COVID-19 Vaccine: फिलहाल बाजार में नहीं बिकेगी कोरोना वैक्सीन, नीति आयोग ने किया साफ

वैक्सीनों को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी
COVID-19 Vaccine: देश में वैक्सीनेशन प्रोग्राम 16 जनवरी से शुरू होने वाला है. वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू होने के पहले नीति आयोग (NITI Aayog) ने साफ कर दिया है कि जिन वैक्सीनों को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिली है उन्हें बाजार में बिक्री की अनुमति नहीं होगी.
- News18Hindi
- Last Updated: January 14, 2021, 11:22 AM IST
नई दिल्ली. कोरोना महामारी (COVID-19 epidemic) को मात देने के लिए देश में वैक्सीनेशन प्रोग्राम (Vaccination program) 16 जनवरी से शुरू होने वाला है. इसके पहले चरण में 3 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जाएंगी. वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू होने के पहले नीति आयोग (NITI Aayog) ने बुधवार को साफ कर दिया है कि जिन वैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिली है उनको बाजार में बिक्री की अनुमति नहीं होगी. नीति आयोग के अधिकारियों ने कहा है कि सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक की वैक्सीन को बाजार में बिक्री की इजाजत तभी मिलेगी जब सरकार उनको परमिशन देगी.
इन लोगों को पहले दी जाएगी वैक्सीन - बता दें कि हाल ही में सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड (Covishield) और भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की कोवैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी है. 16 जनवरी से देश में पहले चरण का टीकाकरण अभियान शुरू होगा. इस दौरान फ्रंटलाइन वर्कर्स और स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन दी जाएगी. इसके बाद 50 साल के ऊपर उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी. पुलिसकर्मी और सैनिकों को भी वैक्सीन दी जानी है.
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इतने रुपये होगी कीमत - भारत बायोटेक अपनी वैक्सीन, केंद्र सरकार को 295 रुपये प्रति खुराक की दर से बेच रही है. केंद्र सरकार की तरफ से 55 लाख वैक्सीन का ऑर्डर दिया गया है. खास बात यह है कि भारत बायोटेक, केंद्र सरकार से सिर्फ 38.5 लाख वैक्सीन का शुल्क ले रहा है. सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट को भी 1.1 करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर दिया है. कोविशील्ड वैक्सीन की कीमत 200 रुपये प्रति खुराक है.बाजार में हो सकती है इतनी कीमत - सीरम इंस्टीट्यूट के CEO अदार पूनावाला ने पिछले दिनों कहा था कि एक बार अनुमति मिलने के बाद वह बाजार में अपनी कंपनी की वैक्सीन कोविशील्ड को 1,000 रुपये में बेचेंगे.
कोविन ऐप की होगी सबसे अहम भूमिका- वैक्सीनेशन अभियान में सबसे बड़ी भूमिका रहेगी कोविन ऐप की जो पूरे टीकाकरण अभियान का बैकबोन है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोविन ऐप को बीते साल अक्टूबर महीने से तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी ये पूरा मैनेजमेंट सिस्टम ऐप और पोर्टल के रूप में उपलब्ध है. जहां जहां वैक्सीनेशन होना है वो पॉइंट या वैक्सीनेशन साइट का पता जैसे ही जिले के अधिकारी डाटा अपलोड करेंगे vaccination site क्रिएट हो जाएगी.
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कैसे काम करेगा पूरा सिस्टम- वैक्सीन सहमति से ही दी जाएगी. जो व्यक्ति लेने से मना करता है उसकी जानकारी लिस्ट से हटा दी जाएगी. अगर कोई व्यक्ति जिसका वैक्सीन लेने वालों की लिस्ट में नाम है उसको मैसेज गया है वो वैक्सीनेशन साइट पर नहीं पहुंच पाया है तो फिर उसका नाम आगे जो भी वैक्सीनेशन होगा उसमें शामिल किया जाएगा. यानी यह बिल्कुल साफ है कि जिस दिन आपको वैक्सीनेशन का टाइम दिया गया है अगर उस दिन आप नहीं पहुंचते हैं तो फिर आपको आगे जब टीकाकरण होगा तब लग पाएगा.
इन लोगों को पहले दी जाएगी वैक्सीन - बता दें कि हाल ही में सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड (Covishield) और भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की कोवैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी है. 16 जनवरी से देश में पहले चरण का टीकाकरण अभियान शुरू होगा. इस दौरान फ्रंटलाइन वर्कर्स और स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन दी जाएगी. इसके बाद 50 साल के ऊपर उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी. पुलिसकर्मी और सैनिकों को भी वैक्सीन दी जानी है.
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इतने रुपये होगी कीमत - भारत बायोटेक अपनी वैक्सीन, केंद्र सरकार को 295 रुपये प्रति खुराक की दर से बेच रही है. केंद्र सरकार की तरफ से 55 लाख वैक्सीन का ऑर्डर दिया गया है. खास बात यह है कि भारत बायोटेक, केंद्र सरकार से सिर्फ 38.5 लाख वैक्सीन का शुल्क ले रहा है. सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट को भी 1.1 करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर दिया है. कोविशील्ड वैक्सीन की कीमत 200 रुपये प्रति खुराक है.बाजार में हो सकती है इतनी कीमत - सीरम इंस्टीट्यूट के CEO अदार पूनावाला ने पिछले दिनों कहा था कि एक बार अनुमति मिलने के बाद वह बाजार में अपनी कंपनी की वैक्सीन कोविशील्ड को 1,000 रुपये में बेचेंगे.
कोविन ऐप की होगी सबसे अहम भूमिका- वैक्सीनेशन अभियान में सबसे बड़ी भूमिका रहेगी कोविन ऐप की जो पूरे टीकाकरण अभियान का बैकबोन है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोविन ऐप को बीते साल अक्टूबर महीने से तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी ये पूरा मैनेजमेंट सिस्टम ऐप और पोर्टल के रूप में उपलब्ध है. जहां जहां वैक्सीनेशन होना है वो पॉइंट या वैक्सीनेशन साइट का पता जैसे ही जिले के अधिकारी डाटा अपलोड करेंगे vaccination site क्रिएट हो जाएगी.
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कैसे काम करेगा पूरा सिस्टम- वैक्सीन सहमति से ही दी जाएगी. जो व्यक्ति लेने से मना करता है उसकी जानकारी लिस्ट से हटा दी जाएगी. अगर कोई व्यक्ति जिसका वैक्सीन लेने वालों की लिस्ट में नाम है उसको मैसेज गया है वो वैक्सीनेशन साइट पर नहीं पहुंच पाया है तो फिर उसका नाम आगे जो भी वैक्सीनेशन होगा उसमें शामिल किया जाएगा. यानी यह बिल्कुल साफ है कि जिस दिन आपको वैक्सीनेशन का टाइम दिया गया है अगर उस दिन आप नहीं पहुंचते हैं तो फिर आपको आगे जब टीकाकरण होगा तब लग पाएगा.