Big Basket ने लॉकडाउन के दो दिन में 80 फीसदी वर्कफोर्स गंवाया,16 दिन में कीं 12 हजार भर्तियां

ऑनलाइन ग्रोसरी डिलीवरी कंपनी बिगबास्केट (प्रतीकात्मक तस्वीर)
बिगबास्केट (BigBasket) ने मार्च के महीने में देशव्यापी 'लॉकडाउन' (Lockdown) की वजह से मात्र दो दिन के भीतर अपने 80 प्रतिशत कर्मचारियों को गंवा दिया था.
- भाषा
- Last Updated: November 28, 2020, 9:04 PM IST
कोयंबटूर. किराना सामान की ऑनलाइन बिक्री करने वाली कंपनी बिगबास्केट (BigBasket) ने मार्च के महीने में देशव्यापी 'लॉकडाउन' (Lockdown) की वजह से मात्र दो दिन के भीतर अपने 80 प्रतिशत कर्मचारियों को गंवा दिया था, लेकिन कंपनी एक बार फिर तेजी के राह पर लौट आई और उसने 16 दिन में ही 12 हजार से अधिक लोगों को काम पर रखा और अपने कामकाज को आगे बढ़ाया. कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) हरि मेनन (Hari Menon) ने शनिवार को यह जानकारी दी.
बिगबास्केट में 16 दिन में 12,300 लोगों को काम पर रखा
हरि मेनन ने कहा, ''दो दिनों के लिए 80 प्रतिशत कर्मचारियों की संख्या कम होने के बाद, हम वास्तव में परेशान थे, क्योंकि आर्डर मिलना जारी था. हमने 16 दिन में 12,300 लोगों को काम पर रखा. इसके माध्यम से हमने अपनी जिजीविषा की शक्ति का प्रदर्शन किया.'' मेनन तीन दिवसीय कार्यक्रम 'ईशा इनसाइट: द डीएनए ऑफ सक्सेस' (Isha Insight: The DNA of Success) के एक ऑनलाइन सत्र में बोल रहे थे.
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मेनन ने कहा, ''किसी भी संगठन को सीखने वाला संगठन बनने की आवश्यकता है और बिग बास्केट में हमने सबसे पहला काम उत्कृष्ट प्रशिक्षण और इनोवेशन को स्थापित करने का किया.''
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एक बयान में बताया गया कि ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने टेनेसी में ईशा इंस्टिट्यूट ऑफ इनर साइंसेज से प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा, "मनुष्य को यह महसूस करना होगा कि केवल जागरूक और जिम्मेदार कार्रवाई के साथ ही हम इस महामारी से उबर सकते हैं.''
इस कार्यक्रम में लगभग 30 विभिन्न इंडस्ट्री से 300 से अधिक बिजनेस लीडर्स और टॉप सीईओ शामिल हुए.
बिगबास्केट में 16 दिन में 12,300 लोगों को काम पर रखा
हरि मेनन ने कहा, ''दो दिनों के लिए 80 प्रतिशत कर्मचारियों की संख्या कम होने के बाद, हम वास्तव में परेशान थे, क्योंकि आर्डर मिलना जारी था. हमने 16 दिन में 12,300 लोगों को काम पर रखा. इसके माध्यम से हमने अपनी जिजीविषा की शक्ति का प्रदर्शन किया.'' मेनन तीन दिवसीय कार्यक्रम 'ईशा इनसाइट: द डीएनए ऑफ सक्सेस' (Isha Insight: The DNA of Success) के एक ऑनलाइन सत्र में बोल रहे थे.
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मेनन ने कहा, ''किसी भी संगठन को सीखने वाला संगठन बनने की आवश्यकता है और बिग बास्केट में हमने सबसे पहला काम उत्कृष्ट प्रशिक्षण और इनोवेशन को स्थापित करने का किया.''
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एक बयान में बताया गया कि ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने टेनेसी में ईशा इंस्टिट्यूट ऑफ इनर साइंसेज से प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा, "मनुष्य को यह महसूस करना होगा कि केवल जागरूक और जिम्मेदार कार्रवाई के साथ ही हम इस महामारी से उबर सकते हैं.''
इस कार्यक्रम में लगभग 30 विभिन्न इंडस्ट्री से 300 से अधिक बिजनेस लीडर्स और टॉप सीईओ शामिल हुए.