ED की बड़ी कार्रवाई! गंगाखेड़ शुगर एंड एनर्जी समेत तीन कंपनियों की 225 करोड़ की संपत्ति अटैच की, जानें पूरा केस

ईडी ने गंगाखेड़ शुगर एंड एनर्जी समेत तीन कंपनियों के खिलाफ जब्ती की कार्रवाई की है.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गंगाखेड़ शुगर एंड एनर्जी, योगेश्वरी हेटचेरिश और गंगाखड़ सोलर पावर लिमिटेड की चल-अचल संपत्ति को जब्त (Attach) किया है. इन कंपनियों पर महाराष्ट्र के परभणी में मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) और किसानों के नाम पर करोड़ों रुपये के बैंक लोन फर्जीवाड़े (Bank Loan Fraud) के कई मामले दर्ज थे. ईडी ने उन्हें आधार बनाकर मई 2019 में मामला दर्ज किया था.
- News18Hindi
- Last Updated: December 23, 2020, 9:53 PM IST
नई दिल्ली. केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए गंगाखेड़ शुगर एंड एनर्जी लिमिटेड (Gangakhed Sugar and Energy Ltd) समेत तीन कंपनियों की करीब 225 करोड़ रुपये की कई चल-अचल संपत्तियों को जब्त कर लिया है. ईडी ने जीएसईएल के अलावा योगेश्वरी हेटचेरिश (Yogeshwari Hetcheries) और गंगाखेड़ सोलर पावर लिमिटेड (GSPL) के खिलाफ प्रॉपर्टी अटैच करने की कार्रवाई की. इन तीनों कंपनियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (Money Laundering Act) के तहत कई मामले दर्ज किए गए थे.
किसानों के नाम पर बैंक लोन फर्जीवाड़े का भी है आरोप
प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक, कंपनियों के खिलाफ गरीब किसानों (Farmers) के नाम पर कृषि लोन लेकर फर्जीवाडे (Agriculture Loan Fraud) को अंजाम देने का आरोप भी था. किसानों के नाम पर करोड़ो रुपये के बैंक लोन फर्जीवाडे को अंजाम देने वाली कई कंपनियों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. दरअसल, ये मामला महाराष्ट्र से जुड़ा हुआ है. ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, ये मामला 2012-13 से लेकर 2016-17 के बीच का है. ईडी ने महाराष्ट्र के परभणी जिला के तहत गंगाखेड़ पुलिस थाने में दर्ज कई मामलों को आधार बनाते हुए मई 2019 में कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
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ईडी ने इस मामले में पिछले साल पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के जीवन पर बनी फिल्म 'द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर' के डायरेक्टर विजय गुट्टे के पिता और महाराष्ट्र के दिग्गज नेता व कारोबारी रत्नाकर गुट्टे के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी. उनके खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई 6 बैंकों के साथ किए गए 328 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े के मामले में की गई थी. ईडी का कहना था कि गुट्टे ने बैंकों से कर्ज लिए और बाद में रकम को गंगाखेड शुगर एंड एनर्जी लिमिटेड में खपा दिया. इसके अलावा जिन किसानों के नाम पर कर्ज लिया गया था, उनमें से ज्यादातर किसान भी उसी शुगर मिल में काम करते थे.
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इन बैंकों से किसानों के नाम पर लिया था 328 करोड़ का कर्ज
ईडी ने तब बताया था कि जीएसईपीएल (GSEPL) ने अपने लिए आंध्र बैंक, यूको बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, सिंडिकेट बैंक, रत्नाकर बैंक से 8-10 किसानों के नाम पर कृषि लोन लिया. कर्ज में मिली रकम को फर्जी खातों या मृत किसानों के खातों में ट्रांसफर कराया गया. फिर उसी दिन जीएसईपीएल के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया गया. बता दें कि फर्जी लोन का मामला विधानसभा में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने उठाया था. गुट्टे का परिवार दिवंगत बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे से संबंधित है.
किसानों के नाम पर बैंक लोन फर्जीवाड़े का भी है आरोप
प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक, कंपनियों के खिलाफ गरीब किसानों (Farmers) के नाम पर कृषि लोन लेकर फर्जीवाडे (Agriculture Loan Fraud) को अंजाम देने का आरोप भी था. किसानों के नाम पर करोड़ो रुपये के बैंक लोन फर्जीवाडे को अंजाम देने वाली कई कंपनियों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. दरअसल, ये मामला महाराष्ट्र से जुड़ा हुआ है. ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, ये मामला 2012-13 से लेकर 2016-17 के बीच का है. ईडी ने महाराष्ट्र के परभणी जिला के तहत गंगाखेड़ पुलिस थाने में दर्ज कई मामलों को आधार बनाते हुए मई 2019 में कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
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ईडी ने इस मामले में पिछले साल पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के जीवन पर बनी फिल्म 'द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर' के डायरेक्टर विजय गुट्टे के पिता और महाराष्ट्र के दिग्गज नेता व कारोबारी रत्नाकर गुट्टे के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी. उनके खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई 6 बैंकों के साथ किए गए 328 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े के मामले में की गई थी. ईडी का कहना था कि गुट्टे ने बैंकों से कर्ज लिए और बाद में रकम को गंगाखेड शुगर एंड एनर्जी लिमिटेड में खपा दिया. इसके अलावा जिन किसानों के नाम पर कर्ज लिया गया था, उनमें से ज्यादातर किसान भी उसी शुगर मिल में काम करते थे.
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ईडी ने तब बताया था कि जीएसईपीएल (GSEPL) ने अपने लिए आंध्र बैंक, यूको बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, सिंडिकेट बैंक, रत्नाकर बैंक से 8-10 किसानों के नाम पर कृषि लोन लिया. कर्ज में मिली रकम को फर्जी खातों या मृत किसानों के खातों में ट्रांसफर कराया गया. फिर उसी दिन जीएसईपीएल के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया गया. बता दें कि फर्जी लोन का मामला विधानसभा में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने उठाया था. गुट्टे का परिवार दिवंगत बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे से संबंधित है.