM IST
अगर इंसान में कुछ कर गुजरने का जज्बा होता है, तो कामयाबी उसके कदम चूमती है. बिहार के मधुबनी जिले में रहने वाले किसान अशोक कुमार का जज्बा कुछ ऐसा ही है. पहले अशोक सिर्फ मछली बीज उत्पादन करते थे फिर इन्होंने नए जमाने में नए तरीके से खेती के महत्व को समझा और आज इसके जरिए सालाना 50 लाख रुपये तक कमा रहे हैं. इनकी उपलब्धियों के कारण इन्हे राज्य सराकार कई बार सम्मानित भी कर चुकी हैं. (ये भी पढ़ें-VIDEO: ऐसे शुरू करें अपना बिज़नेस, जानें इसे जुड़ी काम की बातें)
नए जमाने की खेती-समेकित कृषि प्रणाली एक ऐसी प्रणाली है जिसमें फसल उत्पादन, मवेशी पालन, फल सब्जी उत्पादन, मछली पालन और वानिकी का इस प्रकार समायोजन किया जाता है. इससे वे एक दूसरे के पूरक बन जाते हैं. ऐसा कर किसान आसानी से उत्पादकता बढ़ा लेता और आमदनी कई गुना हो जाती है. अशोक कुमार सिंह भी अपनी पुस्तैनी जमीन में विभिन्न फसलों की खेती के साथ बागवानी, पशुपालन और मछली पालन भी कर रहे हैं और इससे अच्छी आमदनी भी कमा रहे है.इनकी इस काम ने दूसरे किसानों को भी राह दिखायी है. (ये भी पढ़ें-VIDEO: 13 साल के लड़के ने खड़ी की कंपनी, बनाया 100 करोड़ कमाने का प्लान)
ये मुख्य तौर पर मछली बीज को तैयार कर बेचते है साथ ही 5 एकड़ क्षेत्र में धान- गेहूँ, डेढ़ एकड़ में आलू और सब्जियों की खेती, पशुपालन आदि को करते है.इतना ही नहीं वह मछली पालन के साथ मखाने की खेती भी कर रहे है, तालाब की मेड़ो पर लत्तर वाली सब्जियों की खेती करते है. पशुओं से मिलने वाले गोबर से बायोगेस और वर्मीकम्पोस्ट बनाते है. (ये भी पढ़ें-13 साल के तिलक मेहता का स्टार्टअप हुआ हिट, दो साल में 100 करोड़ कमाने का लक्ष्य)
कमाते हैं 50 लाख रुपये- अशोक कुमार बताते हैं कि सालाना कुल संसाधनों से लगभग 50 लाख रुपये की आमदनी होती है और लगभग 25 लाख रुपये खर्च हो जाता है.इस प्रकार इन्हे सालाना 25 लाख रुपये की शुद्ध बचत हो जाती. (ये भी पढ़ें-VIDEO: कचरे से करोड़ों की कमाई करते हैं ये लोग)
नए जमाने की खेती-समेकित कृषि प्रणाली एक ऐसी प्रणाली है जिसमें फसल उत्पादन, मवेशी पालन, फल सब्जी उत्पादन, मछली पालन और वानिकी का इस प्रकार समायोजन किया जाता है. इससे वे एक दूसरे के पूरक बन जाते हैं. ऐसा कर किसान आसानी से उत्पादकता बढ़ा लेता और आमदनी कई गुना हो जाती है. अशोक कुमार सिंह भी अपनी पुस्तैनी जमीन में विभिन्न फसलों की खेती के साथ बागवानी, पशुपालन और मछली पालन भी कर रहे हैं और इससे अच्छी आमदनी भी कमा रहे है.इनकी इस काम ने दूसरे किसानों को भी राह दिखायी है. (ये भी पढ़ें-VIDEO: 13 साल के लड़के ने खड़ी की कंपनी, बनाया 100 करोड़ कमाने का प्लान)
ये मुख्य तौर पर मछली बीज को तैयार कर बेचते है साथ ही 5 एकड़ क्षेत्र में धान- गेहूँ, डेढ़ एकड़ में आलू और सब्जियों की खेती, पशुपालन आदि को करते है.इतना ही नहीं वह मछली पालन के साथ मखाने की खेती भी कर रहे है, तालाब की मेड़ो पर लत्तर वाली सब्जियों की खेती करते है. पशुओं से मिलने वाले गोबर से बायोगेस और वर्मीकम्पोस्ट बनाते है. (ये भी पढ़ें-13 साल के तिलक मेहता का स्टार्टअप हुआ हिट, दो साल में 100 करोड़ कमाने का लक्ष्य)