आज उत्तर प्रदेश को 16 नेशनल हाइवे प्रोजेक्ट्स का तोहफा देगा केंद्र, 7500 करोड़ रुपये होगी लागत, राज्य को होंगे ये फायदे

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी आज सूपी में 16 राजमार्ग परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) आज दोपहर 4 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उत्तर प्रदेशर (UP) की इन राजमार्ग परियोजनाओं (National Highways Projects) की आधारशिला रखेंगे. इन प्रोजेक्ट्स के तहत राज्य में 500 किमी से ज्यादा सड़कों का निर्माण (Road Construction) किया जाएगा.
- News18Hindi
- Last Updated: November 26, 2020, 7:03 AM IST
नई दिल्ली. देश की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश (UP) में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त किया जा रहा है. इसी कड़ी में केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (MoRTH Nitin Gadkari) आज यानी 26 नवंबर की दोपहर 4 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये 16 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं (National Highway Projects) की आधारशिला रखेंगे. इन प्रोजेक्ट्स के तहत करीब 7476.57 करोड़ रुपये की लागत से 504.32 किमी रोड नेटवर्क को मजबूत किया जाएगा. इन सड़क परियोजनाओं के पूरा होने से ना सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि पड़ोस के राज्यों और देश के विभिन्न हिस्सों से कनेक्टिविटी बेहतर हो पाएगी.
परियोजनाओं से प्रदेश की आर्थिक विकास को मिलेगी तेजी
यूपी में इन सड़क परियोजनाओं के पूरा होने से राज्य के आर्थिक विकास को रफ्तार मिलेगी. साथ ही प्रदेश में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे. यहीं नहीं, रोड इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होने से किसानों की फसलों को बाजारों तक तेजी से पहुंचाया जा सकेगा. वहीं, उद्योग धंधों को भी नए पंख मिलेंगे. फैक्टरियों तक कम समय में कच्चा माल पहुंचाया जा सकेगा. आधारशिला रखे जाने के कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह भी शामिल होंगे.
ये भी पढ़ें- लक्ष्मी विलास बैंक का 27 नवंबर से बदल जाएगा नाम, जानें 20 लाख ग्राहकों पर क्या पड़ेगा असरइन परियोजनाओं का होगा शिलान्यास और उद्घाटन
>> 61.19 किमी लंबी मेरठ से बुलंदशहर राष्ट्रीय राजमार्ग को 4 लेन चौड़ीकरण जिसमेंं 2407.91 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
>> जुंगल कौड़िया से गोरखपुर बाय पास को 4 लेन. लागत-866 करोड़ रुपये.
>> कबरई से बान्दा NH 76 का अपग्रेडेशन. लागत 215 करोड़ रुपये.
>> चित्रकूट और प्रयागराज जिले में मऊ से जसरा तक NH 76 का चौड़ीकरण. लागत218 करोड़ रुपये.
>> प्रतापगढ़ और प्रयागराज जिले में प्रयागराज से प्रतापगढ़ के बीच NH 76 का अपग्रेडेशन. लागत 599 करोड़ रुपये.
>> सिद्धार्थनगर जिले में बरहनी से कटाया के बीच NH 730 का अपग्रेडेशन. लागत 209 करोड़ रुपये.
>> बहराइच और श्रावस्ती जिले बहराइच से श्रावस्ती के बीच NH 730 का अपग्रेडेशन. 389 करोड़ रुपये लागत.
>> कानपुर जिले में ROB का निर्माण.
>> सोनभद्र जिले में यूपी/झारखंड सीमा से एमपी/यूपी सीमा पर NH75E की मजबूती. लागत 87 करोड रुपये.
>> इटावा और औरैया जिले में कुदरकुट से भरथना चौक तक NH 91A का चौड़ीकरण. लागत 262 करोड़ रुपये.
>> मिर्जापुर जिले में ड्रमंडगंज से हालिया के बीच NH135C का चौड़ीकरण. 39 करोड़ रुपये लागत.
>> प्रयागराज जिले में रामपुर से भदेवरा के बीच NH 135C का चौड़ीकरण. 76 करोड़ रुपए लागत.
>> गोरखपुर जिले में सिकरिनगंज से गोला के बीच NH 227 का चौड़ीकरण. लागत 37.52 करोड़ रुपये.
>> कुशीनगर जिले में तमकुहीराज से पडरौना के बीच NH 730 का चौड़ीकरण. 69 करोड़ रुपये की लागत.
