डाटा साझा करने के लिए किए गए एमओयू पर सीबीडीटी के अध्यक्ष प्रमोद चंद्र मोदी और सीबीआईसी के अध्यक्ष एम. अजीत कुमार ने हस्ताक्षर किए. (फोटो साभार: AIR)
नई दिल्ली. केंद्री प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) और केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर व सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) ने टैक्स की चोरी करने (Tax Evasion) वाले कारोबारियों को पकड़ने के लिए एक खास व्यवस्था की है. इसके लिए दोनों बोर्ड ने एक सहमति पत्र (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं. समझौते के तहत दोनों बोर्ड आपस में आंकड़ों का आदान-प्रदान करेंगे. इससे ऐसे कारोबारियों को पकड़ने में आसानी होगी, जो सालभर अच्छा कारोबार करने के बाद भी पूरा टैक्स नहीं भरते हैं. बता दें कि ये नया एमओयू सीबीडीटी और सीबीआईसी के बीच 2015 में हुए करार की जगह लेगा.
नियमित आधार पर डाटा व जानकारी साझा की जाएगी
सीबीडीटी और सीबीआईसी के बीच 2015 में हुए एमओयू के बाद से देश के टैक्स सिस्टम में कई बदलाव हुए हैं. केंद्र सरकार ने जीएसटी,और जीएसटीएन लागू कर दिए हैं. वहीं, सीबीआईसी का नाम भी बदल दिया गया है. ऐसे में नए एमओयू की जरूरत महसूस की गई. नए एमओयू में तकनीक में बदलाव के साथ-साथ सभी नई परिस्थितियों को शामिल किया गया है. इस एमओयू से सीबीडीटी और सीबीआईसी ऑटोमैटिक व नियमित आधार पर डाटा साझा कर सकेंगे.
फर्जी GST क्लेम करने वालों की आने वाली है शामत। GST और IT विभाग हाथ मिलाने वाले हैं, जिससे रियल टाइम डाटा एक्सचेंज शुरु होगा | @aloke_priya pic.twitter.com/bimHysCUxW
— CNBC-AWAAZ (@CNBC_Awaaz) July 21, 2020
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