वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण. (फ़ोटो: न्यूज18)
नई दिल्ली. केंद्र सरकार 1 फरवरी, 2023 को यूनियन बजट (Union Budget) पेश करने की तैयारी कर रही है. यह बजट मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट होगा. कोरोना महामारी के बाद भारत की घरेलू इकोनॉमी की हालत काफ़ी सुधरी है और अब ये अच्छी स्थिति में है. हालांकि ग्लोबल स्तर पर अभी भी इकोनॉमी में सुस्ती दिखाई दे रही है जिसका असर भारत के विदेशी व्यापार संतुलन पर पड़ सकता है.
फिलहाल भारत की इकोनॉमी G20 देशों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी है. घरेलू मार्केट में इनफ्लेशन में कमी आ रही है. इससे रिज़र्व बैंक द्वारा लगातार इंटरेस्ट रेट में की जा रही बढ़ोतरी भी थम सकती है. आगामी बजट से सभी को कई तरह की उम्मीदें हैं. आइए जानते हैं वित्त वर्ष 2023-24 के लिए यूनियन बजट तैयार करने वाली टीम के बारे में, जो वित्तमंत्री के साथ मिलकर इन चुनौतियों का सामना करेगी.
ये भी पढ़ें – क्या इनकम टैक्स डिडक्शन की बढ़ेगी लिमिट? सैलरीड क्लास की बजट से 5 उम्मीदें
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है. इससे पहले वे रक्षा और वाणिज्य मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभाल चुकी हैं. आगामी बजट सीतारमण का चौथा यूनियन बजट होगा. कोरोना महामारी के समय उन्होंने देश की इकोनॉमी को संभालने के लिए कई कदम उठाए हैं. इस बजट में उनके सामने देश की इकोनॉमिक की रिकवरी को तेज करने, कर्ज के बोझ में कमी लाने और राजकोषीय घाटा कम करने जैसी बड़ी चुनौतियां हैं.
टीवी सोमनाथन
फाइनेंस सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन 1987 बैच के तमिलनाडु कैडर के आईएएस ऑफिसर हैं. 2015-2017 के बीच वह प्रधानमंत्री कार्यालय में रह चुके हैं. फिलहाल वे वित्त मंत्रालय में व्यय विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. इससे पहले वे कंपनी मामलों के मंत्रालय में संयुक्त सचिव भी रह चुके हैं. सोमनाथन अपने साथियों के बीच काफ़ी लोकप्रिय हैं.
अजय सेठ
कर्नाटक कैडर के 1987 बैच के आईएएस ऑफिसर अजय सेठ आगामी बजट को तैयार करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव होने के नाते बजट से संबंधित सभी सलाह और सिफारिशों का विश्लेषण करने और फाइनेंशियल स्टेटमेंट को अंतिम रूप देने वाले बजट डिविजन की जिम्मेदारी उन्हीं के पास है.
तुहिन कांत पांडे
आगामी वित्त वर्ष के लिए सरकार के विनिवेश कार्यक्रम को तैयार करने की जिम्मेदारी डिपार्टमेंट ऑफ इनवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट के सचिव तुहिन कांत पांडे निभा रहे हैं. वे 1987 बैच के ओडिशा कैडर के आईएएस ऑफिसर हैं. इससे पहले उन्होंने एयर इंडिया को बेचने और लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन (एलआईसी) का आईपीओ लाने में अहम भूमिका निभाई थी.
संजय मल्होत्रा
रेवेन्यू डिपार्टमेंट के सचिव 1990 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस ऑफिसर संजय मल्होत्रा के सामने बजट तैयार करने के दौरान रेवेन्यू का अनुमान तय करने की चुनौती होगी. हालांकि, इससे पहले वित्त मंत्रालय की बहुत कम या बहुत ज्यादा रेवेन्यू अनुमान करने के लिए आलोचना हो चुकी है. वे पहले सरकारी कंपनी आरईसी लिमिटेड के चेयरमैन एंव मैनेजिंग डायरेक्टर रह चुके हैं. उन्हें टैक्स कलेक्शन में दिख रहे उछाल का फायदा मिलेगा.
विवेक जोशी
वित्त मंत्रालय में फाइनेंशियल सर्विसेज के सेक्रेटरी की जिम्मेदारी संभालने से पहले जोशी गृह मंत्रालय में रजिस्ट्रार जनरल एंड सेंसेस कमिश्नर थे. जोशी वित्त मंत्रालय के टॉप अफसरों में नया चेहरा हैं. वे गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी के सीईओ भी रह चुके हैं. उन्हें नॉर्थ ब्लॉक के कामकाज करने के तरीके की अच्छी समझ है. वह नवंबर 2014 से अप्रैल 2017 तक डिपार्टमेंट ऑफ एक्सपेंडिचर में ज्वाइंट सेक्रेटरी रह चुके हैं.
वी अनंत नागेश्वरन
आगामी वित्त वर्ष के लिए बजट तैयार करने के अलावा 2022-23 का इकोनॉमिक सर्वे तैयार करने की जिम्मेदारी संभाल रहे नागेश्वरन को पिछले बजट के पेश होने से कुछ ही दिन पहले चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर नियुक्त किया गया था. नागेश्वरन ने मैसाचुसेट्स एमरेस्ट यूनिवर्सिटी से फाइनेंस में पीएचडी की डिग्री ली है. उन्होंने आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए भी किया है. वह 2019-2021 के बीच प्रधानमंत्री की इकोनॉमिक एडवायजरी काउंसिल के पार्ट-टाइम मेंबर रह चुके हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Budget, Business news, Business news in hindi, Finance minister Nirmala Sitharaman, FM Nirmala Sitharaman, Nirmala sitharaman news