>> प्रयागराज जिले में फम्फमऊ में गंगा नदी पर मौजूदा पुल के समानांतर 6 लेन का पुल का निर्माण. 1948 करोड़ की लागत.
ये भी पढ़ें- केंद्र सरकार का बड़ा फैसला! 15 जनवरी से बदल जाएगा कॉल करने का तरीका, DoT ने जारी किए नए नियम
सड़क परियोजनाओं के पूरा होने पर ये भी फायदे होंगे
यूपी में इन 16 सड़क परियोजनाओं के पूरा होने से ना सिर्फ आर्थिक विकास को गति मिलेगी बल्कि पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा. बौद्ध सर्किट के पर्यटन के साथ-साथ सांस्कृतिक क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा. दिल्ली-एनसीआर से उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी बेहतर होगी. झांसी से प्रयागराज का आवागमन अधिक आसान हो पाएगा. समय और ईंधन की बचत के साथ प्रदूषण को भी कम करने में मदद मिलेगी.
परियोजनाओं से प्रदेश की आर्थिक विकास को मिलेगी तेजी
यूपी में इन सड़क परियोजनाओं के पूरा होने से राज्य के आर्थिक विकास को रफ्तार मिलेगी. साथ ही प्रदेश में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे. यहीं नहीं, रोड इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होने से किसानों की फसलों को बाजारों तक तेजी से पहुंचाया जा सकेगा. वहीं, उद्योग धंधों को भी नए पंख मिलेंगे. फैक्टरियों तक कम समय में कच्चा माल पहुंचाया जा सकेगा. आधारशिला रखे जाने के कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह भी शामिल होंगे.
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>> 61.19 किमी लंबी मेरठ से बुलंदशहर राष्ट्रीय राजमार्ग को 4 लेन चौड़ीकरण जिसमेंं 2407.91 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
>> जुंगल कौड़िया से गोरखपुर बाय पास को 4 लेन. लागत-866 करोड़ रुपये.
>> कबरई से बान्दा NH 76 का अपग्रेडेशन. लागत 215 करोड़ रुपये.
>> चित्रकूट और प्रयागराज जिले में मऊ से जसरा तक NH 76 का चौड़ीकरण. लागत218 करोड़ रुपये.
>> प्रतापगढ़ और प्रयागराज जिले में प्रयागराज से प्रतापगढ़ के बीच NH 76 का अपग्रेडेशन. लागत 599 करोड़ रुपये.
>> सिद्धार्थनगर जिले में बरहनी से कटाया के बीच NH 730 का अपग्रेडेशन. लागत 209 करोड़ रुपये.
>> बहराइच और श्रावस्ती जिले बहराइच से श्रावस्ती के बीच NH 730 का अपग्रेडेशन. 389 करोड़ रुपये लागत.
>> कानपुर जिले में ROB का निर्माण.
>> सोनभद्र जिले में यूपी/झारखंड सीमा से एमपी/यूपी सीमा पर NH75E की मजबूती. लागत 87 करोड रुपये.
>> इटावा और औरैया जिले में कुदरकुट से भरथना चौक तक NH 91A का चौड़ीकरण. लागत 262 करोड़ रुपये.
>> मिर्जापुर जिले में ड्रमंडगंज से हालिया के बीच NH135C का चौड़ीकरण. 39 करोड़ रुपये लागत.
>> प्रयागराज जिले में रामपुर से भदेवरा के बीच NH 135C का चौड़ीकरण. 76 करोड़ रुपए लागत.
>> गोरखपुर जिले में सिकरिनगंज से गोला के बीच NH 227 का चौड़ीकरण. लागत 37.52 करोड़ रुपये.
>> कुशीनगर जिले में तमकुहीराज से पडरौना के बीच NH 730 का चौड़ीकरण. 69 करोड़ रुपये की लागत.
>> प्रयागराज जिले में फम्फमऊ में गंगा नदी पर मौजूदा पुल के समानांतर 6 लेन का पुल का निर्माण. 1948 करोड़ की लागत.
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सड़क परियोजनाओं के पूरा होने पर ये भी फायदे होंगे
यूपी में इन 16 सड़क परियोजनाओं के पूरा होने से ना सिर्फ आर्थिक विकास को गति मिलेगी बल्कि पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा. बौद्ध सर्किट के पर्यटन के साथ-साथ सांस्कृतिक क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा. दिल्ली-एनसीआर से उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी बेहतर होगी. झांसी से प्रयागराज का आवागमन अधिक आसान हो पाएगा. समय और ईंधन की बचत के साथ प्रदूषण को भी कम करने में मदद मिलेगी.